\रणबीर कपूर ने संजय दत्त पर बनने वाली जीवनी किरदार निभाने के लिए हामी भर दी है। गौरतलब है कि रणबीर के दादाजी राज कपूर और संजय दत्त की माँ नर्गिस के प्रेम प्रसंग जग जाहिर हैं। और दोनों ही खानदानों ने कभी भी एक दूसरे पर कीचड़ नहीं उछला और सम्मान किया। खुद राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर स्वयं नर्गिस को पसंद करती थीं और छोटे बेटे के व्याह में उन्होंने नर्गिस को आमंत्रित किया था। दोनों के मन में कभी कोई क्लेश नहीं रहा। यह दर्शाता कि कृष्णा किस तरह सम्मान करती हैं लोगों का। खबरें बननी शुरू हो गई हैं। चूँकि हिंदी सिनेमा का इतिहास इस तरह समृद्ध है और कई ऐसी कहानियां हैं जो आज भी रोचक हैं। और एक चिंगारी भी आग की तरह काम करती है। जाहिर है रणबीर कपूर ने जब इस बायोपिक के लिए होगी अपनी दादी से संदर्भ में जरूर बात की होगी। लेकिन जिस तरह कृष्णा राज कपूर अपनी मर्यादा को आज बरक़रार रख पाने में कामयाब हैं। उन्होंने इसके लिए रणबीर को रोका नहीं होगा। यो भी कपूर खानदान की यह ख़ासियत रही है कि वे अपने बच्चे को कभी भी किरदारों चुनने और न चुनने को लेकर पाबन्दी नहीं लगाते। यह बात खुद ऋषि कपूर ने भी स्वीकारी थी। सो रणबीर ने आत्मनिर्भरता से निर्णय लिया होगा , हालांकि हिंदी सिनेमा जगत में कम लोगों में ही इतनी हिम्मत है कि वे अपने प्रेम प्रसंग को भी जाहिर करते हो। सलमान खान का परिवार भी मिसाल है कि उन्होंने हेलेन को अपने परिवार का हिस्सा बनाया। न कि समाज के सामने इसे लेकर कोई हंगामा किया। रणबीर कपूर द्वारा संजय दत्त की जीवनी निभाना न सिर्फ ये साबित करता है कि कपूर खानदान आज भी दत्त परिवार के नजदीक हैं। बल्कि यह भी साबित करता है कि सिनेमा उनके लिए पहली पूजा है और वह इसका सम्मान सबसे हैं। इस बायोपिक के माध्यम से शायद कई अनछुए पहलू भी सामने आएं
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