20140425

रमन भल्ला सा नहीं मैं : करन पटेल


करन पटेल इन दिनों स्टार प्लस के धारावाहिक ये हैं मोहब्बते में रमन भल्ला का किरदार निभा रहे हैं. दर्शक उन्हें इस किरदार में बेहद पसंद कर रहे हैं. 

करन, आप शो में रमन भल्ला का किरदार निभा रहे हैं, जो ऊपर से सख्त हैं. लेकिन दिल से बेहद मासूम? वास्तविक जिंदगी में भी क्या आप ऐसे ही हैं?
नहीं दरअसल, वास्तविक जिंदगी में तो मैं अंदर और बाहर दोनों से ही सख्त नहीं हूं. फन लविंग हूं और हर चीज को एंजॉय करता हूं. रमन भल्ला की तरह तो मैं बिल्कुल नहीं हूं. मैं फन लविंग के साथ साथ अनप्रीडिक्टेबल हूं. रमन हर काम सुनिश्चित तरीके से करता है. लेकिन मैं ऐसा बिल्कुल नहीं हूं. सो, करन और रमन में कोई समानता नहीं है.
इस शो को इन दिनों काफी लोकप्रियता मिल रही है. आपको उम्मीद थी कि शो को इस कदर कामयाबी मिलेगी?
नहीं, मुझे नहीं लगा था. हां, मगर कांसेप्ट अलग था और यही वजह रही कि कई दिनों के बाद कुछ अलग देखने वाले दर्शकों को यह शो पसंद आया. मेरा पिछला शो कसम से और कस्तूरी में भी लोगों ने मुझे बेहद पसंद किया था. लेकिन रमन भल्ला के रूप में मुझे ज्यादा लोकप्रियता मिल रही है. अब जहां भी जाता हूं लोग मुझे रुही के पापा कहते हैं या रमन भल्ला कहते हैं.
आपकी  को स्टार द्वियंका त्रिपाठी के बारे में बतायें?
द्वियांका बेहतरीन अभिनेत्री होने के साथ साथ दिल की बेहद अच्छी हैं और शायद यही वजह है कि उन्हें यह शो आॅफर हुआ और वह इशिता का किरदार बखूबी निभा पा रही हैं. वह भी बेहद फन लविंग हैं और  सबसे खास बात वह इशिता की तरह ही बहुत केयरिंग भी हैं. मुझे लगता है कि इशिता का जैसा किरदार है हर लड़की को वैसा होना ही चाहिए. जो अपने माता पिता के साथ साथ हर किसी का ख्याल रखना जानती हैं साथ ही किसी पर भी यूं ही भरोसा नहीं करती. वह जानती है कि उसे क्या करना है क्या नहीं.
क्या वजह है कि लोगों को यह शो काफी पसंद आ रहा है?
शो का कांसेप्ट नया है. दो पड़ोसी हैं. दो एक दूसरे को पसंद नहीं करते. लेकिन सिर्फ एक बच्ची की वजह से दोनों परिवार एक होते हैं. इस शो के माध्यम से दो कल्चर की चीजें तो सामने आ ही रही हैं. दो कल्चर एक दूसरे में कैसे मिक्स होने की कोशिश करते हैं ये चीजें दिखाई जा रही हैं. साथ ही इन बातों से भी डील करते दिखाया जा रहा है कि एक बच्ची बिना मां के कैसे रह सकती. एक मां कैसे बच्ची को छोड़ कर किसी दूसरे आदमी के पास सिर्फ पैसों के लिए जा सकती. ऐसा नहीं है कि ये सब मनगढंÞत कहानियां हैं. हकीकत यही है कि हमारे आस पास की दुनिया में ऐसा होता है. ऐसे कई लोग हैं जो अपने बच्चों की परवाह नहीं करते. उन लोगों को सामने लाने का यह शो अच्छा जरिया है.
एक्टिंग के अलावा आपको किन किन चीजों में दिलचस्पी है?
मुझे गाने सुनना, किताब पढ़ना अच्छा लगता है. आज कल मैं मंजू कपूर की किताब कस्टडी पढ़ रहा हूं. मुझे कल हो न हो का टाइटिल ट्रेक बार बार सुनना बेहद अच्छा लगता है. मुझे फिल्में देखने पसंद है. सोशल नेटवर्किंग करना भी अच्छा लगता है. चूंकि इसके माध्यम से हमें एक साथ काफी जानकारी मिलती है और काफी लोगों से आप कनेक्ट हो जाते हैं.
करन आप खुद गुजराती हैं और किरदार पंजाबी का निभा रहे हैं तो क्या क्या समानता और विभिन्नता दिखती है दोनों कल्चर में?
दरअसल, विभिन्न होते हुए भी दोनों एक से हैं. दोनों ही लोग खाने के शौकीन हैं और मौज मस्ती के भी. सभ्यता में कई समानता हैं. दोनों कल्चर को लेकर काफी सजग हैं. कहीं भी जायें वे अपने कल्चर को नहीं छोड़ते. बिजनेस का दिमाग पंजाबी और गुजराती दोनों ही के पास होता है. और जबरदस्त होता है.
अगर बॉलीवुड में कभी आॅफर मिले तो?
तो जरूर करूंगा. मेरी इच्छा है कि मैं काजोल और शाहरुख की फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे जैसा कुछ किरदार निभाऊं.

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