20150630

बचपन और औलाद

इन दिनों शाहरुख खान अपने बेटे अबराम के साथ सार्वजनिक स्थानों पर नजर आते हैं. अबराम भी अपनी मां से अधिक अपने पिता के साथ नजर आते हंै. जाहिर है बचपन से ही पिता से मिले इस स्रेह से अबराम की जिंदगी व उनके परवरिश पर बेहद असर होगा. शाहरुख खान हमेशा यह बातें कहते हैं कि वे अकेले हैं...एक मोड़ पर. लेकिन शायद अबराम की वजह से उनके जीवन का वह एकांत खत्म हो चुका है. शाहरुख आमतौर पर अपने बाकी दोनों बच्चों के साथ इतने सार्वजनिक स्थलों पर नजर नहीं आते. उनके साथ फिल्म की शूटिंग कर रहे सदस्य बताते हैं कि हर दिन एक बार अबराम जरूर सेट पर आते हैं. अबराम जब बड़े होंगे तो शायद ये स्मृतियां उनके मन में समाई रहेंगी और इसका प्रभाव उनके अपने व्यक्तित्व पर भी होगा ही. अबराम जिस वक्त इस दुनिया में आये हैं और जिस खानदान से वे जुड़े हैं. वह ऐतिहासिक खानदान होगा.जब तक अबराम होश संभालेंगे.मुमकिन हो कि वे खुद भी इसी क्षेत्र में कदम रखें. शाहरुख इन दिनों जितनी तसवीरें भी अबराम के साथ शेयर करते हैं. अपने दोनों बच्चों के साथ उतनी नहीं करते. यह भी मुमकिन है कि उनके बाकी दोनों बच्चों को यह सब पसंद न हो. और शायद इसलिए कई बार चाह कर भी शाहरुख अपनी वे तमन्नाएं बच्चों के साथ पूरी न कर पाते हों. चूंकि उन्हें परिवार में भी शाहरुख बन कर ही रहना पड़ता होगा. शायद यही वजह है कि वे चाहते होंगे कि अबराम की जिंदगी के ये हसीन पल जब उन्हें किसी बात की समझ नहीं. उनके साथ जी लें. आमिर खान ने हाल ही में एक बातचीत में कहा था कि वे अपने बच्चों के बारे में कई बातें भूल जाते हैं. क्योंकि अब वे बड़े हो गये हैं तो उनके साथ वक्त बिताने का समय नहीं मिलता. अच्छा है इसी बहाने कम से कम सेलिब्रिटीज अपना बचपन दोबारा जी पाते हैं.

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