यूं तो दीवाली बॉलीवुड के लिए खास त्योहार रहा है. लेकिन आपको यह जान कर आश्चर्य होगा कि ऐसे कई कलाकार भी हैं, जिन्हें इस त्योहार में पटाखे जलाना पसंद नहीं है. कुछ इसे वातावरण में फैलनेवाली गंदगी की वजह से नहीं जलाते, तो कुछ कलाकारों को पटाखों से काफी डर लगता है.
आलिया भट्ट
आलिया भट्ट को बचपन में पटाखे जलाना पसंद था. लेकिन अब वह काफी डरती हैं. बकौल आलिया, मुझे अब तो पटाखों से बहुत डर लगता है. पहले तो मैं अपने दोस्तों के साथ काफी मजे करती थी और खूब पटाखे जलाती थी. लेकिन एक बार मेरा हाथ पटाखों से जल गया था. हुआ यूं था कि मैंने जब पटाखों में आग लगायी. मुझे लगा आग नहीं लगी है. लेकिन जैसे ही मैं उसे देखने गयी. मेरे हाथों में पटाखे लग गये थे. तब से तो मैं इतनी डर गयी हूं कि अब मैं पटाखों को देखना भी नहीं चाहती. साथ ही मुझे लगता है कि पटाखे इको फ्रेंडली ही मनाये जाये, तो अच्छा होता है.
बिपाशा बसु
मुझे पटाखे जलाना बिल्कुल पसंद नहीं है. क्योंकि मुझे पटाखों से डर लगता है. हालांकि इस दिन मैं अपनी मम्मी के साथ मिल कर पूरे घर को खूब सजाती थी. इस वक्त हमारे घर काली पूजा भी होती है और मुझे काली पूजा का भोग खाना बेहद पसंद है. इसलिए मैं काफी खुशी से इस पर्व को मनाती हूं. मिठाईयां भी हमारे घर में खास तरीके से बनती थी. बहुत मजा आता था. अब थोड़ा दौर बदला है. लेकिन दीवाली आज भी मेरे लिए हमेशा स्पेशल पूजा रहेगी.
शाहरुख खान
मेरे लिए दीवाली हमेशा खास इसलिए भी रहेगी, क्योंकि मैंने मन्नत दीवाली के वक्त ही खरीदा था और सभी जानते हैं कि मेरी जिंदगी में मन्नत का क्या महत्व है. मुझे याद है. उस वक्त दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे रिलीज हुई थी. खास बात यह थी कि जब मैंने यह घर खरीदा था. उस वक्त यहां पूरी तरह से बिजली नहीं पहुंची थी. उस वक्त यहां ठीक से सीढ़ियां भी नहीं थी. सिर्फ छत एकमात्र जगह थी, जहां हम पार्टी कर सकते थे. मजेदार बात यह थी कि जब मैं यहां आया. उस वक्त वॉचमैन को पता ही नहीं था कि यह जगह मैंने खरीद लिया है. वह मुझे अंदर ही जाने नहीं दे रहा था. बाद में उसने पहले उस घर के पहले मालिक से बातचीत की. फिर हमें जाने दिया. मेरे दोस्त करन और आदित्य चोपड़ा ने पूरे घर को बाद में दीये और कैंडल से सजाया. फिर हमने दीवाली की सरप्राइज पार्टी की थी, क्योंकि दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे. उस वक्त रिलीज हुई थी. वह दीवाली मेरी यादगार दीवाली में से एक है.
दीपिका पादुकोण
मेरे लिए दीवाली का त्योहार सबसे खास है और इसकी बड़ी वजह यह है कि मेरे घर में मेरे पूरे परिवार का नाम ही रोशनी से संबंधित है. आप इसी बात स े अनुमान लगा सकते हैं कि यह दिन हमारे लिए कितना खास होगा. इस दिन हमारी कोशिश होती है हमेशा से ही कि हम सभी साथ रहें. पूरे घर को सजाना और खासतौर से मां की हाथों की मिठाईयां हमारे लिए बहुत खास रहती हैं.
उदय चोपड़ा: सिलसिला के सेट पर खास दीवाली
मुझे याद है कि जब पापा यश चोपड़ा फिल्म सिलसिला की शूटिंग कर रहे थे. मैं भी उनके साथ था. कश्मीर में. यह वर्ष 1981 की बात है. खास बात यह है कि वहां अभिषेक बच्चन और श्वेता बच्चान भी थे. और इस वजह से हमने जम कर मस्ती की थी. हमें सभी बड़ों से आशीर्वाद के साथ पटाखे भी तोहफे के रूप में मिला था. कश्मीर में बितायी गयी वह दीवाली हमेशा खास रहेगी. मेरे और अभिषेकके लिए भी. चूंकि सिलसिला जैसी फिल्म के हम दोनों साक्षी थे. उस दौर में सभी कलाकार और सभी क्रू मिल कर दीवाली का सेलिब्रेशन किया करते थे. मैं उस दीवाली को अब बहुत मिस करता हूं.
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