स्टार किड की फेहरिस्त में जल्द ही गोविंदा की बेटी टीना फिल्म सेकेण्ड हैण्ड हस्बैंड से अपनी शुरूवात करने जा रही है.पिछले छह सालों से टीना के फिल्मों में आने की चर्चा हो रही है.कई फिल्मों से उनका नाम जुड़ा आखिरकार इस फिल्म से वह इंडस्ट्री में अपने अभिनय की शुरूवात करने जा रही है.टीना इस फिल्म का हिस्सा बन खुश हैं
इस फिल्म का आप हिस्सा किस तरह से बनी
मेरी एक फ्रेंड है.जिसने मुझे इस फिल्म के बारे में बताया था.मैं फिल्म के प्रोड्यूसर से मिली.कहानी मुझे बहुत रीयलिस्टिक लगी. शादी,डिवोर्स और अलीमोनी इन सभी मुद्दों को फिल्म में छुआ गया है.वो भी मजाकिया अंदाज में.फिल्म में एक सन्देश भी है.
फिल्म में आपका किरदार क्या है
फिल्म में मेरी भूमिका एक लॉयर की है.गिप्पी का किरदार मुझसे अपनी बीवी से डिवोर्स के लिए मिलता है लेकिन मैं उससे प्यार करने लगती हूं. वह अपनी बीवी को अलिमोनी देता है ऐसे में वह मुझसे शादी कैसे कर सकता है तो हम प्लानिंग करते हैं कि उसकी शादी करवाने की.उसके बाद क्या सिचुएशन आती है वही इस फिल्म की कहानी है.
क्या आप इस फिल्म को अपने लिए परफेक्ट लॉन्चिंग मानती हैं,अगर किसी बड़े बैनर की फिल्म होती तो क्या चीजे ज्यादा आसान हो जाती है.
कंटेंट किंग है.यह बात मौजूदा दौर में साबित कई बार हुई है.बड़े बैनर या बड़े स्टार्स की फिल्म शुक्रवार,शनिवार और रविवार चलती है.उसके बाद फिल्म की कहानी और सब्जेक्ट ही अहम् होता है जिससे दर्शक फिल्म को देखने जाते हैं.
इस फिल्म में आपके साथ धर्मेन्द्र भी है उनके साथ को किस तरह से परिभाषित करेंगी
धर्मेंद्रजी मेरे पापा के आइडियल हीरो रहे हैं.मम्मी तो उनकी इतनी बड़ी फेन है कि जब मेरा भाई होने वाला था.वह धरमजी की ही फिल्में देखती थी .उन्हें धरमजी जैसा सुन्दर बीटा चाहिए था.मेरे लिए वह एक गार्जियन की तरह थे.उन्होंने मुझे पूरी फिल्म में सपोर्ट किया.
सलमान खान आपको लांच करने वाले थे क्या वजह हुई जो वह फिल्म नहीं बन पायी
यह सब मीडिया की देन है जबकि सलमान ने मुझे कभी लांच करने की बात नहीं कही थी.आइफा में मैं सलमान के साथ रेड कारपेट पर क्या चली सब बातें मीडिया ने खुद ही शुरू कर दी थी. रेड कारपेट पर मैं पापा के साथ चलने वाली थी लेकिन पापा किसी कारणवश आगे चले गए.मुझे बहुत दु:ख लगा जब सलमान को यह बात पता चली तो उन्होंने मुझे कहा कि मैं उनके साथ चलूं. बस यही बात थी.
आपके पिता गोविन्दा से आपने इस फिल्म को साइन करने से पूछा था और अभिनय में आने से पहले उन्होंने आपको क्या टिप्स दी
हां मैंने फिल्म पापा से डिस्कस की उन्हें भी कहानी अच्छी लगी.जहां तक टिप्स की बात है एक टिप्स जो उन्होंने मुझे दी और हमेशा याद रखने को कहा वो यह थी कि सेट पर डायरेक्टर एक्टर बनने का जो डायरेक्टर कहे वही आप करो तो चीजें आसान हो जाएँगी.
एक एक्ट्रेस के तौर पर आपने क्या तय किया है कि आप बोल्ड सीन और कपडे नहीं पहनेगी
अभी तो कुछ तय नहीं किया है.मेरी शुरूवात ही है.वैसे इस फिल्म का सबसे मुश्किल सीन मेरे लिए लव मेकिंग सीन ही रहा है.एक सीन में गिप्पी प्यार से अपनी जैकेट मुझे उतारकर देती है.रात के दो बजे वह सीन शूट हुआ था. सच कहूँ तो उस सीन को शूट करते हुए बहुत अजीब लग रहा था.लगा एक्टिंग में क्यों आ गयी. अभी अपने घर में आराम से खा पीकर सो चुकी होती थी. शायद समय से साथ सहज होऊं
आपके पिता शूटिंग सेट पर देर से पहुचने के लिए जाने जाते हैं क्या आपने तय किया है कि आप यहाँ अपने पापा को फॉलो नहीं करेंगी
हां सभी को लगता है कि मैं गोविंदा की बेटी हूं तो मैं भी लेट से ही शूट पर आउंगी लेकिन मैं यह नहीं करने वाली हूं. मैं एक डिसिप्लिन एक्ट्रेस बनना चाहती हूं. जो सिर्फ अपने अच्छे अभिनय के लिए जानी जाए.
बचपन में क्या आप अपने पिता की फिल्मों की शूटिंग में जाती थी किस तरह के अनुभव थे कुछ शेयर करना चाहेंगी.
हाँ स्कूल की छुट्टियां होते ही बैग पैक कर हम पापा की शूटिंग पर पहुँच जाते थे. उस वक़्त शूटिंग बहुत रोमांच से भरी होती थी.ज्यादा प्लानिंग नहीं होती थी.हीरो नंबर वन के एक गीत की शूटिंग स्विट्जरलैंड की पहाड़ियों पर हो रही थी.अचानक से तापमान गिरा और सांस लेना मुश्किल हो गया था.सब पैकप कर फटाफट नीचे भागे.पापा और रवीना टंडन एक फिल्म की शूटिंग विदेश में कर रहे थे.गीत की शूटिंग होने वाली थी लेकिन कपडे आये नहीं थे फिर क्या था दोनों ने वहां के लोकल शॉप से शॉपिंग कर शूटिंग की.काफी अलग अनुभव थे.
आपने अपने पिता के स्टारडम और डाउनफॉल दोनों को करीब से देखा है किस तरह से उन्होने दोनों को मैनेज किया.
पापा ने दोनों फेज को अच्छे से जिया.वे विरार से आये थे बहुत मुश्किल से उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी जगह बनायीं.अपनी स्टारडम के दिनों में वह एक के बाद एक फिल्मों की शूटिंग करते थे उनके पास खुद के लिए समय नहीं होता था ऐसे में जब उनके पास फिल्मों के आॅफर कम हुए तो उन्होंने खुद और फॅमिली के साथ पूरा समय बिताया.छुट्टियों पर गए.हमारे लिए गाने बनाकर गाए. सबकुछ किया.
आपके पिता काफी अंधविश्वासी माने जाते हैं क्या नर्मदा से आपका नाम टीना होने के पीछे भी वही वजह है.
सबसे पहली बात मेरे पापा अंधविश्वासी नहीं है वह आध्यात्मिक है.हम सभी अपनी जिन्दगी में पूजा पाठ करते हैं वो भी वही करते हैं.मेरे फ्रेंड्स चाहते थे कि मैं नर्मदा के बजाय आॅनस्क्रीन टीना नाम रखूं.यह बहुत कूल नाम है.मेरे पासपोर्ट से हर सर्टिफिकेट पर अब भी नर्मदा ही नाम है
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