20140425

मैं और मेरे स्टार्स-2


इस बार झारखंड के देवघर से प्रीति केसरी  और निरमित कुमार अपने पसंदीदा अभिनेता शाहिद कपूर से पूछ रही हैं उनके पसंदीदा सवाल
प्रीति : आपकी आनेवाली फिल्म हैदर को लेकर आप कितने उत्साहित हैं?
शाहिद : मैं बहुत एक्साइटेड हूं. मुझे वैसे भी जब भी विशाल भारद्वाज के साथ काम करने का मौका मिलता है. मैं बेहद खुश हो जाता हूं. चूंकि उनके साथ काम करने का एक अपना मजा है. मुझे लगता है कि वह मुझे सबसे सही तरीके से निखारते हंै और मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि मैं उनके साथ दूसरी फिल्म करने जा रहा हूं.

निरमित : लोगों का आमतौर पर मानना होता है कि जो स्टारी किड होते हैं. उन्हें उतनी परेशानियां नहीं होती फिल्मों में आने के लिए. तो आपको कितना स्ट्रगल करना पड़ा?
शाहिद : हां, लोगों को ऐसा लगता है. कुछ हद तक बात भी सही है. लेकिन मैंने अपनी शुरुआत यूं ही चांदी के चम्मच में रखे कटोरे में रख कर नहीं की, मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी. अगर आप मेरे फैन हैं तो आपको यह पता होगा कि मैंने शुरुआत वीडियो एल्बम से की. मैंने डांस में बकायदा ट्रेनिंग ली. मेहनत की है. आॅडिशन दिये. कई जगह नहीं भी चुना गया. आसान नहीं रहा है यह सफर.

निरमित : पंकज कपूर से आपको क्या क्या सीखने का मौका मिलता है?
शाहिद : मेरे पापा ने हमेशा यह कहा है कि आप खुद से गलतियों से सीखो. उन्होंने कभी ये नहीं कहा कि ये करो ये मत करो. क्योंकि उनके माता पिता ने भी कभी उन्हें रोका टोका नहीं. पापा मुझे नहीं कहते कि ये करो या ये मत करो. वह सबकुछ मुझ पर छोड़ते हैं. हां लेकिन यह हकीकत जरूर है कि जब मुझे कामयाबी मिलती है तो सबसे ज्यादा खुश वही होते हैं और एज एन एक्टर मैं उन्हें बहुत एडमायर करता हूं.

निरमित: आपकी फिल्में जब नाकामयाब होती हैं तो आप उस असफलता को किस तरह लेते हैं?
शाहिद : हर व्यक्ति की तरह मुझे भी दुख होता है और मैंने भी काफी असफलता देखी है. फिर लगने लगता है कि यार अपनी तरफ से मेहनत की थी. फिर कमी कहां रह गयी. लेकिन फिर लगता है कि चलो अगली बार सुधार लेंगे. और फिर दोबारा कोशिशों में लग जाता हूं.

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