20150630

कंगना की न

कंगना रनौत ने हाल ही में एक फेयरनेस क्रीम के विज्ञापन डील को न कहा है. इस ब्रांड ने कंगना को 2 करोड़ रुपये की फीस देने की बात की थी. लेकिन कंगना ने इस डील को इसलिए ठुकराया, क्योंकि वे खुद मानती हैं कि खूबसूरती का गोरेपन से कुछ भी लेना देना नहीं हैं.कंगना मानती हैं कि उनकी बहन रंगोली का रंग सांंवला है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि वह खूबसूरत नहीं है. अगर वह विज्ञापन करतीं तो सबसे पहले वह अपनी बहन का अपमान करतीं और साथ ही उन तमाम लड़कियों का जो गोरी नहीं हैं. कंगना ने माना है कि उनकी जिम्मेदारी हैं और वह किसी का अपमान नहीं कर सकतीं. वाकई कंगना की इस सोच की सराहना होनी चाहिए. कंगना जिस तरह अपने अभिनय में निखरती जा रही हैं. अपनी सोच से भी वे युवाओं को प्रभावित कर रही हैं. कंगना ने अपनी सफलता के साथ अपने लिये कुछ सीमाएं भी खींच ली है, जिनमें उन्होंने तय किया है कि वे आयटम सांग नहीं करेंगी, वैसे गानों का हिस्सा नहीं बनेंगी जिन्हें वे अपने परिवार के बच्चों को न सुना सकें.ऐसे ब्रांड का हिस्सा नहीं बनेंगी जो किसी भी व्यक्ति का रंगभेद के आधार पर तूलना करें. इससे स्पष्ट होता है कि कंगना अब भी जिस परिवेश से यहां तक पहुंची हैं. उन्होंने अपने मूल्यों को नहीं छोड़ा है. वही दूसरी तरफ देखें तो एक अभिनेत्री कॉर्नफ्लेक्स के विज्ञापन में दो हफ्तों में लड़कियों को पतली होने का चैलेंज देती है. जबकि वह अभिनेत्री स्वयं स्लिम हैं. फिल्म तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में भी तब तनूजा दत्तो को खूबसूरत न होने पर खरी खोटी सुनाती है. दत्तो की किरदार स्पष्ट बोलती है कि वह स्टेटलेबल की एथेलिट है. होशियार है. और यही उसकी खूबसूरती है. गौर करें तो वर्तमान दौर में कंगना उन अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो अपनी रील और रियल लाइफ इमेज में सामांजस्य बिठा कर चल रही हैं. 

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