हृदयेश सिंह उर्फ हनी सिंह ने जब युवाओं के दिलों में दस्तक दी. तो हर युवा उनकी पंजाबी बिट्स से लेकर देसी बिट्स पर थिरकने को तैयार हुआ. अचानक रैप का गुम हो चुका दौर फिर से चलन में आता है और युवा उसे यो यो का नाम देते हैं...यो यो फिर सिर्फ न नाम न बन कर एक पहचान बन जाता है. पूरी दुनिया उनके साथ पार्टी करने को तैयार हो जाती है. भले ही कानूनन बच्चों को शराब पीने का अधिकार न हो. लेकिन चार बोतल वोडका...गीत का चस्का बच्चों की जुबां पर चढ़ने से कोई भी नहीं रोक पाया. और यूं ही युवाओं के इंस्टैंट आइकॉन बने हनी सिंह के पैर अचानक थिरकते थिरकाते ठहर जाते हैं. अचानक वे गुम हो जाते हैं. खुद को कूल डूड कहनेवाले, युवाओं को आॅल नाइट पार्टी करने की सलाह देने वाले हनी सिंह की निजी जिंदगी ेभी क्या वैसी ही कूल है. जैसा वह जताने की कोशिश करते हैं. इसमें कोई शक नहीं कि हनी सिंह को ग्लैमर इंडस्ट्री में वाकई शहद सी ही दुनिया देखने को मिली. फिर आखिर क्या वजह हैं कि वे इस नशे की गिरफ्त में शामिल हुए. उनके गाने को बोल में दारु, वोडका, शराब की बातें आम हैं. क्या है मुमकिन है कि हनी सिंह अपनी जिंदगी में अपने गीतों की तरह ही नशे व शराब को यो यो यानी युवाओं का जोश मानते रहे हैं और इसलिए वे इसकी गिरफ्त में आकर खुश रहे. क्या इन वजहों से उनके गीतों में नशे का जिक्र बार बार आता रहा है. तमाम सवालों के निश्चित जवाब नहीं हैं या यूं कह लें वे इस पर खुल कर बात करने से कतरा रहे हैं.
हनी सिंह खुद को मिसअंडरस्टूड स्टार मानते हैं, चूंकि लोगों को उनके बारे में कई गलतफहमियां हैं. ऐसा उन्हें लगता है. उन्हें लगता है कि लोग जबरन उनको विवादों में खिंचते हैं. लेकिन वे हमेशा यह कोशिश करते रहे कि वे किसी के बारे में भी अपनी दो टूक बातें न कहें. हनी सिंह की उम्र जितनी नहीं. उससे कहीं अधिक उनकी फेहरिस्त में विवाद जुड़ चुके हैं. कुछ सालों पहले उन पर यह इल्जाम तक लगाये गये कि उनके गीतों की वजह से ही भारत में बलात्कार हो रहे हैं. उनके एक रैप गाने को दरअसल रेप का गीत समझ लिया गया था. इस विवाद ने काफी तूल पकड़ी थी. लेकिन हनी सिंह ने काफी महीनों पर इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ी और यह स्पष्ट किया कि उन्होंने यह गाने नहीं लिखे हैं और जो लोग उन्हें यह कहते हैं कि उनकी वजह से युवा बर्बाद हो रहे हैं तो उनसे हनी सिंह का सवाल था कि क्या उनसे पहले कभी किसी ने इस तरह के गाने नहीं बनाये. यह भी हकीकत है कि भले ही हनी सिंह विवादों से घिरे रहे. लेकिन उन्हें आॅफरों की कमी नहीं हुई. उन्हें बॉलीवुड के कई बड़े आॅफर मिले. उन्होंने अमिताभ बच्चन, सलमान खान, शाहरुख खान, अक्षय कुमार जैसे तमाम सुपरस्टार्स के लिए गाने बनाये. लेकिन सबसे बड़ा विवाद उस वक्त खड़ा हुआ. जब वे अचानक लाइमलाइट से कोसों दूर हो गये. उन्होंने स्टार प्लस के सुपरहिट शो इंडियाज रॉस्टार, जिसकी वे खुद अगुवाई कर रहे थे. उस बीच में ही छोड़ दिया. अपने गीतों के बोल में...शुरू किया मैंने एज म्यूजिक डायरेक्टर, आज मेरे दोस्त यार बड़े बड़े एक्टर जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने वाले हनी सिंह को लेकर अफवाह उड़ने लगी कि शाहरुख खान से उनकी अनबन हो गयी है. एक टुर के दौरान. और शाहरुख ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया है. जिस वजह से वे बीमार हो गये हैं. बाद में यह भी खबर आने लगी कि वे दुर्घटना ग्रस्त हो गये थे और उन्हें आराम करने की सलाह दी गयी है. लेकिन अचानक एक खबर फिर से लोगों के सामने आयी और वह यह थी कि हनी सिंह किसी दुर्घटना के नहीं, बल्कि रिहैबिटेशन सेंटर में इन दिनों अपना इलाज करवा रहे हैं. चूंकि वे अत्यधिक ड्रग व नशीले पदार्थ के आदि हो चुके थे. और इज वजह से उन्होंने खुद को पूरी तरह से लाइमलाइट से दूर कर लिया है. उन्होंने एक बार एक इंटरव्यू के दौरान यह बात कही थी कि भारत को किसी देवदास की जरूरत नहीं है. इसलिए वे अपने गीतों में प्यार में धोखे खाने वाले लड़कों को देवदास बनने की नहीं बल्कि जिंदगी में आगे बढ़ने की सलाह देते हैं. तो फिर ऐसी क्या वजहें रहीं, जिसने उन्हें देवदास बनने पर मजबूर कर दिया. वह भी एक ऐसे दौर में जब हनी सिंह सफलता की चरम सीमा पर थे. यकीनन इस सवाल के ठोस जवाब किसी के पास नहीं हैं. और खुद हनी सिंह व उनके दोस्त यार इस विषय पर बात करने से कतरा रहे हैं. हाल ही में टीसीरिज ने ऋतिक रोशन व सोनम कपूर पर फिल्माये गये गीत धीरे धीरे से मेरी जिंदगी... का रीमिक्स वर्जन लांच किया तो सबकी आंखें इस गीत के लेखक व संगीत निर्देशक हनी सिंह को तलाश रही थी. मीडिया को पूरी उम्मीद थी कि शायद आज हनी मीडिया के सामने आयेंगे. मगर मीडिया को निराशा ही हाथ लगी. इंडियाज रॉकस्टार की लांचिंग के दौरान ही वह आखिरी बार मीडिया से खुल कर रूबरू हुए थे और उन्होंने अपने जोश, जुनून और गीतों से सबका मनोरंजन किया था, लेकिन अचानक जब वे शो से गायब हुए तो सबके दिमाग में सवाल यही थे कि कहां गये हनी सिंह?
नशे की धुत में जिंदगी तबाह करते सितारे
यह पहली बार नहीं है, जब किसी सितारे के बारे में ऐसी खबरें आ रही हैं. हां, मगर यह हकीकत है कि कई सितारें डिप्रेशन में आकर ड्रग का सहारा लेते हैं. वे जिस लोकप्रियता और शोहरत की तलाश में यहां आते हैं, वह उन्हें नहीं मिलती. लेकिन हनी सिंह को तो लोकप्रियता भी मिली और पैसे शोहरत भी. फिर भी वे क्यों नशे के शिकार हुए. बहरहाल, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. सफलता एक नशे की तरह है. जो सिर चढ़कर बोलता है तो आदमी नशे की
चक्र व्यूह में फंस ही जाता है. हनी सिंह ही नहीं बॉलीवुड और ग्लैमर जगत की कई ऐसी हिस्तयां हैं जो इस नशे की लत की शिकार हुई हैं
-अभिनेता संजय दत्त ने बहुत छोटी उम्र में फिल्म रॉकी से सफलता हासिल कर ली थी,लेकिन उन्हें भी ड्रग की लत लग गयी थी. संजय दत्त ने यह बात मानी भी है कि उन्हें नौ साल तक लगातार ड्रग का सेवन किया था. जिसके इलाज के लिए उन्हें अमेरिका के टेक्सस पुर्नसुधार गृह में जाना पड़ गया था. जहां उन्हें कई महीने बिताने पड़े थे. इसके बाद उनकी स्थिति में सुधार हो पायी थी.
-अभिनेता फरदीन खान भी नशे की लत की वजह सी न सिर्फ पुलिस कस्टडी में जा चुके हैं बल्कि उन्हें भी कुछ हफ्ते पुर्नसुधारगृह में जाना पड़ गया था.
-9०के दशक की मशहूर मॉडल रह चुकी गीताजंलि नागपाल ड्रग की लत की वजह से सड़क पर रहने लगी थी. दूसरे घरों में वह नौकरानी का काम करती थी. खबरें तो यहां तक भी है कि उन्होंने ड्रग के पैसे इकट्ठा करने के लिए जिस्मफरोशी के व्यापार का भी हिस्सा बन गयी थी.
हृदयेश का हृदय बदला और बना हनी सिंह
जी हां, युवाओं के इंस्टैंट आइकॉन यो यो हनी सिंह पहले हृदयेश थे. उन्हें संगीत में बचपन से ही दिलचस्पी हो गयी थी. चार साल की उम्र से उन्होंने तबला बजाना शुरू कर दिया था. लेकिन उनके परिवार वालों को उनका तबला बजाना पसंद नहीं था. वह चाहते थे कि बाकी अच्छे परिवारों की तरह हनी भी इंजीनियर बनें या फिर उनका बिजनेस संभालें. लेकिन उन्होंने यह बात नहीं मानी, जिसके बाद उन्हें घर से निकाला दे दिया गया था. संभवत: उन्हें बचपन में परिवार का वह प्यार हासिल नहीं हुआ, जिसकी उन्हें उम्मीद और आरजू थी. यह भी एक बड़ी वजह हो सकती है कि वे नशे की चपेट में कम उम्र में ही आ गये हो. हालांकि हनी ने अपनी बातचीत में कई बार इस बात का जिक्र किया है कि पिता का घर छोड़ने के बाद वे फौरन लंदन चले गये थे, जहां उन्होंने संगीत की पढ़ाई की थी. यह भी मुमकिन है कि वहां विलायती संगत में उन्हें नशा करना एक आम बात लगी हो और कुछ हद तक शुरुआती और युवा दौर में वे अपने परिवार से मिले दर्द को भूल पाने में इंस्टैंट राहत हासिल कर पा रहे हों. हनी सिंह ने सेशन और रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट के तौर पर अपनी शुरुआत की थी. सन 2004 में हनी अपनी किस्मत आज़माने के लिए पहली बार मुंबई आये थ, े लेकिन उन्हें नाकामयाबी ही हाथ लगी. 8 महीने के स्ट्रगल के बाद वह इंग्लैंड वापस चले गए और भंगड़ा आर्टिस्ट के तौर पर काम करने लगे. 2006 में वे फिर भारत वापस आये और अशोक मस्ती के साथ मिलकर सुपरिहट गीत खड़के गीलासी का निर्माण किया और उसके बाद वह पंजाब में रहने लगे. हनी के लक 28 और चस्का गीत की वजह से उनकी लोकप्रियता दिल्ली और मुंबई पहुंच चुकी थी. लेकिन इसी बीच हनी को किसी ने कहा कि उनके गीतों को लोग जानते हैं,लेकिन उन्हें कोई नहीं पहचानता, जिसके बाद हनी ने इंटरनेशनल विल्लेजर्स नाम का एक एल्बम बनाने का निर्णय लिया और छह सालों तक हनी ने जो कुछ भी कमाया था सब कुछ उस में लगा दिया था. उस एल्बम ने हनी सिंह को रातों रात स्टार बना दिया. कल तक जिस हनी को कोई जानता नहीं था उसे सैफ अली खान के मुंबई आॅफिस से फोन आया और इंटरनेशनल विलेजर्स का गीत मैं शराबी को सात मिलियन डॉलर्स में अपनी फिल्म कॉकटेल के लिए खरीदा. उसके बाद हर दूसरी बॉलीवुड फिल्म का आॅफर हनी सिंह को मिलने लगा और हनी शोहरत की उस बुलंदी पर पहुंच गए जहां अब तक कोई पॉपस्टार नहीं पहुंच पाया था।फल्मि में हनी सिंह का गाना मतलब सफलता की गारंटी माना जाने लगा. दरअसल, हकीकत यह है कि हनी सिंह ने उस रिक्त स्थान को भरा, जहां बाबा सहगल ने विराम लगाया था. बाबा का दौर अब बदल चुका था. चूंकि हनी लंदन से सीख कर आये थे. उनका हृदय परिवर्तन हो चुका था और वे यो यो संस्कृति के ही संगत में रहे. सो वे पूरी तरह यो यो में ढल गये और उनके साथ जमाना भी साथ चलने लगा.
जय वीरु से नहीं बने दोस्त...
हनी सिंह ने पिछले कुछ सालों में रैप संगीत में एकाधिकार राज किया है, शायद यही वजह है कि जैसे जैसे उन्होंने ऊंचाईयों को छुआ. वे अपने उन दोस्तों से दूर होते गये. जिन्होंने शुरुआती दौर में उनका काफी साथ दिया था. इन दोस्तों में गिप्पी गरेवाल का नाम सबसे पहले आता है. हालांकि गिप्पी हनी सिंह के बारे में अपनी राय को स्पष्ट नहीं करते. वे अपनी नाराजगी साफ लफ्जों में नहीं दर्ज करते. लेकिन उनकी बातों से यह महसूस होता है कि उन्हें इस बात की तकलीफ जरूर है कि उन्हें हनी सिंह से जितनी उम्मीद थी. उन्हें उनका साथ उतना नहीं मिला. शायद यह भी वजह है कि हनी सिंह की जिंदगी में कोई वीरू नहीं आया या यूं कहें उन्होंने न तो वीरू को साथ लेकर चले और न ही जय बन कर फर्ज निभाया. मालूम हो कि शराबी गीत मूलत: गिप्पी के गीत थे. बकौल गिप्पी मुझे हनी पाजी से कोई शिकायत नहीं है. हम दोनों ने साथ साथ बहुत काम किया है. हमारी मेसेज से अभी कुछ दिनों पहले तक भी बातें होती रहती थीं. उन्होंने मुझसे शराबी गीत मांगा था तो मैंने उन्हें खुशी खुशी सपोर्ट किया और मैं खुश हूं कि वह गीत इतना लोकप्रिय हुआ. हां, मैंने उन्हें कई बार मेसेज किये फोन किये कि वे मुझसे मिलें. लेकिन हर बार उनके मैनेजर आये तो यह बात मुझे अखरी. फिर मैंने उन्हें अपने बॉलीवुड डेब्यूट फिल्म के बारे में भी बताया था. तब मुझे उनकी तरफ से कोई उत्तर नहीं मिला. लेकिन मैं उन्हें सारी शुभकामनाएं देता हूं और लोगों से सुना है कि वे बीमार हैं. अगर ऐसा है तो वह जल्दी ठीक हो जायें. मैं यही उम्मीद करता हूं.
कयासों का सिलसिला जारी
रैपर यो यो हनी सिंह के लापता होने को लेकर तमाम तरह के कयास महीनों से लग रहे हैं, लेकिन यह अब तक पता नहीं चल पा रहा कि वह आखिर हैं कहां. दरअसल, मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पंजाबी गायक जसबीर जस्सी ने हनी सिंह से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है और कहा है कि वह हनी सिंह से एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में मिले थे.वे बिल्कुल दुबले पतले से नजर आ रहे थे. जैसे वे आमतौर पर दिखते हैं. उससे बिल्कुल अलग. अपने गानों में नशे को इतनी तवज्जो देने वाले हनी सिंह दरअसल अपने जीवन में भी उसे इतना ही ज़रूरी मानते हैं और यही नशा उन पर भारी पड़ गया. हनी सिंह शराब की लत से परेशान थे और इसे छोड़ना चाह रहे थ,े जिसके बाद उन्होंने रिहैब सेंटर जाने का फैसला किया था. एक कहानी यह भी है कि विदेश में एक शो परफॉर्म करने के लिए लगातार उन्हें कॉल्स आ रहे थे. बार-बार आने वाले कॉल्स से परेशान हनी सिंह ने गुस्से में अपने सिर पर ही बोतल दे मारी थी. उनके सिर से काफी ब्लीडिंग होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था.बाद में अपने गुस्से और बुरी आदतों पर कंट्रोल के लिए हनी सिंह रिहैब सेंटर चले गए थे। सिर्फ चर्चाएं यही तक सीमित नहीं थी ऐसी अफवाहें भी उड़ी थीं कि एक पार्टी में शाहरुख खान ने उनको ज़ोर का थप्पड़ मारा था जिसके बाद वो डिप्रेशन में चले गए थे और उनकी कोई खोज खबर नहीं ली. इन सब चर्चाओं के बीच न्यू ईयर के मौके पर हनी सिंह ने अपनी एक तसवीर अपलोड की थी जो कि कुछ बच्चों के साथ पोस्ट किया था कि वो बिल्कुल ठीक हैं. खबरें यह भी हैं कि हनी सिंह किसी कांसर्ट में जा रहे थे और अचानक उनकी गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हो गयी थी.
वैवाहिक संबंध
यह हकीकत है कि हनी सिंह ने लंबे समय तक अपनी शादी की खबरें छुपा कर रखी. वे इस बारे में कहते रहे कि उनकी पत् नी को यह बात पसंद नहीं कि वह मिसेज हनी सिंह कहलायें. वह खुद को लाइमलाइट से दूर रखना चाहती हैं. इसलिए वे कभी परदे के सामने नहीं आयीं. हालांकि हनी को बचपन में उनके परिवार वालों का साथ भले ही न मिला हो. लेकिन उनके करीबी बताते हैं कि उनकी शादीशुदा जिंदगी काफी सही तरीके से चल रही थी. उनकी पत् नी ने ही कुछ दिनों पहले बयान दिया था कि हनी सिंह जल्द ही लौटेंगे. वे बिल्कुल ठीक हैं. उनके इस बयान से स्पष्ट होता है कि वे हनी सिंह के साथ हैं और उनका पूरा साथ दे रही हैं.
हनी सिंह से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
फिल्म कॉकटेल के लिए हनी सिंह ने सात मिलियन रु पये का गाना लिखा था.यह हिंदी सिनेमा के लिए सबसे महंगे गीतों में से एक है.
हृदेश सिंह से हनी सिंह फिर यो यो हनी सिंह. यो यो हनी सिंह नाम यूं पड़ा किपढ़ाई के दौरान उनके अंगरेज़ दोस्त उन्हें इस नाम से बुलाते थ.े लेकिन उन्होंने बाद में अपना यही नाम रख लिया.हनी सिंह की माने तो यो यो हनी सिंह का मतलब योर ओन हनी सिंह है.
हनी सिंह अपने स्कूल के दिनों में अमोल पालेकर की बहुत अच्छी मिमिक्र ी करते थे.
आरजे मंत्रा, हनी सिंह के करीबी मित्रों में से एक
हनी सिंह के बारे में भले ही कितनी भी अफवाहें उड़ती रहे. मैं जानता हूं कि वह दिल के साफ बंदे हैं.हनी सिंह जब भी गायब होते हैं. वह कुछ न कुछ क्रियेट कर रहे होते हैं. तो वह धमाका फिर से करेंगे. मुझे यकीन है. हनी सिंह से मैं जिस दिन मिला था. हम दोनों लांग ड्राइव पर गये थे. उनकी एक बात मुझे हमेशा अच्छी लगती है कि वह सिर्फ अपने लैपटॉप पर काम करते हैं और किसी की कॉपी करने की कोशिश नहीं करते. वे सिर्फ खुद का क्रियेशन करना पसंद करते हैं.
बॉक्स में
भूषण कुमार, टीसीरिज प्रमुख
हां, यह हकीकत है कि हनी सिंह को हमने भी इस लांच के दौरान मिस किया. हम चाहते थे कि उन्होंने खुद धीरे धीरे से सांग के लिए कितनी मेहनत की है तो वह मीडिया के सामने आयें. लेकिन इस बात का मुझे भी अफसोस है कि ऐसा नहीं हो पा रहा, क्योंकि हनी सिंह इन दिनों बीमार हैं, इससे ज्यादा मैं इस बारे में नहीं कह सकता. हां, लेकिन उन्होंने लांच के पहले मुझसे बात की थी और मुझे बहुत सारे विशेज भी दिये. हनी सिंह के साथ काम करना हमेशा ही उत्साहवर्धक होता है, क्योंकि मुझे लगता है कि वह उन चुंिनंदा कंपोजर और सिंगर में से हैं जिन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है और काम के प्रति वह बहुत ज्यादा कमिटेड रहते हैं. उनका अपना एक स्टाइल है. उन्होंने खुद अपनी यूएसपी बनाई है. उन्होंने अपना टच व फ्लेवर दिया है. शायद इसलिए युवा उन्हें पसंद करते हैं. व्यक्तिगत तौर पर भी वे काफी हंसमुख व्यक्ति हैं. जिंदगी को बोझ की तरह नहीं लेते. जोश जूनून के साथ काम करते देखा है मैंने हमेशा उन्हें. वे हमेशा अपनी डेडलाइन पूरी करते हैं. उनके नखरे नहीं हैं. वे जोश से काम करत ेहैं. टीसीरिज के साथ उनका रिश्ता बहुत खास है. और हमेशा रहेगा. खास बात यह है कि हनी सिंह ही वह व्यक्ति हंै, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने कभी मेरे पिता गुलशन कुमार का कोई इंटरव्यू पढ़ा था. जिसमें उन्होंने पढ़ा था कि पापा के सबसे पसंदीदा गीतों में से एक है धीरे धीरे से...और उन्होंने ही मुझे यह आइडिया दिया कि मुझे पापा के लिए इस गाने पर कुछ काम करना चाहिए और तब मुझे लगा कि क्यों न मैं इस गाने को एक अलग अवतार में दोबारा लोगों के सामने लाऊं. तो मैं इस बात का क्रेडिट हनी सिंह को ही दूंगा, जिन्होंने मेरा ध्यान आकर्षित कराया. उन्होंने जो पहचान बनाई है अपने बलबूते बनायी है. और वे हमेशा यूं ही आगे बढ़ते रहेंगे. हनी सिंह ने टीसीरिज के लिए जितने गाने बनाये हैं. सारे एक से बढ़ कर एक हिट रहे हैं. आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा.
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