हाल ही में एक सुपरस्टार की बेटी और फिल्मी खानदान से संबंध रखनेवाली एक अभिनेत्री से मुलाकात हुई. उन्होंने कभी खुद अपने ही इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि कुछ बैनर उनकी विशलिस्ट में हैं और वे निश्चित तौर पर उनके साथ काम करके खुद को लकी मानेंगी. लेकिन जब यही सवाल उनसे पूछा गया कि आखिर आपका सपना पूरा हो रहा है और आप अब उस बैनर के साथ काम करने जा रही हैं तो वे नाराज हो गयीं. ऐसा लगा जैसे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंच गयी कि कोई सुपरस्टार की बेटी से ऐसे सवाल कैसे पूछ सकता है. वह पहली अभिनेत्री नहीं हैं, जिन्होंने ये नखरें दिखाये हैं. दरअसल, फिल्मी खानदान के बच्चे भले ही यह कोशिश करें कि वह दिखावा कर सकें कि वे कितने विनम्र हैं और उनमें जरा भी घमंड नहीं. लेकिन यह सच्चाई नहीं. कहीं न कहीं उनके जेहन में यह बात बैठी होती है कि वे सुपरस्टार के बेटे या बेटी हैं और शायद यही वजह है कि कई बार उन्हें सफलता नहीं मिल पाती.चूंकि हम इसी भ्रम में जीते रहते हैं कि हम तो नामचीन हस्तियों के परिवार से हैं. जबकि हकीकत यह है कि उन्हें इस बात का अहंकार होता है. वे अपनी बातों से या किसी न किसी रूप में आपको यह दर्शा देंगे कि वे किस तरह औरों से अलग हैं. रणबीर कपूर कहते हैं कि मैं पैसों के लिए काम नहीं करता. क्योंकि मुझे पैसे की जरूरत नहीं. करीना भी यही बातें दोहराती हैं. सोहा अली खान को भी अपने परिवार की वजह से फिल्में मिल रही हैं. अभिषेक बच्चन पिछले लंबे अरसे से अपने परिवार की परंपरा को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हकीकत यही है कि फिल्मी खानदान के बच्चों की आम जिंदगी या आम बच्चों की तरह परवरिश नहीं होती है. जाहिर है ऐसे में उनके मन में वे ही बातें और माहौल बैठती जायेंगी, जिसके वे आदि हैं.
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20140401
नामचीन हस्ती और अहंकार
हाल ही में एक सुपरस्टार की बेटी और फिल्मी खानदान से संबंध रखनेवाली एक अभिनेत्री से मुलाकात हुई. उन्होंने कभी खुद अपने ही इंटरव्यू में इस बात का जिक्र किया था कि कुछ बैनर उनकी विशलिस्ट में हैं और वे निश्चित तौर पर उनके साथ काम करके खुद को लकी मानेंगी. लेकिन जब यही सवाल उनसे पूछा गया कि आखिर आपका सपना पूरा हो रहा है और आप अब उस बैनर के साथ काम करने जा रही हैं तो वे नाराज हो गयीं. ऐसा लगा जैसे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंच गयी कि कोई सुपरस्टार की बेटी से ऐसे सवाल कैसे पूछ सकता है. वह पहली अभिनेत्री नहीं हैं, जिन्होंने ये नखरें दिखाये हैं. दरअसल, फिल्मी खानदान के बच्चे भले ही यह कोशिश करें कि वह दिखावा कर सकें कि वे कितने विनम्र हैं और उनमें जरा भी घमंड नहीं. लेकिन यह सच्चाई नहीं. कहीं न कहीं उनके जेहन में यह बात बैठी होती है कि वे सुपरस्टार के बेटे या बेटी हैं और शायद यही वजह है कि कई बार उन्हें सफलता नहीं मिल पाती.चूंकि हम इसी भ्रम में जीते रहते हैं कि हम तो नामचीन हस्तियों के परिवार से हैं. जबकि हकीकत यह है कि उन्हें इस बात का अहंकार होता है. वे अपनी बातों से या किसी न किसी रूप में आपको यह दर्शा देंगे कि वे किस तरह औरों से अलग हैं. रणबीर कपूर कहते हैं कि मैं पैसों के लिए काम नहीं करता. क्योंकि मुझे पैसे की जरूरत नहीं. करीना भी यही बातें दोहराती हैं. सोहा अली खान को भी अपने परिवार की वजह से फिल्में मिल रही हैं. अभिषेक बच्चन पिछले लंबे अरसे से अपने परिवार की परंपरा को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हकीकत यही है कि फिल्मी खानदान के बच्चों की आम जिंदगी या आम बच्चों की तरह परवरिश नहीं होती है. जाहिर है ऐसे में उनके मन में वे ही बातें और माहौल बैठती जायेंगी, जिसके वे आदि हैं.
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