20141203

जेड प्लस के बहाने


 डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी की नयी फिल्म जेड प्लस 21 नवंबर को रिलीज हो रही है. फिलवक्त तक जितनी जानकारी है. उसके मुताबिक फिल्म की कहानी एक पंचरवाले और देश के प्रधानमंत्री के बीच हुई बातचीत की कहानी है. इत्तेफाक से देश के सर्वोच्च व्यक्ति का एक आम व्यक्ति से मिलना और फिर आपस की बातचीत के आधार पर कहानी बुनना. बेहद रोचक प्लॉट है. निश्चित तौर पर यह देश की राजनीति व आम लोगों की जिंदगी के नजरिये को प्रस्तुत करने की कोशिश होगी. वाकई कल्पना करें कि अगर ऐसा हकीकत में  हो जाये तो क्या क्या वाकये हो सकते हैं. क्या क्या घटनाएं घट सकती हैं. उम्मीद है कि इससे आमलोगों के बीच राजनीति को लेकर सोच व उनकी समस्याओं पर गहरी तसवीर पेश की जायेगी. अगर वाकई यह कहानी इसमें कामयाब होती है तो यह सार्थक फिल्म साबित  होगी. फिल्म की मूलभूत कहानी रामकुमार सिंह ने लिखी है, जो स्वयं राजस्थान से हैं और कहानी का बैकड्रॉप भी राजस्थान का है. सो, उम्मीद है कि कहानी में बारीकियां नजर आयेंगी. अगर इसे व्यंग्यात्मक तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है तो हिंदी सिनेमा में हाल के दौर में बनी सटायर फिल्मों में एक अलग छाप छोड़ेगी फिल्म. दरअसल, हिंदी सिनेमा को ऐसी कहानियों की जरूरत है,जिसमें सिर्फ बैकड्रॉप के रूप में सिर्फ गांव या इलाकों का इस्तेमाल किया गया है. पीपली लाइव हालांकि एक सार्थक फिल्म थी उस रूप में. फंस गये रे ओबामा ने भी मनोरंजन के साथ एक बेहतरीन व्यंगात्मक फिल्म दी थी. सो, जेड प्लस से उम्मीद की जा सकती है. डॉ द्विवेदी इससे पहले मोहल्ला अस्सी के माध्यम से भी बनारस की एक अलग कहानी कहने की कोशिश की है लेकिन अफसोस कि फिल्म अब तक रिलीज नहीं हो पायी है. लेकिन जेड प्लस उसकी भरपाई जरूर करेगी. 

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