20141203

शादी व्याह में लोकगीत

अभिनेत्री नीतू चंद्रा के छोटे भाई की शादी हाल ही में दिल्ली में संपन्न हुई. और उन्होंने अपने फेसबुक पर इस बात की जानकारी दी कि शादी में गायिका चंदन तिवारी और गायक चंदन सिंह के गाये भोजपुरी लोक गीतों ने धूम मचायी. नीतू खुद बिहार से संबंध रखती हैं और बिहार की सभ्यता और संस्कृति को बरकरार रखने के लिए कई प्रयास करती रहती हैं. उन्होंने कई ठोस कदम भी उठाये हैं. यहां इस बात की चर्चा करना इसलिए आवश्यक है, चूंकि इन दिनों शादी व्याह में फिर वह चाहे भारत के किसी भी हिस्से में हो. हनी सिंह व अन्य बॉलीवुड नंबर्स ने कब्जा कर लिया है. शादी व्याह में लोक गीतों की जो धूम हुआ करती थी. धीरे धीरे वह मिटती जा रही हैं. लेकिन चंदन तिवारी जो कि लगातार पुरबिया तान के माध्यम से भोजपुरी के लोक गीतों को फिर से जीवंत करने की कोशिश कर रही हैं. और उनकी गूंज लोगों के कानों तक पहुंच रही हैं. नीतू सेलिब्रिटी हैं और बॉलीवुड में सक्रिय हैं. इसके बावजूद वह चकाचौंध से दूर अगर लोकगीतों को शादी व्याह का हिस्सा बना रही हैं तो यह दर्शाता है कि उन्हें अपनी संस्कृति का सम्मान करना आता है. आप गौर करें, कि इन दिनों किस तरह शादी व्याह में रिति रिवाजों में भी हनी सिंह, मिका, मुन्नी व शीला हावी हैं. किसी दौर में महिलाएं हर रस्म पर एक लोकगीत गाया करती थीं. हल्दी, मेहंदी के गीत गाये जाते थे. लेकिन वह फिल्मी नहीं हुआ करते थे. लेकिन आज यह गौन है. लेकिन चंदन सिंह व चंदन तिवारी जैसे युवा प्रतिभाओं ने एक नयी ज्योत जलायी है. वे किसी जल्दबाजी में नहीं हैं. कुछ दिनों पहले मेरी एक हिंदी फिल्म के निर्देशक से बात हो रही थी. वहां उन्होंने चंदन तिवारी की आवाज का जिक्र किया. स्पष्ट है कि कला को खुद अपने पंख लग जाते हैं. चंदन जैसे फनकार अपनी माटी की सुगंध को बरकरार रखने में जो भूमिका निभा रहे. सराहनीय है

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