फिल्म हाइवे में आलिया भट्ट की काफी तारीफ हुई. उनकी पहली शुरुआत फिल्म स्टूडेंट आॅफ द ईयर से हुई थी. लेकिन उन्होंने समीक्षकों के बीच पहचान हाइवे फिल्म से ही मिली है. आलिया ने फिल्म में जिस तरह की भूमिका निभायी है. बी टाउन में इस बात को लेकर चर्चा है कि आलिया भट्ट ने फिल्म में जिस तरह का किरदार निभाया है. वह उनकी बहन पूजा भट्ट द्वारा फिल्म चोर और चांद में निभाये गये किरदार से मिलता जुलता है. इस बात से पूजा को नारजगी है. जाहिर सी बात है आलिया भी कभी ये पसंद नहीं करेंगी कि उनकी तूलना उनकी बहन से हो. लेकिन आलिया के लुक से लेकर उनके अभिनय तक में दिल है कि मानता नहीं वाली युवा पूजा की तलाश की जा रही है. आलिया इस दौर की अभिनेत्री हैं और अच्छा है कि वह किसी अन्य अभिनेत्री की नकल करने की कोशिश नहीं कर रहीं. लेकिन जबरन अगर लगातार उनकी बहन से उनकी तुलनाएं होती रहीं तो उनके लिए स्वतंत्र पहचान बना पाना मुश्किल होगा. वरुण धवन यह स्वीकारते हैं कि जब कोई बच्चा फिल्मी बैकग्राउंड से होता है तो उसके अपने संघर्ष हो जाते हैं. यह भी संघर्ष का एक हिस्सा है कि आपकी लगातार तुलनाएं होती ही रहती हैं. अर्जुन कपूर से भी कई बार यह प्रश्न पूछे जाते रहे हैं कि आप अनिल कपूर की तरह अभिनय करते हैं. तो वे मुंहफट होकर जवाब देते हैं कि ऐसा आपको लगता है. दरअसल, यह मीडिया और आमलोगों की विडंबना है कि हम किसी भी व्यक्ति को स्वतंत्र होने नहीं देना चाहते. हम चाहते हैं कि अगर परिवार में चार पुस्तों में डॉक्टरों की फौज तैयार हुई है तो आनेवाले जेनरेशन में भी डॉक्टर हो और अगर कोई अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश भी करें तो उन्हें आगे बढ़ने के मौके नहीं मिल पाते. हिंदी सिनेमा में भी इस बीमारी से बुरी तरह ग्रसित है.
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20140401
पारिवारिक तूलना
फिल्म हाइवे में आलिया भट्ट की काफी तारीफ हुई. उनकी पहली शुरुआत फिल्म स्टूडेंट आॅफ द ईयर से हुई थी. लेकिन उन्होंने समीक्षकों के बीच पहचान हाइवे फिल्म से ही मिली है. आलिया ने फिल्म में जिस तरह की भूमिका निभायी है. बी टाउन में इस बात को लेकर चर्चा है कि आलिया भट्ट ने फिल्म में जिस तरह का किरदार निभाया है. वह उनकी बहन पूजा भट्ट द्वारा फिल्म चोर और चांद में निभाये गये किरदार से मिलता जुलता है. इस बात से पूजा को नारजगी है. जाहिर सी बात है आलिया भी कभी ये पसंद नहीं करेंगी कि उनकी तूलना उनकी बहन से हो. लेकिन आलिया के लुक से लेकर उनके अभिनय तक में दिल है कि मानता नहीं वाली युवा पूजा की तलाश की जा रही है. आलिया इस दौर की अभिनेत्री हैं और अच्छा है कि वह किसी अन्य अभिनेत्री की नकल करने की कोशिश नहीं कर रहीं. लेकिन जबरन अगर लगातार उनकी बहन से उनकी तुलनाएं होती रहीं तो उनके लिए स्वतंत्र पहचान बना पाना मुश्किल होगा. वरुण धवन यह स्वीकारते हैं कि जब कोई बच्चा फिल्मी बैकग्राउंड से होता है तो उसके अपने संघर्ष हो जाते हैं. यह भी संघर्ष का एक हिस्सा है कि आपकी लगातार तुलनाएं होती ही रहती हैं. अर्जुन कपूर से भी कई बार यह प्रश्न पूछे जाते रहे हैं कि आप अनिल कपूर की तरह अभिनय करते हैं. तो वे मुंहफट होकर जवाब देते हैं कि ऐसा आपको लगता है. दरअसल, यह मीडिया और आमलोगों की विडंबना है कि हम किसी भी व्यक्ति को स्वतंत्र होने नहीं देना चाहते. हम चाहते हैं कि अगर परिवार में चार पुस्तों में डॉक्टरों की फौज तैयार हुई है तो आनेवाले जेनरेशन में भी डॉक्टर हो और अगर कोई अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश भी करें तो उन्हें आगे बढ़ने के मौके नहीं मिल पाते. हिंदी सिनेमा में भी इस बीमारी से बुरी तरह ग्रसित है.
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