20141203

सुपरस्टार का स्वभाव


फिल्म पत्रकारिता के दौरान फिल्मी हस्तियों से मिलने जुलने का सिलसिला चलता रहता है. इस दौरान नवोदित कलाकारों से भी मुलाकात होती है और कई सालों से स्थापित कलाकारों से भी. हर आम दर्शक की तरह शुरुआती दौर में जब मैं मुंबई आयी और मैंने फिल्मों पर लेखन का काम शुरू किया. उस वक्त मेरी भी कलाकारों को लेकर आॅन स्क्रीन छवि ही होती थी और उसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर मैं मुलाकात करने जाती थीं. लेकिन धीरे धीरे यह भ्रम टूटता गया. और हकीकत सामने आती रहीं. लेकिन अब भी कुछ सुपरस्टार्स हैं, जो आज जहां कायम हैं. वहां उनके होने का मतलब समझ आता है. चूंकि आज भी वे ऊंचाईयों पर विराजमान इसलिए हैं कि उनके पास सम्मान देने की प्रवृति है. अमिताभ बच्चन व शाहरुख खान ऐसे दो सुपरस्टार्स हंैं, जो आप जब सामने होते हैं तो आप बहुत सम्मान देते हैं. इन दोनों ही सुपरस्टार्स की यह खूबी है कि उनकी बातें हमें मंत्रमुग्ध करती हैं. वे दोनों ही बातों की कला में माहिर हैं. शायद यही वजह है कि इतने सालों के बावजूद वे आज भी सुपरस्टार हैं. गौर करें तो ये दोनों ही सुपरस्टार फिल्मी मिट्टी से नहीं हैं. उन्होंने बाहर से आकर अपना अस्तित्व बनाया और वे इसकी अहमियत समझते हैं, तभी अमिताभ आज भी अपने प्रशंसक द्वारा दिये गये किसी भी तोहफे का सम्मान करते हैं और उसे घर पर रखते हैं. शाहरुख की यह खूबी है कि उनसे किसी भी विषय पर सवाल करें. उनके जवाब टालने वाले नहीं होते. वे पूरे जोशिले अंदाज से मिलते हैं. लेकिन कुछ सुपरस्टार हैं, जो फिल्म पत्रकार को कुछ नहीं समझते. फिर भले ही वह सुपरस्टार हो.एक पल में उनकी वह छवि आपके मन में उनके लिए सम्मान प्यार सब खो देती है. शायद यही वजह है कि सुपरस्टार कई बन सकते हैं. लेकिन हर कोई शाहरुख व अमिताभ नहीं बनते.

No comments:

Post a Comment