दीपिका पादुकोण ने एक लोकप्रिय अंगरेजी अखबार की वेबसाइट पर उनकी शारीरिक बनावट को लेकर खिल्ली उड़ाते हुए वीडियो अपलोड को लेकर आपत्ति जताई है. उन्होंने करारा वार किया है. इसे सीधे तौर पर पीत पत्रकारिता कहा है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वह महिला हैं और उन्हें इस बात से कोई शर्म नहीं. लेकिन किसी को हक नहीं बनता कि वह इस तरह महिला का अनादर करें. दरअसल, दीपिका ने शायद पहली बार वेबसाइट पर ऐसे वीडियोज पर ध्यान दिया है. वरना, पिछले कई सालों से वेबसाइट को हिट कराने के लिए अभिनेत्रियों की वैसी ही तसवीरें और वीडियोज अपलोड कर रहे, जो ज्यादा से ज्यादा लाइक हासिल कर सके. पहले यह सिर्फ अंगरेजी वेबसाइट तक सीमित था. अब हिंदी वेबसाइट्स पर भी ऐसी ही बेफिजूल की चीजें अपलोड हो रही हैं. चूंकि हिट कराने का यह सबसे आसान और सुचारू उपाय है. वे वेबसाइट जो सी ग्रेड बनने वाली फिल्मों को अश्लील करार देते हैं. वही अपनी वेबसाइट पर ऐसे ही वीडियो को हिट बनाने के लिए ऐसे वीडियोज की भरमार डाल रहे हैं. दीपिका की तरह अन्य अभिनेत्रियों को भी आपत्ति दर्ज करानी चाहिए, ताकि अखबार और वेबसाइट महिलाओं के शरीर को तुच्छ समझ कर अपने मतलब के अनुसार ऐसी ओछी खबर बना कर अपना उल्लू न सीधा न कर पाये. एक स्टैंड लिया ही जाना चाहिए. हाल ही में परिणीति ने भी एक जर्नलिस्ट को उनसे माहवारी विषय को लेकर उन पर खिल्ली उड़ाने को लेकर शिकंजा कसा. यह सच है कि जर्नलिस्ट को हक है कि वे केवल कलाकारों से उनके मुताबिक सवाल न पूछें. लेकिन फिल्म को पूरी तरह से पीत पत्रकारिता बना देना कहां तक उचित है. काम अपनी जगह है. लेकिन हम क्यों भूल जाते हैं अभिनेत्रियां भी सबसे पहले एक महिला हैं और उन्हें सम्मान का अधिकार है
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20141203
अभिनेत्री व महिला का सम्मान
दीपिका पादुकोण ने एक लोकप्रिय अंगरेजी अखबार की वेबसाइट पर उनकी शारीरिक बनावट को लेकर खिल्ली उड़ाते हुए वीडियो अपलोड को लेकर आपत्ति जताई है. उन्होंने करारा वार किया है. इसे सीधे तौर पर पीत पत्रकारिता कहा है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि वह महिला हैं और उन्हें इस बात से कोई शर्म नहीं. लेकिन किसी को हक नहीं बनता कि वह इस तरह महिला का अनादर करें. दरअसल, दीपिका ने शायद पहली बार वेबसाइट पर ऐसे वीडियोज पर ध्यान दिया है. वरना, पिछले कई सालों से वेबसाइट को हिट कराने के लिए अभिनेत्रियों की वैसी ही तसवीरें और वीडियोज अपलोड कर रहे, जो ज्यादा से ज्यादा लाइक हासिल कर सके. पहले यह सिर्फ अंगरेजी वेबसाइट तक सीमित था. अब हिंदी वेबसाइट्स पर भी ऐसी ही बेफिजूल की चीजें अपलोड हो रही हैं. चूंकि हिट कराने का यह सबसे आसान और सुचारू उपाय है. वे वेबसाइट जो सी ग्रेड बनने वाली फिल्मों को अश्लील करार देते हैं. वही अपनी वेबसाइट पर ऐसे ही वीडियो को हिट बनाने के लिए ऐसे वीडियोज की भरमार डाल रहे हैं. दीपिका की तरह अन्य अभिनेत्रियों को भी आपत्ति दर्ज करानी चाहिए, ताकि अखबार और वेबसाइट महिलाओं के शरीर को तुच्छ समझ कर अपने मतलब के अनुसार ऐसी ओछी खबर बना कर अपना उल्लू न सीधा न कर पाये. एक स्टैंड लिया ही जाना चाहिए. हाल ही में परिणीति ने भी एक जर्नलिस्ट को उनसे माहवारी विषय को लेकर उन पर खिल्ली उड़ाने को लेकर शिकंजा कसा. यह सच है कि जर्नलिस्ट को हक है कि वे केवल कलाकारों से उनके मुताबिक सवाल न पूछें. लेकिन फिल्म को पूरी तरह से पीत पत्रकारिता बना देना कहां तक उचित है. काम अपनी जगह है. लेकिन हम क्यों भूल जाते हैं अभिनेत्रियां भी सबसे पहले एक महिला हैं और उन्हें सम्मान का अधिकार है
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