20150630

peहली फिल्म की मासूमियत

 कुछ दिनोंं पहले यू टयूब पर पुराने फिल्मी समारोह की क्लीपिंग देख रही थी. इसी क्रम में जिज्ञासा हुई कि फिल्मी दुनिया के तीन खान सलमान खान, शाहरुख खान और आमिर खान ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. उस वक्त फिल्मी समारोह का माहौल व हुलिया कैसा था. और इन कलाकारों ने किस तरह उस अवार्ड समारोह में शिरकत की थी. यह जानने की कोशिश की. क्रमश: आमिर, सलमान व शाहरुख ने एक दो सालों के अंतराल पर ही अपने करियर की शुरुआत की थी. आमिर खान की पहली फिल्म कयामत से कयामत तक उस दौर की हिट फिल्म थी.इसलिए उन्हें उस साल के फिल्मफेयर में परफॉर्म करने का मौका दिया गया था.जी हां, आमिर उस वक्त फिल्मी समारोह का हिस्सा बनते थे. आमिर ने न सिर्फ मासूमियत से फिल्म के गीत पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा... पर परफॉर्म किया, बल्कि साथ ही साथ सीधे व स्पष्ट शब्दों में उन्होंने ड्रग के उपभोग को रोकने के लिए एक सामाजिक अपील भी की थी. वही दूसरी तरफ सलमान फिल्म मैंने प्यार किया के गीतों पर परफॉर्म करते नजर आये थे. शाहरुख खान अपने प्रवेश साल में ये काली काली आंखें...गीत पर परफॉर्म करते नजर आये थे. दरअसल, यह फिल्मी अवार्ड समारोह का वह दौर था.जब कई कार्यक्रम व बातें या कलाकारों का आपसी मिलना जुलना किसी स्क्रिप्ट का हिस्सा नहीं होता था.शायद इसलिए ये सारी चीजें मासूम व स्वभाविक लगती थी. वर्तमान दौर में तो न सिर्फ कलाकारों की लांचिंग में भव्यता व दिखावटीपन नजर आता है, बल्कि जब वे किसी फिल्मी अवार्ड समारोह का हिस्सा बन रहे होते हंै या परफॉर्म कर रहे होते हैं, तो उसमें उनकी कोशिश होती है कि वे कुछ ऐसे एक्ट कर दें, ऐसे करामात दिखायें कि हर तरफ उनकी वाहवाही हो. ग्लैमर ने पहली फिल्म से ही मासूमियत छीन ली है. 

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