20141203

खूबसूरत सी लव स्टोरी



फिल्म : खूबसूरत
कलाकार : फवाद खान, सोनम कपूर, किरण खेर, रतना पाठक शाह
निर्देशक : शंशाक घोष
रेटिंग : 3 स्टार
खूबसूरत ऋषिकेश मुखर्जी की क्लासिक फिल्म खूबसूरत का रीमेक है. उस फिल्म में रेखा ने मुख्य किरदार निभाया था. इस खूबसूरत में मिली के रूप में सोनम कपूर  हैं. दरअसल, खूबसूरत पूरी तरह से क्लासिक खूबसूरत का रीमेक नहीं हैं. मूल आइडिया वही से है और फिल्म की लीड किरदार मिली का नाम वही से है. लेकिन परिवेश, कहानी में कोई खास समानता नहीं. नयी खूबसूरत डॉ  मीणार्ली उर्फ मिली की फिल्म है. मिली पंजाबी और बंगाली परिवार की पैदाईश है. लेकिन मां पंजाबी है और वह पूरी तरह से अपनी मां पर ही गयी है. उसकी जिंदगी की सोच है कि जो मन में है वह मुंह पर है. वह अपने काम को लेकर गंभीर है. और सिर्फ अपने काम को  ही गंभीरता से लेती है. उसकी जिंदगी में नये लोगों से मिलना, नयी जगहों पर घूमना पसंद है. वह खाते वक्त डकार लेने में कोई शर्म महसूस नहीं करती. मिली फिजियोथेरेपिस्ट है और उसे एक महाराजा के पैर ठीक करने की डयूटी मिलती है. मिली खुश हैं कि उसे रॉयल जगहों पर घूमने का मौका मिलेगा. वह राजघराने में जा पहुंचती है. जहां उसकी मुलाकात रानी सा से होती है. जिन्हें अपनी जिंदगी में अनुशासन ही पसंद है. फिल्म दर्शाती है कि वाकई राजघरानों में जितने लोग नहीं, उतने कमरे होते हैं. लेकिन किसी के लिए किसी के पास वक्त नहीं. लोग सिर्फ अपने नियमित कामों में हैं. किसी को अपनी मर्जी से निर्णय लेने की आजादी नहीं. मिली आती है और वह घर में उथल पुथल मचाती है. और धीरे धीरे वहां के लोग उसके आदि हो जाते हैं. मिली को राजकुमार से प्यार है. लेकिन राजकुमार की सगाई हो चुकी है. और जो मां कहेंगी वह मैं करूंगा कि चक्कर में वह अपनी जुबां नहीं खोल पाता. फिल्म बेहद रोचक अंदाज में एक खूबसूरत प्रेम कहानी कह जा रही है. यह मिली की फिल्म है यानी सोनम की. सोनम की यह होम प्रोडक् शन फिल्म है. शायद यही वजह है कि उन्होंने पूरी आजादी से और दिल देकर इस फिल्म में काम किया है. इस फिल्म में उन्होंने अपने बिंदास अंदाज, डांसिंग कला और अपनी खूबसूरती का पूरा इस्तेमाल किया है. कॉमिक अंदाज में वह आकर्षित करती हैं. फवाद खान के अभिनय में ठहराव है और निर्देशक यह बात अच्छी तरह समझते हैं. शायद इसलिए उन्होंने फवाद से सिर्फ अभिनय कराया है. उन्हें बेवजह नाच गानों में ही ढकेला है. फवाद अलग मिजाज के अभिनेता नजर आ रहे हैं और आग ेभी उन्हें इस तरह के किरदार मिले तो वह उसे बखूबी निभा पायेंगे. फिल्म में किरण खेर चौंकाती है. एक लाउड पंजाबी मां का किरदार उन्होंने पहले भी निभाया है. लेकिन इस बार वह ज्यादा लुभाती हैं. निर्देशक शशांक ने कई दृश्यों को बेवजह लंबा खींचने में वक्त बर्बाद नहीं किया है. यह निर्देशक की ही खासियत है कि उन्होंने उन सारे अभिनेताओं से वही करवाया है. जो वह बेहतरीन तरीके से कर सकते थे. रतना पाठक शाह ने भी हमेशा की तरह बेहतरीन अभिनय किया है. वह ऐसे किरदारों को बखूबी निभाती हैं. यह उनकी खूबी है. आमिर रजा हुसैन महाराजा के अंदाज में लुभाते हैं. 

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