मेरे पापा मुझे हमेशा से प्यार से आलू बुलाते हैं, क्योंकि बचपन से ही मैं बहुत गोल मटोल हूं न इसलिए. मैं पहले तो बहुत चिढ़ती थी. लेकिन अब बिल्कुल नहीं चिढ़ती, अब मुझे समझ आता है कि पापा प्यार से बुलाते हैं. पहले घर में आलू खत्म हो जाती थी तो पापा कहते थे. आलू ले लो...आलू ले लो और मैं जोर जोर से रोने लगती थी. आपको जान कर हैरानी होगी लेकिन मैं इमरान हाशमी के बारे में पहले नहीं जानती थी कि वह मेरे कजिन हैं. लेकिन उन्होंने जब मुझे पहली बार एक फैमिली फंक् शन में इस नाम से पुकारा तो मैं समझ गयी कि वे मेरे परिवार के ही हिस्सा हैं. मुझे बचपन में वैसे भी जंक फूड खाने का बहुत शौक थे. लेकिन चूंकि सब मुझे आलू आलू कहते थे तो मैं आलू से नफरत करने लगी थी. और अब तो बिल्कुल ही नहीं खाती, क्योंकि वह डायट का हिस्सा ही नहीं मेरा. जब मैंने वजन कम करना शुरू किया था तो सबसे ज्यादा इसी बात की खुशी थी कि कोई मुझे आलू खाने को नहीं कहेगा.
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20141203
कलाकार की जुबानी घर पर सब आलू कहते थे मुझे : आलिया
मेरे पापा मुझे हमेशा से प्यार से आलू बुलाते हैं, क्योंकि बचपन से ही मैं बहुत गोल मटोल हूं न इसलिए. मैं पहले तो बहुत चिढ़ती थी. लेकिन अब बिल्कुल नहीं चिढ़ती, अब मुझे समझ आता है कि पापा प्यार से बुलाते हैं. पहले घर में आलू खत्म हो जाती थी तो पापा कहते थे. आलू ले लो...आलू ले लो और मैं जोर जोर से रोने लगती थी. आपको जान कर हैरानी होगी लेकिन मैं इमरान हाशमी के बारे में पहले नहीं जानती थी कि वह मेरे कजिन हैं. लेकिन उन्होंने जब मुझे पहली बार एक फैमिली फंक् शन में इस नाम से पुकारा तो मैं समझ गयी कि वे मेरे परिवार के ही हिस्सा हैं. मुझे बचपन में वैसे भी जंक फूड खाने का बहुत शौक थे. लेकिन चूंकि सब मुझे आलू आलू कहते थे तो मैं आलू से नफरत करने लगी थी. और अब तो बिल्कुल ही नहीं खाती, क्योंकि वह डायट का हिस्सा ही नहीं मेरा. जब मैंने वजन कम करना शुरू किया था तो सबसे ज्यादा इसी बात की खुशी थी कि कोई मुझे आलू खाने को नहीं कहेगा.
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