वाणी कपूर फिल्म शुद्ध देसी रोमांस से अपनी पहली शुरुआत कर रही हैं. दिल्ली की रहनेवाली वाणी इस बात से बेहद खुश हैं कि उन्हें पहली ही फिल्म यशराज के बैनर की मिली है.
वाणी कपूर के साथ फिल्म में सुशांत सिंह और परिणीति चोपड़ा भी हंै. बातचीत वाणी से
शुद्ध देसी रोमांस कैसे मिली आपको?
मैं दिल्ली से हूं. कामर्स से पढ़ाई की है. मैं दिल्ली में मॉडलिंग कर रही थी. मैं मुंबई के एक शूट के लिए आयी थी. कि मुझे शन्नो शर्मा का फोन आया जो कि यशराज की कास्टिंग डायरेक्टर हैं. उन्होंने मेरा आॅडिशन लिया. फिर मैं दिल्ली चली गयी बाद में मुझे बुलाया तो मुझे तो विश्वास नहीं हुआ कि मुझे यशराज कीफिल्म मिल रही है. मैंने उनके साथ काफी वक्त बिताया. फिर बाद में मेरा नाम फाइनल हुआ. आदित्य और मनीष दोनों ने मेरा आॅडिशन देखा. फिर मनीष जो कि फिल्म के निर्देशक हैं. उनके साथ मेरी मीटिंग ुहई. फिर उन्होंने मेरा आॅडिशन लिया और फिर मुझे तारा का किरदार मिला.
तो क्या सबकुछ आसानी से मिल गया आपको? बॉलीवुड में एंट्री के लिए तो काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं?
नहीं ऐसा नहीं है कि मैंने मेहनत नहीं की. मुझे मुश्किलें नहीं आयीं. लेकिन उन बातों का ज्यादा जिक्र करना नहीं चाहती. मुझे मेरे मन लायक फिल्म मिली है. यह जरूर कहूंदी. मैं जैसी हूं. तारा उससे अलग है. तो अलग सा किरदार है. मैं कैरेक्टर भूमिकाएं ज्यादा से ज्यादा करना चाहती हूं ताकि ज्यादा से ज्यादा सीख सकूं. तो अच्छा लग रहा है. तारा का किरदार बिल्कुल अलग है. वह मेच्योर है. स्ट्रेट फॉरवार्ड है. मैं वास्तविकता में वैसी नहीं. लेकिन हां उसकी क्वालिटी जो भी हैं, मैं चाहंूगी कि मुझमें भी नजर आये.
सुशांत सिंह के साथ अनुभव कैसा रहा? आपके साथ फिल्म में परिणीति भी हैं?
सुशांत सिंह को मैं पहले से नहीं जानती थी. यशराज आकर जाना. फिर मैंने गुगल किया और डिटेलिंग ली. उनके बारे में. सबने बताया. काफी अच्छे एक्टर डांसर हैं. वे सेट पर शांत रहते हैं लेकिन फिर भी हमने खूब मस्ती की. फिल्म दरअसल, मस्ती मूड की फिल्म है न इसलिए. हमने खूब मजे किये. परिणीति तो एकदम बिदांस है. काफी फ्रेंडली है. अच्छा लगता है. उससे बातें करना. मुझे घर सा माहौल दिया उसने यहां पर
बॉलीवुड कैसा लग रहा है?
दरअसल, अब तक समझ ही नहीं आया है. मैं तो नयी हूं. बहुत लोगों से मिलना जुलना भी नहीं हुआ है. जस्ट शुरुआत है. लेकिन धीरे धीरे इस फिल्म के बाद ही कुछ कह पाऊंगी. फिलहाल बहुत ज्यादा जाना नहीं है. बॉलीवुड को जितना बाहर से जानती थी अब भी उतनां ही जानती हूं. लेकिन यशराज के साथ काम करने का अनुभव बेहद खास रहा. एंजॉय कर रही हूं. यशराज की फिल्में देखती रही हूं और अब हिस्सा हूं तो अच्छा लग रहा है.
आपके परिवार से पहले कोई फिल्म जगत से जुड़ा रहा है क्या?
नहीं बिल्कुल नहीं. मैं पहली लड़की हूं और इसलिए उनके मन में कई तरह के प्रश्न भी हैं. लेकिन वे खुश हैं कि मुझे बड़ा ब्रेक मिला है और अब बस मेहनत करूंगी तो आगे अच्छा ही करूंगी. उम्मीद है कि दर्शकों को मेरा काम अच्छा लगेगा.
पहले दिन कैमरा फेस किया तो कैसा रहा अनुभव?
उस दिन मेरे डायलॉग थे ही नहीं. तो जाहिर सी बात है. खास परेशानी नहीं ही हुई. लेकिन बाद में मनीष, सुशांत और परिणीति से डायलॉग डिलिवरी में काफी मदद की. मजा आया काम करके.
लीव इन में विश्वास करती हैं ?
हां, मगर परिवार वालों की इजाजत से रहूंगी. अगर कभी रहने का मौका मिला तो. इससे हम एक दूसरे को समझने लगते हैं. एक दूसरे का साथ मिलता है. अनजान शहर में तो मुझे इसमें कोई बुराई नहीं दिखती,
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