20130903

प्रेम का विश्लेषण


 सलमान शाहरुख जब से इफ्तार पार्टी पर एक दूसरे के गले लगे. पूरे मीडिया में केवल इसी बात को लेकर चर्चा है कि आखिर क्यों सलमान ने अचानक शाहरुख को गले लगा लिया. लगातार इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है. जैसे बॉलीवुड में बाकी खबरों की अब कोई जगह ही नहीं. कई वरिष्ठ अपनी राय रख रहे हैं.  सलमान के पापा सलीम खान की बातों को तोड़ मड़ोड़ कर लोगों के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट रूप से यह बात कही है कि पूरा बॉलीवुड एक परिवार बन कर नहीं रह सकता. सबके अपने अपने व्यक्तिगत कारण होते हैं और कोई उन्हें बाध्य नहीं कर सकता. खुद सलीम खान और जावेद अख्तर के बीच रिश्तों में खटास आ गयी थी और दोनों अब प्रोफेशनल रूप से एक दूसरे के साथ काम नहीं करते. प्रश्न यह उठता है कि आखिर क्यों दुनिया या मीडिया इस बात को स्वीकार नहीं रही कि वाकई सलमान खान ने शाहरुख खान को ईदी दी है. दोनों ने एक दूसरे को गले लगा कर वह भी ईद के महीने में यह साबित कर दिया है कि रंजीशों को बहुत दिनों तक ले कर चलने से वे दोनों खुद भी काफी परेशान थे. उधर खबर यह भी रही कि प्रियंका और करीना ने भी आपस में सुलह कर ली है. यह बॉलीवुड के नयी बयार है और सकारात्मक संकेत हैं. हालांकि यह तो जगजाहिर है कि जो भावना हिंदी सिने जगत में पहले थी. अब वह लोगों के बीच नहीं और न ही वह अपनत्व आ सकता है. लेकिन कम से कम अपने इगो को भूल कर अगर लोग एक दूसरे के करीब आ रहे हैं तो इस बात का स्वागत किया जाना चाहिए  न कि विश्लेषण कि अरे ऐसा कैसा हो गया. दुश्मन दोस्त कैसे बन गये. पहले के दौर में अमिताभ और राजेश खन्ना एक दूसरे को सामने से चुनौती देते थे. वर्तमान में स्टार्स सामने से नहीं बल्कि पीठ पीछे चुनौती देते हैं और स्वीकार भी करते हैं. शायद इसलिए लोग इसे सामान्य नहीं मान रहे 

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