इरफान खान को इस बात से नाराजगी है कि उनका नाम हिमेश रेशमिया की आनेवाली फिल्म द एक्पोज में पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. जबकि उन्होंने फिल्म में बस मेहमान भूमिका निभाई है. इरफान को इस बात से आपत्ति है कि उनकी तसवीर पोस्टर में नजर आ रही है. चूंकि इरफान अब ब्रांड हैं और वह हरगिज नहीं चाहेंगे कि उनका नाम किसी ऐसी फिल्म के साथ जुड़े, जिसे लेकर वे खुद आश्वस्त नहीं हैं. यह पहली बार नहीं हो रहा. इससे पहले अक्षय कुमार ने भी एक पंजाबी फिल्म के निर्माताओं को खरी खोटी सुनाई थी. चूंकि वे उनके नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे थे. प्रियंका चोपड़ा ने स्टारडम से पहले कोई फिल्म की थी. और उस वक्त वह डिब्बाबंद हो गयी थी. लेकिन बाद में निर्माताओं ने प्रियंका के स्टारडम को भुनाने की कोशिश की. दरअसल, बॉलीवुड में यह रीत पुरानी नहीं है. यहां स्टारडम और स्टार्स को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती. पिछले कई सालों से फिल्मों में खासतौर से मेहमान भूमिकाओं को ध्यान में रख कर कहानियां कही जा रही है. ताकि दर्शक अपने पसंदीदा कलाकारों को चंद मिनटों के लिए ही सही उसके लिए ही टिकट खिड़की पर आ जायें. चूंकि निर्माता भी जानते हैं कि हिंदी दर्शक का एक तबका ऐसा है जो सिर्फ अपने पसंदीदा स्टार की झलक पाने के लिए भी पैसे खर्च कर सकता है. मैंने खुद देखा है. सलमान खान के फैन फिल्म में उनका नाम आने पर भी सिटियां बजाते हैं. ऐसे ेमें निर्माता यही कोशिश करते हैं कि कैसे भी बस उनके मुनाफे होते रहें. सलीम खान हमेशा कहते हैं कि उनके बेटे सलमान खान के नाम मेहमान भूमिका निभाने का रिकॉर्ड दर्ज हो जायेगा. चूंकि वे सबसे अधिक फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाते हैं. हकीकत यही है कि लोग अपने आपसी संबंधों का इस्तेमाल भी व्यवसायिक रूप में करते हैं.कई बार
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20140425
रिश्ते और मेहमान भूमिकाएं
इरफान खान को इस बात से नाराजगी है कि उनका नाम हिमेश रेशमिया की आनेवाली फिल्म द एक्पोज में पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. जबकि उन्होंने फिल्म में बस मेहमान भूमिका निभाई है. इरफान को इस बात से आपत्ति है कि उनकी तसवीर पोस्टर में नजर आ रही है. चूंकि इरफान अब ब्रांड हैं और वह हरगिज नहीं चाहेंगे कि उनका नाम किसी ऐसी फिल्म के साथ जुड़े, जिसे लेकर वे खुद आश्वस्त नहीं हैं. यह पहली बार नहीं हो रहा. इससे पहले अक्षय कुमार ने भी एक पंजाबी फिल्म के निर्माताओं को खरी खोटी सुनाई थी. चूंकि वे उनके नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे थे. प्रियंका चोपड़ा ने स्टारडम से पहले कोई फिल्म की थी. और उस वक्त वह डिब्बाबंद हो गयी थी. लेकिन बाद में निर्माताओं ने प्रियंका के स्टारडम को भुनाने की कोशिश की. दरअसल, बॉलीवुड में यह रीत पुरानी नहीं है. यहां स्टारडम और स्टार्स को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती. पिछले कई सालों से फिल्मों में खासतौर से मेहमान भूमिकाओं को ध्यान में रख कर कहानियां कही जा रही है. ताकि दर्शक अपने पसंदीदा कलाकारों को चंद मिनटों के लिए ही सही उसके लिए ही टिकट खिड़की पर आ जायें. चूंकि निर्माता भी जानते हैं कि हिंदी दर्शक का एक तबका ऐसा है जो सिर्फ अपने पसंदीदा स्टार की झलक पाने के लिए भी पैसे खर्च कर सकता है. मैंने खुद देखा है. सलमान खान के फैन फिल्म में उनका नाम आने पर भी सिटियां बजाते हैं. ऐसे ेमें निर्माता यही कोशिश करते हैं कि कैसे भी बस उनके मुनाफे होते रहें. सलीम खान हमेशा कहते हैं कि उनके बेटे सलमान खान के नाम मेहमान भूमिका निभाने का रिकॉर्ड दर्ज हो जायेगा. चूंकि वे सबसे अधिक फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाते हैं. हकीकत यही है कि लोग अपने आपसी संबंधों का इस्तेमाल भी व्यवसायिक रूप में करते हैं.कई बार
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