भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी में दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के बीच एक बेहतरीन डांस नंबर फिल्माया है. संजय लीला इन दिनों इस गाने को लेकर बेहद संवेदनशील हैं. खास बात यह है कि इस गाने के लिए उन्होंने कोरियोग्राफर के रूप में रेमो डिसूजा को चुना है. रेमो खुद मानते हैं कि वे जिस तरह की कोरियोग्राफी के लिए जाने जाते हैं. उससे अलग उन्हें संजय लीला भंसाली ने चुनौती दी है. चूंकि उनके मिजाज के विपरीत उन्होंने गाना सौंपा है. इससे पहले संजय लीला भंसाली ने फिल्म देवदास में ऐश्वर्य राय बच्चन और माधुरी दीक्षित के बीच डांस फिल्माया था और वह पूरी तरह से शुद्ध पारंपरिक अंदाज का नृत्य था और उसे सरोज खान ने निर्देशित किया था. दरअसल, वक्त के साथ साथ संजय लीला भंसाली ने भी अपनी पसंद बदली है या यूं कहें उन्हें बदलना पड़ा है. वे कभी हठी माने जाते थे. लेकिन उन्होंने हठ छोड़ कर गब्बर और राउडी जैसी फिल्मों का निर्माण किया और सफल निर्माता भी बन चुके हैं. कभी बाजीराव मस्तानी में वह सलमान व ऐश को फिल्माना चाहते थे और उनकी जिद्द की वजह से ही फिल्म अटकी पड़ी थी. लेकिन अब वह बदल चुके हैं. वे अब यह जान चुके हैं कि सिर्फ अपनी जिद्द से वे सफलता की सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते. सो, अब वह जमाने के साथ चलने की कोशिशों में जुट गये हैं. वजह यह भी है कि उन्हें इस प्रयोग में से मुनाफे ही हुए हैं. यही वजह है कि वह इस सफलता के स्वाद को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं. बाजीराव मस्तानी उनकी कल्पना की दुनिया के और भी कई नये रंग बिखेरेगी. ऐसी उम्मीद की जा रही है. साथ ही उनकी यह परिकल्पना कि रेमो को उनके कंफर्ट जोन से निकाल कर अपने मिजाज के कोरियोग्राफी करते देखना भी दिलचस्प होगा.इस नृत्य की तूलना माधुरी ऐश के नृत्य से अवश्य होगी.
My Blog List
20150630
भंसाली व उनकी नृत्य शैली
भंसाली की फिल्म बाजीराव मस्तानी में दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के बीच एक बेहतरीन डांस नंबर फिल्माया है. संजय लीला इन दिनों इस गाने को लेकर बेहद संवेदनशील हैं. खास बात यह है कि इस गाने के लिए उन्होंने कोरियोग्राफर के रूप में रेमो डिसूजा को चुना है. रेमो खुद मानते हैं कि वे जिस तरह की कोरियोग्राफी के लिए जाने जाते हैं. उससे अलग उन्हें संजय लीला भंसाली ने चुनौती दी है. चूंकि उनके मिजाज के विपरीत उन्होंने गाना सौंपा है. इससे पहले संजय लीला भंसाली ने फिल्म देवदास में ऐश्वर्य राय बच्चन और माधुरी दीक्षित के बीच डांस फिल्माया था और वह पूरी तरह से शुद्ध पारंपरिक अंदाज का नृत्य था और उसे सरोज खान ने निर्देशित किया था. दरअसल, वक्त के साथ साथ संजय लीला भंसाली ने भी अपनी पसंद बदली है या यूं कहें उन्हें बदलना पड़ा है. वे कभी हठी माने जाते थे. लेकिन उन्होंने हठ छोड़ कर गब्बर और राउडी जैसी फिल्मों का निर्माण किया और सफल निर्माता भी बन चुके हैं. कभी बाजीराव मस्तानी में वह सलमान व ऐश को फिल्माना चाहते थे और उनकी जिद्द की वजह से ही फिल्म अटकी पड़ी थी. लेकिन अब वह बदल चुके हैं. वे अब यह जान चुके हैं कि सिर्फ अपनी जिद्द से वे सफलता की सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते. सो, अब वह जमाने के साथ चलने की कोशिशों में जुट गये हैं. वजह यह भी है कि उन्हें इस प्रयोग में से मुनाफे ही हुए हैं. यही वजह है कि वह इस सफलता के स्वाद को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं. बाजीराव मस्तानी उनकी कल्पना की दुनिया के और भी कई नये रंग बिखेरेगी. ऐसी उम्मीद की जा रही है. साथ ही उनकी यह परिकल्पना कि रेमो को उनके कंफर्ट जोन से निकाल कर अपने मिजाज के कोरियोग्राफी करते देखना भी दिलचस्प होगा.इस नृत्य की तूलना माधुरी ऐश के नृत्य से अवश्य होगी.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment