हाल ही में ऋतिक रोशन से फिल्म कृष 3 के सिलसिले में उनसे उनके घर पर मुलाकात हुई. ऋतिक ने हाल ही में ब्रेन सर्जरी करायी है और वे फिलहाल आराम कर रहे हैं. चूंकि उन्हें डॉक्टर ने सलाह दी है कि फिलवक्त उन्हें कम से कम चार महीने तक आराम करना जरूरी है. लेकिन ऋतिक इसके बावजूद फिल्म के पोस्ट प्रोडक् शन के काम को पूरा करने में जुटे हुए हंै.ऋतिक के लिए यह पहली बार नहीं जब वह किसी इतनी बड़ी बीमारी से बाहर आ रहे हैं. इससे पहले भी वह कई बार इस तरह की कई बीमारी से जूझते रहे हैं. उन्हें घुटनों में चोट आयी थी और डॉक्टर ने उन्हें कह दिया था कि एक साल के बाद वे घुटनों की मदद से कोई काम नहीं कर पायेंगे. लेकिन ऋतिक ने हर बार वहां से शुरुआत की, जहां आशा की लकीर धुमिल होती दिखाई देती हैं. यह सच है कि ऋतिक सुपरस्टार हैं. लेकिन हिंदी फिल्मों के वे एकमात्र ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्हें मैं सिर्फ इसलिए सुपरस्टार या सुपरहीरो नहीं मानतीं, चूंकि वे हैंडसम हैं. या फिर उनके लुक पर लड़कियां मरती हैं बल्कि इसलिए क्योंकि वे बार बार अपनी परेशानियों से उबर कर सामने आ रहे हैं. जब उन्हें स्टंट करने से मनाही है. वे 80 दिन के लगातार शूट का हिस्सा बनते हैं. वे कई बार लड़खड़ाये हैं. लेकिन फिर उठ खड़े होते हैं. किसी व्यक्ति के लिए बुरी आर्थिक स्थिति उबरना आसान होता है. चूंकि वह धन तो दोबारा मेहनत से अर्जित कर लेता है. लेकिन खुद से बार बार लड़ कर खुद को मजबूत बनाये रखना हर किसी के वश की बात नहीं. ऋतिक फिल्मों से परे एक बेहतरीन बेटे हैं. वे अपने पापा राकेश रोशन की तरह ही अपने पूरे परिवार का ख्याल रखना चाहते हैं और रखते भी हैं. यह दर्शाता है कि ऋतिक वाकई रियल लाइफ में भी सुपरहीरो या सुपरस्टार क्यों हैं. उनके जिंदगी के अनुभव से बहुत प्रेरणा मिलती है.
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20130903
असल मायने में सुपरस्टार
हाल ही में ऋतिक रोशन से फिल्म कृष 3 के सिलसिले में उनसे उनके घर पर मुलाकात हुई. ऋतिक ने हाल ही में ब्रेन सर्जरी करायी है और वे फिलहाल आराम कर रहे हैं. चूंकि उन्हें डॉक्टर ने सलाह दी है कि फिलवक्त उन्हें कम से कम चार महीने तक आराम करना जरूरी है. लेकिन ऋतिक इसके बावजूद फिल्म के पोस्ट प्रोडक् शन के काम को पूरा करने में जुटे हुए हंै.ऋतिक के लिए यह पहली बार नहीं जब वह किसी इतनी बड़ी बीमारी से बाहर आ रहे हैं. इससे पहले भी वह कई बार इस तरह की कई बीमारी से जूझते रहे हैं. उन्हें घुटनों में चोट आयी थी और डॉक्टर ने उन्हें कह दिया था कि एक साल के बाद वे घुटनों की मदद से कोई काम नहीं कर पायेंगे. लेकिन ऋतिक ने हर बार वहां से शुरुआत की, जहां आशा की लकीर धुमिल होती दिखाई देती हैं. यह सच है कि ऋतिक सुपरस्टार हैं. लेकिन हिंदी फिल्मों के वे एकमात्र ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्हें मैं सिर्फ इसलिए सुपरस्टार या सुपरहीरो नहीं मानतीं, चूंकि वे हैंडसम हैं. या फिर उनके लुक पर लड़कियां मरती हैं बल्कि इसलिए क्योंकि वे बार बार अपनी परेशानियों से उबर कर सामने आ रहे हैं. जब उन्हें स्टंट करने से मनाही है. वे 80 दिन के लगातार शूट का हिस्सा बनते हैं. वे कई बार लड़खड़ाये हैं. लेकिन फिर उठ खड़े होते हैं. किसी व्यक्ति के लिए बुरी आर्थिक स्थिति उबरना आसान होता है. चूंकि वह धन तो दोबारा मेहनत से अर्जित कर लेता है. लेकिन खुद से बार बार लड़ कर खुद को मजबूत बनाये रखना हर किसी के वश की बात नहीं. ऋतिक फिल्मों से परे एक बेहतरीन बेटे हैं. वे अपने पापा राकेश रोशन की तरह ही अपने पूरे परिवार का ख्याल रखना चाहते हैं और रखते भी हैं. यह दर्शाता है कि ऋतिक वाकई रियल लाइफ में भी सुपरहीरो या सुपरस्टार क्यों हैं. उनके जिंदगी के अनुभव से बहुत प्रेरणा मिलती है.
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