20150630

मीडिया की गरिमा


सलमान खान को पांच साल की सजा सुनाई गयी है.और अगले कुछ दिनों तक लगातार मीडिया सलमान की इस खबर को लेकर पड़ताल जारी रखेगा. कानून ने अपना फैसला सुना दिया है. लेकिन जिस तरह सोशल मीडिया पर सलमान को लेकर तरह तरह के चुटकुलों का सिलसिला जारी है. यह नींदनीय है. कानून से ऊपर कोई नहीं. हकीकत है. मगर इसका यह कतई मतलब नहीं कि सलमान या किसी सेलिब्रिटीज के ऐसे वक्त पर भी माखौल उड़ाया जाये. हाल ही में  बांबे वेल्वेट के सिलसिले में अनुष्का से बातचीत हुई तो उन्होंने स्वीकारा कि किस तरह हाल ही में वर्ल्ड  कप में टीम इंडिया के हार जाने के बाद उनका पुतला जलाया गया और इससे उनके परिवार वाले किस तरह डर गये थे. अनुष्का का कहना था कि आप सेलिब्रिटी हैं, इसका मतलब इंसान नहीं क्या. इन चीजों से हमारे परिवार वालों को भी फर्क पड़ता है. हाल ही में नेपाल में भारतीय मीडिया की कितनी नींदा हुई है. यह बात भी जगजाहिर है. दरअसल, यह भी हकीकत है कि हम इन दिनों खबरों को सनसनी बनाने की होड़ में कुछ ऐसी बातें अपने दायरों को भूल कर कर बैठते हैं. जो हमें नहीं करने चाहिए.खासतौर से सेलिब्रिटिज को लेकर हमारा बर्ताव बेहद ओछा हो जाता है. यह भी हकीकत नहीं कि हर बार गलतियां सेलिब्रिटिज की हो. अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर बता सकती हूं कि आये दिन कई जर्नलिस्ट फिल्मी कलाकारों से कुछ ऐसे सवाल पूछ बैठते हैं, जो हदों को पार कर रहा होता है. कई जर्नलिस्ट स्टार्स से अपने घरेलु संबंध बनाने के लिए उनके जन्मदिन के साथ अपना जन्मदिन जोड़ कर उनके करीब जाने की कोशिश करते हैं. जाहिर है ऐसी बातों से आम लोगों का भी मूड उखड़ सकता है.सो, मीडिया को भी तो एक गरिमा में रह कर अपना कर्तव्य पूरा करना चाहिए

No comments:

Post a Comment