स्टार प्लस के रियलिटी शो इंडिया रॉ स्टार के प्रतिभागी उस वक्त बेहद चौंक गये जब उन्हें जानकारी मिली कि उनके माता पिता भी उस मंच पर आये हैं. वे पिछले तीन सालों से अपने माता पिता से मिल नहीं पाये थे. ऋतुराज ने शुरुआती दिनों में ही इस बात का जिक्र किया था कि उनके माता पिता नहीं चाहते थे कि वे इस क्षेत्र में कदम रखें. लेकिन उन्हें अपने माता पिता का सहयोग मिला है. यहां ऋतुराज की वाहवाही करने का कोई इरादा नहीं. लेकिन इस शो में उन्हें मैंने शुरुआती दौर से ही फॉलो किया है. प्रेस कांफ्रेंस में ही उन्होंने अपनी गायिकी से चकित किया था. उनकी गायिकी से अधिक उनके अंदाज से मोहित किया था. उस दिन जैसे बाकी प्रतिभागी दर्शकों से जुड़ने और उन्हें मोहने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे थे. जैसे आमतौर पर प्रतिभागी अपनाते हैं. ऋतुराज उनमें से नहीं थे. उन्होंने आकर गाना गाया. परफॉरमेंस दिया. बाद में जब गौहर ने उन्हें फोर्स भी किया तब भी वह बिना कुछ कहे स्टेज से बाहर चले गये. यह दर्शाता है कि ऋतुराज एकाग्र हैं. और लगातार कुछ हफ्तों में उन्होंने यह साबित भी किया है. वे अपने काम में मग्न हैं. कुछ दिनों पहले आमिर से मुलाकात हुई. उन्होंने बताया कि क्या वजह है कि वे एक ही फिल्म एक बार में कर पाते हैं. चूंकि वे लीन हो जाते हैं. वे जिस तरह अपने किरदार की तैयारी करते हैं. उनके लिए एक साथ कई काम करना संभव नहीं हैं. एआर रहमान भी ऐसे ही लीन होनेवाले कलाकारों में से एक हैं. मैं अपने आस पास ऐसे कई निर्देशकों को देखती हूं, जो ज्यादा बातें नहीं करते. आप उनके पास से गुजर जायें. वह अपनी दुनिया में ही मग्न रहते हैं. आम आदमी के लिए वह भले ही मगरूर इंसान हो. लेकिन वह दरअसल, अपनी दुनिया में मग्न होकर, रम कर काम करनेवाला व्यक्ति होता है और ऐसा कलाकार जब कुछ रचता है. तो वह सार्थक निश्चित तौर पर होता है.
My Blog List
20141203
लीन रहनेवाले कलाकार
स्टार प्लस के रियलिटी शो इंडिया रॉ स्टार के प्रतिभागी उस वक्त बेहद चौंक गये जब उन्हें जानकारी मिली कि उनके माता पिता भी उस मंच पर आये हैं. वे पिछले तीन सालों से अपने माता पिता से मिल नहीं पाये थे. ऋतुराज ने शुरुआती दिनों में ही इस बात का जिक्र किया था कि उनके माता पिता नहीं चाहते थे कि वे इस क्षेत्र में कदम रखें. लेकिन उन्हें अपने माता पिता का सहयोग मिला है. यहां ऋतुराज की वाहवाही करने का कोई इरादा नहीं. लेकिन इस शो में उन्हें मैंने शुरुआती दौर से ही फॉलो किया है. प्रेस कांफ्रेंस में ही उन्होंने अपनी गायिकी से चकित किया था. उनकी गायिकी से अधिक उनके अंदाज से मोहित किया था. उस दिन जैसे बाकी प्रतिभागी दर्शकों से जुड़ने और उन्हें मोहने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे थे. जैसे आमतौर पर प्रतिभागी अपनाते हैं. ऋतुराज उनमें से नहीं थे. उन्होंने आकर गाना गाया. परफॉरमेंस दिया. बाद में जब गौहर ने उन्हें फोर्स भी किया तब भी वह बिना कुछ कहे स्टेज से बाहर चले गये. यह दर्शाता है कि ऋतुराज एकाग्र हैं. और लगातार कुछ हफ्तों में उन्होंने यह साबित भी किया है. वे अपने काम में मग्न हैं. कुछ दिनों पहले आमिर से मुलाकात हुई. उन्होंने बताया कि क्या वजह है कि वे एक ही फिल्म एक बार में कर पाते हैं. चूंकि वे लीन हो जाते हैं. वे जिस तरह अपने किरदार की तैयारी करते हैं. उनके लिए एक साथ कई काम करना संभव नहीं हैं. एआर रहमान भी ऐसे ही लीन होनेवाले कलाकारों में से एक हैं. मैं अपने आस पास ऐसे कई निर्देशकों को देखती हूं, जो ज्यादा बातें नहीं करते. आप उनके पास से गुजर जायें. वह अपनी दुनिया में ही मग्न रहते हैं. आम आदमी के लिए वह भले ही मगरूर इंसान हो. लेकिन वह दरअसल, अपनी दुनिया में मग्न होकर, रम कर काम करनेवाला व्यक्ति होता है और ऐसा कलाकार जब कुछ रचता है. तो वह सार्थक निश्चित तौर पर होता है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment