20141203

ाुवराज सिंह


मेरा मानना है कि खुद को बेहतर इंसान बनाने के लिए यह जरूरी है कि आप अपने अंदर के इंसान को जिंदा रखें. कई बार ऐसा होता है कि हम अहम की वजह से, झूठे दिखावे की वजह से वे चीजें नहीं कर पाते, जो आपका दिल भी कहता है कि आप वह करें. अगर आपका दिल कह रहा है कि किसी दूसरे की मदद करने को. तो जरूर करनी चाहिए. मैं जिस बीमारी से उबरा हूं. जिंदगी की हकीकत को जान चुका हूं. और मेरा मानना है कि अब मैं बेहतर इंसान बना हूं, क्योंकि मैंने अपने मन से ईर्ष्या, अहम को खत्म कर दिया है. अब मेरा मकसद है कि मैं आम लोगों के लिए कुछ करूं, जिन्हें हमारी जरूरत है. बुराई को मारने का यह सबने आसान तरीका है कि आप पैसे से रिश्तों को और जिंदगी को मत आंकें. पैसे को नहीं रिश्तों को महत्व दें. आप खुद महसूस करेंगे कि आप किस तरह एक अच्छे इंसान बन रहे हैं. आज मुझे जो खुशी दूसरों को मुस्कान देकर मिलती है. वह शायद कहीं पार्टी करने से नहीं मिलती थी. किसी दूसरे की छोटी भी मदद करने पर वह आपको जो दुआ देते हैं. वह आपका भला करती है. इसलिए बेहतर इंसान बनने के लिए दूसरों की मदद करें. दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाएं. जिंदगी में संतुष्ट होने की कोशिश करेंगे तो खुद ब खुद आप अपने दिल में बुराई को नहीं रहने देंगे. दया भाव रखना, प्यार मोहब्बत करना ही आपको बेहतर इंसान बनायेगा. 

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