परदे पर कामयाबी हासिल करने के बावजूद अभिनेत्रियों पर ताउम्र यह दबाव बना ही रहता है कि उन्हें अत्यधिक स्लिम ही नजर आना है. ताकि निर्माता निर्देशक इसे अपनी फिल्म का सेलेबल विषय बना सकें. शायद यही वजह है कि आरती अग्रवाल जैसी कई अभिनेत्रियां एक गलत रास्ता इख्तियार कर कुछ हासिल करने की बजाय बहुत कुछ खो बैठती हैं. स्थापित अभिनेत्रियों सी शोहरत हासिल करने के लिए नयी युवतियां भी इसी नक् शे कदम पर निकल पड़ती हैं. इस शॉटकर्ट के एवज में उन्हें क्या क्या नहीं गवाना पड़ता. पड़ताल करता यह आलेख
विद्या बालन, अभिनेत्री
यह हकीकत है कि अभिनेत्रियों पर हमेशा यह दबाव बना रहता है कि वे परदे पर पतली नजर आयें. वे जितनी पतली और स्लिम ट्रीम दिखेंगी. उन्हें अधिक दर्शक मिलेंगे. यह सोच निर्माता निर्देशक की होती है. मैं लकी रही हूं कि मुझे मेरे निर्देशकों ने मेरी शर्तों पर चलने दिया. लेकिन शुरुआती दौर में मुझ पर भी दबाव बनाया जाता था और शुरुआत में मैं इसकी परवाह भी करती थी. इस बात का भी मुझे अफसोस रहेगा कि एक बार डायटीशि.न की गलत सलाह पर मैंने अपने शरीर के साथ खिलवाड़ किया और उसका दुष्परिणाम मैं अब तक झेल रही हूं. सो, मैं सलाह देना चाहंूगी नये लोगों को कि शरीर के साथ खिलवाड़ न करें. हां, यह हकीकत है कि अगर मुझे किरदार के लिए कहा जाये तो मैं वजन बढ़ाने और घटाने के लिए तैयार रहती हूं. लेकिन मैं कभी भी किसी सर्जरी को सपोर्ट नहीं करूंगी और न ही ऐसे हथकंडे अपनाऊंगी.
करीना कपूर, अभिनेत्री
हाल ही में वजन घटाने वाली एक कंपनी ने सोशल साइट्स पर यह दावा किया था कि मैंने उनके मेडिकल पिल्स खाकर अपना वजन कम किया है. मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी. लेकिन जब मुझे जानकारी मिली तो मैंने उन्हें नोटिस भेजा. मुझे लगता है कि इस तरह कई अभिनेत्री व सेलिब्रिटिज का नाम इस्तेमाल कर कई ऐसी कंपनियां नये लोगों को गुमराह करती हैं. सो, मेरी उन्हें सलाह है कि नयी लड़कियां जो इस क्षेत्र में आना चाहती हैं हरगिज ऐसे विज्ञापनों पर यकीन न करें.
रुजुता दिवेकर, डायटीशियन
मैंने हमेशा लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है कि शरीर के साथ खिलवाड़ न आम लोगों के लिए ठीक है और न ही सेलिब्रिटिज के लिए. मैं हमेशा सही और बैलेंस तरीके से वजन घटाने के पक्ष में होती हूं. जहां आप हर दो घंटे पर खायें और पौष्टिक आहार लें. न कि क्रैश डायट और टैबलेट्स का सहारा. वजन नियंत्रित करना कोई रॉकेट साइंस नहीं है, जो आप जल्द से जल्द हासिल किया जा सके. सही तरीके अपनायेंगे तो हमेशा फिट और दुरुस्त रहेंगे. लेकिन अफसोस की बात यह है कि धैर्य कोई नहीं रखना चाहता. जल्दी और अधिक पाने की चाहत में कई गलतियां कर बैठते हैं. जबकि हमें यह बात समझनी चाहिए कि आपका शरीर आपकी बात सुनता है. आप समझें कि वे क्या इशारे कर रहा.
बड़े बड़े अवार्ड समारोह में शामिल होने के लिए दो दिनों के विभिन्न प्रकार के डिटॉक्स डायट पर होती हैं अभिनेत्रियां, ताकि वे अपना वजन दूसरी अभिनेत्रियों से कम दिखा सकें. प्रतिद्वंदी अभिनेत्रियों से स्लिम दिखने की होड़ में भी पतली दिखने के लिए अपनाती हैं कई हथकंडे
एक बड़े अमेरिकी ब्रांड के लिए एक साइज जीरो अभिनेत्री इन दिनों डिटॉक्स डायट पर हैं, चूंकि उस ब्रांड की डिमांड है कि उन्हें और अधिक पतला दिखना है.
डायटीशियन उठाते हैं सेलिब्रिटिज के नाम का फायदा. गलत मेडिकल पिल्स और सलाह देकर बिगाड़ते हैं उनका शरीर और चलाते हैं अपनी दुकान.
एक अभिनेत्री जब कास्टिंग की सारी प्रक्रिया पार कर जाती हंै तो वह उम्मीद करती हैं. कि अब उन्हें रास्ते आसान हो चुके हैं. अब उनका सपना पूरा हो चुका है. बड़े परदे का सपना. लेकिन जब वह अपनी मंजिल के बेहद करीब होती हैं, उस वक्त उन्हें एक और झटके का सामना करना पड़ता है. एक और बड़ी चुनौती उनके सामने होती है. जब निर्देशक उन्हें कैमरे की आंखों के मुताबिक अपने शरीर को और गलाने को कहते हैं. फिर वही अभिनेत्री जिसने पहले से ही डिटॉक्स व कई माध्यमों से अपने शरीर को स्लिम कर अपने शरीर की धज्जियां उड़ाई हैं. वह एक महंगा लेकिन आखिरी रास्ता इख्तियार करती हंै. और वह है लीपोस्कशन का. लीपोस्कशन के माध्यम से एक व्यक्ति सर्जरी के माध्यम से अपने शरीर के अत्यधिक वसा को हटा कर शरीर को पतला करते हैं. न केवल बॉलीवुड में बल्कि हिंदुस्तान की हर फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियां इसका माध्यम का सहारा लेती हैं. नतीजन कई कामयाब होती हैं. बॉलीवुड में वर्तमान दौर में ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं जिन्होंने इस सर्जरी का सहारा लिया है. लेकिन वे इसे गुप्त ही रखना चाहती हैं. ताकि आम दर्शकों के सामने उनकी छवि न बिगड़े और वे बयान पर बयान देती रहें कि उन्होंने जिम में कितना वजन कम किया. उन्होंने कितनी मेहनत की. अगर आप गौर से देखें तो एक सुपरस्टार अभिनेत्री जो कभी मॉडलिंग का भी हिस्सा थी. उनका वजन आपको हमेशा एक सा नजर आयेगा. जबकि डॉ भारती मानती हैं कि अगर आपने वर्कआउट से अपना वजन कम किया है तो हर वक्त आप एक सी नजर नहीं आ सकतीं. लेकिन इस सुपरस्टार अभिनेत्री को शायद ही कभी मोटी देखा गया है. वजह यह है कि उन्होंने इस सर्जरी का सहारा लिया है. इंडस्ट्री में सभी इस राज को जानते हैं. लेकिन इसे जगजाहिर नहीं किया जाता. लेकिन कुछ की दुर्दशा 31 वर्षीय आरती अग्रवाल की तरह भी हो जाती है. दक्षिण भारत की इस अभिनेत्री की मृत्यु इसी नाकाम सर्जरी के दौरान न्यू जर्सी में हुई थी. दरअसल, हकीकत यही है कि कामयाबी का परचम लहरा लेने के बावजूद ताउम्र स्लिम दिखना भारतीय सिनेमा की अभिनेत्रियों पर दबाव बनाये रखता है. जाहिर है यही वजह आरती अग्रवाल जैसी अभिनेत्री को न्यू जर्सी तक लेकर जाती है जहां वे इस क्रम में अपनी जान गंवा बैठती हैं. आखिर उन्हें किस मजबूरियों में यह रास्ता इख्तियार करना पड़ना. इस सवाल का जवाब केवल आरती ही दे सकती थीं. लेकिन यह अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है कि निश्चित तौर पर उन्हें किसी बड़े निर्देशक ने अधिक पैसे और बड़े रोल का झासा दिया होगा या यह भी संभव है कि टैलेंट होने के बावजूद उन्हें अपने बढ़े हुए वजन की वजह से आॅफर व फिल्में नहीं मिल रही होंगी. और इन सबसे आजीज आकर उन्होंने यह रास्ता इख्यितार किया होगा. यहां दर्शकों व निर्देशकों व निर्माताओं को इस कदर अभिनेत्रियों को स्लिम व जीरो साइज में देखने की आदत सी पड़ गयी है कि जब एक अभिनेत्री मां भी बनती हैं तो वे उस मां बनी अभिनेत्री का मोटापा बर्दाश्त नहीं कर पाते. ऐश्वर्य राय सुपरस्टार होने के बावजूद इस दर्द को झेल चुकी हैं. उनके वजन को लेकर कई चुटकुले बने. लोगों ने चुटकी ली. अभिनेत्री विद्या बालन स्वीकारती हैं कि एक दौर में उन्होंने वजन घटाने के लिए गलत डायटीशियन का चुनाव किया, जिन्होंने उन्हें गलत राय देकर कुछ मेडिकल्स पील्स दिये. विद्या ने अचानक काफी वजन कम कर लिया. लेकिन बाद में जब उन्होंने वे दवाईयां खानी छोड़ी तो उनका वजन अचानक से बढ़ने लगा. विद्या मानती हैं कि गलत सलाह की वजह से उन्होंने अपने शरीर के साथ खिलवाड़ कर लिया. लेकिन जिस डायटीशियन ने उन्हें यह राय दी थी. उन्होंने विद्या बालन का नाम यह कह कर खूब इस्तेमाल किया कि उनके टिप्स से विद्या का वजन घटा और उस डायटीशियन की दुकान चल पड़ी. नतीजा यह है कि विद्या अब भी पूरी तरह फिट नहीं हैं. उन्हें कई शारीरिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. सो, वे नये लोगों को इस बात की नसीहत हमेशा देती हैं कि वह कोई ऐसे तरीके न अपनाये जिससे उन्हें बाद में परेशानी का सामना करना पड़े. गौरतलब है कि इन दिनों एक सुपरस्टार अभिनेत्री जिन्होंने एक फिल्म के लिए अपने शरीर को जीरो साइज कर लोगों को चौंका दिया था. लेकिन हकीकत यह है कि उन्होंने सही रास्ता इख्तियार किया था और एक खास डायटीशियन की सलाह में उन्होंने सही तरीके से वजन कम किया था. लेकिन आज कल वह एक अमेरिकी ब्रांड के विज्ञापन के लिए क्रैश डायट पर हैं, चूंकि उस ब्रांड ने उन्हें कई करोड़ों की फीस दी है और इसलिए वे मना नहीं कर पायीं. इस संदर्भ में एक पहलू यह भी है कि कई फर्जी कंपनियां जो इस बात का दावा ठोकते हैं कि उनके ब्रांड की दवाईयां खाकर ही अभिनेत्रियां पतली हुई हैं. नयी युवतियां जो अभिनेत्री बनने का ख्वाब देखती हैं. वे इस तरह के विज्ञापनों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाती हैं. लेकिन हकीकत यह है कि ये फर्जी कंपनियां हैं, सिर्फ सेलिब्रिटीज का नाम इस्तेमाल कर नये लोगों को गुमराह करती हैं. जोधपुर से आयीं लकी बताती हंै कि किस तरह वे भी एक बार ऐसे विज्ञापनों के झांसे में आकर वजन घटाने वाले पील्स का इस्तेमाल कर चुकी हैं. उन्होंने लगातार 3 महीने सेवन भी किया, जिसमें उन्होंने लगभग 20 हजार रुपये गवाये. लेकिन इससे उनका वजन आश्चर्यजनक तरीके से घटा. लेकिन अचानक उन्हें कांस्टीपेशन, अत्यधिक मोटापा बढ़ने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा. नतीजन उन्हें जो किरदार छोटे परदे पर भी मिलते थे. अब व ेनहीं मिलते. और अब वह बाकी कोशिशें करके थक चुकी हैं. लेकिन उनका वजन नियंत्रित नहीं हो रहा. मेरठ से अभिनेत्री बनने का ख्वाब लेकर आयी एक युवती स्वीकारती हैं कि वे अब तक कई धारावाहिकों के लिए भी आॅडिशन दे चुकी हैं. वह बताती है कि छोटे परदे पर सहयोगी कलाकार के किरदार के लिए भी निर्माता वजन को घटाने की बात करते हैं. वे अपना दर्द जाहिर करते हुए कहती हैं कि मुंबई यों भी महंगा शहर है. यहां रहने के लिए काफी किराया देना होता है. उस पर से आने जाने का भी भाड़ा सहयोगी कलाकार जो कि छोटे किरदार निभाते हैं. उन्हें नहीं मिलता. ऐसे में स्लिम ट्रीम दिखने के चक्कर में काफी महंगे जिम, या पतले होने के सारे तौर तरीके अपनाने को कहा जाता है. यह न सिर्फ महंगे होते हैं. बल्कि कष्टदायी भी होते हैं. एक्टिंग क ेएक रियलिटी शो के निर्माता बताते हैं कि जब वे कई शहरों में आॅडिशन लेने जाते हैं और वहां जब लड़कियां उन्हें केवल अपने स्लिम फिगर के आधार पर चुन लेने के लिए जिद्द करती हैं तो वे अचरज में पड़ जाते हैं. लेकिन वे स्वीकारते हैं कि बॉलीवुड की ही यह देन है कि आज यह सोच लड़कियों पर हावी है कि आपके पास अगर स्लिम फिगर है तो आपको एक्टिंग करने से कोई नहीं रोक सकता. स्लिम िफगर को वर्तमान में एक्टिंग का मापदंड मान लिया गया है जो अफसोसजनक है. हद तो तब होती है, जब अभनेत्रियां महज एक रेड कार्पेट पर सबसे खूबसूरत और सेक्सी बनने की होड़ में डिटॉक्स डायट का सहारा लेती हैं. बॉलीवुड में आयटम नंबर्स के लिए अभिनेत्रियों को जरूरत से ज्यादा स्लिम करने का ट्रेंड प्रचलित है और आश्चर्यजनक बात यह है कि महज एक गाने के लिए अभिनेत्रियां ऐसी शर्तें स्वीकार भी कर लेती हैं. वे रजामंद हो जाती हैं. फिर कम समय से अधिक से अधिक वजन घटाने की कोशिश करती हैं. ताकि आयटम सांग में उनके उस शरीर विशेष हिस्से को ग्लैमरस तरीके से फिल्माया जा सके. गीतकार व निर्माता भी इस बात से वाकिफ होकर ही गीत के बोल अभिनेत्रियों के स्लिम फिगर को ध्यान में रख कर लिखते हैं, जहां वे चिकनी चमेली, मुन्नी बदनाम, पतली कमर, बाली उमरजैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. चंूकि उन्हें पता है कि अभिनेत्रियां खुद को सेक्स बॉम साबित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं. सेक्स बॉम कहलाने और खुद को सर्वश्रेष्ठ आयटम गर्ल दिखाने के होड़ में अभिनेत्रियां अपने शरीर के साथ हद तक खिलवाड़ कर लेती हैं और उन्हें इस बात का अफसोस भी नहीं होता. संभवत :फिल्म बरसात का अभिनेत्री की कमर पर बनाया गया एकमात्र ऐसा गीत होगा, जिस गीत के लिए अभिनेत्री ने कोई मशकत नहीं की होगी .वरना, वही गीत अगर आज फिल्माया जाता तो उस दौर की अभिनेत्री को भी इस घाटक पूरी प्रक्रिया से ही गुजरना पड़ता.
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