20140425

मैं और मेरे सुपरस्टार्स-8


इस बार माही गिल से मयंक राज  पूछ रहे हैं सवाल
मयंक : आपने यह कब महसूस किया कि आपको फिल्मों में आना चाहिए?
माही : थियेटर करना मुझे हमेश से पसंद था. मैंने पंजाब यूनिवर्सिटी के थियेटर डिपार्टमेंट से एक्टिंग सीखी है. और मैं बहुत खुश हूं कि जिस तरह मुझे फिल्मों में मौके मिल रहे हैं वह मेरे लिए अच्छा है.
मयंक : आपके शुरुआती दिनों के अनुभव बताएं?
माही : शुरुआती दिनों में जैसे हर नयी और बाहरी लड़की को कहीं से आने पर काफी मेहनत और स्ट्रगल करनी पड़ती है. मुझे भी करनी पड़ी. लेकिन अनुराग कश्यप ने मेरी प्रतिभा को पहचाना और मुझे देव डी जैसी फिल्मों में काम करने का मौका दिया. यह बड़ी बात थी. शुरू शुरू में कुछ लोगों ने कहा था कि मैं एक्टिंग नहीं कर पाऊंगी. लेकिन देव डी, साहेब बीवी... आने के बाद उनके ये सारे भ्रम दूर हुए. मैं शुरू में बहुत इंट्रोवर्ट थी. कम बोलती थी. शायद इसलिए खुल कर काम मांगने में दिक्कत होती थी.
मयंक राज : आपको अगर देव डी से उलट देवदास आॅफर होती तो कैसा महसूस करतीं और क्या वह किरदार निभातीं?
माही : हां, जरूर निभाती. उसमें भी अपनी छाप छोड़ जाती जो चंदा के किरदार में छोड़ी.
मयंक राज : आप तिग्मांशु धूलिया की फिल्मों की हीरोइन मानी जाती हैं. आप इस बात से कितनी सहमत हैं?
मैं यहां काम करने आयी हूं और जैसे जैसे अच्छे अवसर मिलते जायेंगे. मैं करूंगी. अनुराग कश्यप और तिग्मांशु दो ऐसे निर्देशक हैं जिन्होंने मेरी प्रतिभा को निखारा है और मैं दोनों की बहुत इज्जत करती हूं.
एक्सट्रा शॉट : माही गिल का असली नाम रिंपी कॉर गिल है.
अनुराग पहले फिल्म देव डी में  माही को पारो के रूप में कास्ट करना चाहते थे.
माही ने फिल्मी करियर की शुरुआत हवाएं फिल्म से की थी.


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