फिल्म आर राजकुमार में सोनाक्षी सिन्हा ने खामोश शब्द का बार बार इस्तेमाल किया है. दरअसल, सोनाक्षी ही नहीं स्टार पुत्र पुत्रियां अपने पिता की विरासत को अपनी धरोहर समझते हैं और अपना एकाधिकार मानते हैं. चूंकि उनके माता पिता जिस दौर में लोकप्रिय रहे. उनका अंदाज भी लोकप्रिय हुआ. स्टार पुत्र पुत्रियां अपने माता पिता की इस ख्याति का इस्तेमाल अपनी लोकप्रियता के लिए बिंदास अंदाज में करते नजर आते रहते हैं.
खामोश -सोनाक्षी
सोनाक्षी सिन्हा के पिता शत्रुघ्न सिन्हा जिस दौर में फिल्मों में सक्रिय रहे. उन्होंने फिल्मों में खामोश शब्द का प्रयोग सबसे अधिक किया था. और बाद के दौर में यही शब्द उनकी पहचान बन गयी. सिर्फ इस शब्द के इस्तेमाल से ही लोगों को यह जानकारी मिल जाती है कि उस बात का कहीं न कहीं से कोई न कोई ताल्लुक शत्रुघ्न सिन्हा से है ही. हालांकि शत्रुघ्न सिन्हा को यह बिल्कुल पसंद नहीं कि कोई आमतौर पर उनका मजाक उड़ाये. लेकिन अपनी बेटी को उन्होंने यह अधिकार दे रखा है. सो, सोनाक्षी अपनी हर फिल्म में इस शब्द का जम कर इस्तेमाल करती हैं. फिर चाहे वह फिल्म दबंग हो या आर राजकुमार. वे आमतौर पर भी फिल्मी समारोह में इस शब्द का इस्तेमाल करती रहती हैं. निस्संदेह उन्हें इससे उन दर्शकों से जुड़ने का मौका मिल जाता है, जो शत्रुघ्न के दौर के रहे हैं और उनके प्रशंसक भी.
अभिषेक बच्चन बोल बच्चन
फिल्म बोल बच्चन में अमिताभ बच्चन ने बोल बच्चन नामक गाने पर परफॉर्म करना सिर्फ इसलिए स्वीकार किया था, क्योंकि उस फिल्म में अभिषेक बच्चन थे. फिल्म का पहले नाम बोल वचन था. लेकिन अभिषेक के जुड़ने से फिल्म का नाम बोल बच्चन हो गया. और अभिषेक बच्चन ने फिल्म में जम कर अपने पिता अमिताभ बच्चन के लोकप्रिय संवाद और अंदाज को दोहराया. शुरुआती दौर में भी जब अभिषेक फिल्मों में आये थे. वे उत्तर प्रदेश की फिल्मों में अधिक काम करते थे और शुरुआती दिनों की उनकी फिल्मों में अमिताभ बच्चन की फिल्मों से जुड़े संवाद जरूर होते थे.
जीतेंद्र की कॉपी तुषार
तुषार कपूर ने कई फिल्मों में अपने पापा की कॉपी करने की कोशिश की है. वे जीतेंद्र की तरह डांस स्टेप करते कई फिल्मों में नजर आये हैं. साथ ही पापा की तरह सफेद कपड़ों में भी वे कई फिल्मों में नजर आये हैं. आये दिन टेलीविजन शोज में भी वे पापा की कॉपी करते नजर आते हैं.
रणबीर कपूर की बचना ऐ हसीनो
रणबीर कपूर अपने पापा ऋषि कपूर से हमेशा प्रेरित रहे हैं और उन्हें जब भी मौका मिलता है. वे अपने पिता की नकल करने में ंिहचकते नहीं हैं. उन्होंने बचना ऐ हसीनो फिल्मों में बचना ऐ हसीनों नामक गाने पर परफॉर्म किया. जिस पर कभी ऋषि कपूर ने परफॉर्म किया था. रणबीर इसे हर बार ट्रीब्यूट का नाम दे देते हैं. ऋषि और रणबीर ने एक बार आइफा अवार्ड में साथ साथ इसी गाने पर परफॉर्म भी किया.
बॉबी देओल ने की शोले की कॉपी
बॉबी देओल ने अपनी शुरुआती फिल्मों में अपने पिता धर्मेंद्र की लोकप्रिय संवादों का सहारा लेने की हमेशा कोशिश की. बॉबी ने फिल्म बरसात, अजनबी जैसी फिल्मों में फिल्म शोले में धर्मेंद्र का लोकप्रिय संवाद कुत्ते मैं तेरा खून पी जाऊंगा...जैसे संवाद कई बार दोहराये. धर्मेंद्र के अन्य संवाद भी फिल्मों में इस्तेमाल होते रहे हैं. यही नहीं बॉबी और सनी ने मिल कर तो धर्मेंद्र के लोकप्रिय गीत यमला पगला दीवाना पर ही फिल्मों का नाम भी रखा. फिल्म के शीर्षक के लिए यह शब्द चुनने की वजह यही थी कि बॉबी और सनी भी जानते थे कि दर्शक इससे जुड़ पायेंगे. यमला पगला दीवाना ने सनी और बॉबी के डूबते करियर को सहारा दिया तो इसका एक बड़ा श्रेय उनके पिता धर्मेंद्र को भी जाता है.
जगदीप -जावेद जाफरी
हाल ही में जगदीप जावेद जाफरी के शो बुगी वुगी में शामिल हुए. इससे पहले भी जावेद जाफरी ने कई बार फिल्मों में अपने पिता के अंदाज में उनके संवादों को दोहरा कर लोकप्रियता बटोरी है.
इनके अलावा आये दिन फिल्मों में पुराने दौर के कलाकारों को उनके पुराने अंदाज में प्रस्तुत करने की कई बार कोशिशें होती रहीं हैं. जैसे फिल्म हाउसफुल 2 में रणजीत का लोकप्रिय अंदाज का इस्तेमाल किया गया है.फिल्म बोल बच्चन में असरानी का अंगरेजों के जमाने के जेलर वाले संवाद का इस्तेमाल किया गया. मिथुन को प्राय: फिल्मों में डिस्को डांसर के रूप में प्रस्तुत किया जाता रहा है.
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