अमिताभ बच्चन एक बार फिर छोटे परदे पर एक नये शो और ताजगी के साथ आ रहे हैं. स्टार प्लस के नये शो आज की रात है जिंदगी के बहाने अमिताभ फिर से आम लोगों से जुड़ने जा रहे हैं. सदी के महानायक ने हाल ही में अपना 73वां जन्मदिन मनाया है और वे मानते हैं कि आम दर्शक ही उनकी पूंजी हैं.
आपकी छोटे परदे पर शुरुआत स्टार प्लस के साथ ही हुई थी. फिर से एक बार आप इस चैनल के नये शो का हिस्सा बने हैं. तो पीछे मुड़ कर देखते हैं इस सफर को तो क्या महसूस करते हैं?
बहुत ही सुखद है. 15 सालों के बाद स्टार से मुलाकात हो रही है. यह उनका प्रस्ताव था. उनका निमंत्रण था.जो मुझे अच्छा लगा.तो मैंने हां कह दिया. मुझे हर दिन कुछ नया करना पसंद है. सीखना पसंद है और मुझे लगता है कि इस शो के माध्यम से फिर से बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा.
इस शो के कांसेप्ट ने किस तरह प्र्रभावित किया आपको?
मुझे शो का पूरा कांसेप्ट, प्रीमाइस काफी पसंद आया. मैंने व्यक्तिगत रूप से भी यह महसूस किया है कि हम हर दिन किसी न किसी नकारात्मक बातों से जूझते हैं. ऐसे में हमारे दिल दिमाग पर ज्यादा नकारात्मक बातों का असर होने लगता है. सो, लोगों को यह जताना भी जरूरी है कि उनके आस पास पोजिटिव चीजें भी हो रही हैं और उन्हें इसे ध्यान से देखना होगा और जिंदगी को पोजिटिव नजरिये से जीने की कोशिश करनी होगी. यह शो लोगों में सकारात्मकता लायेगा. मैं यह नहीं कह सकता कि लोगों का नजरिया बदलेगा या हम कोई उपदेश देने की कोशिश कर रहे शो के माध्यम से, बल्कि हम सिर्फ लोगों के बीच पोजिटिविटी को पहुंचाना चाहते हैं, ताकि चंद लम्हों के लिए ही सही लोग दुनिया को अलग नजरिये से देखें और खुश रहें.
शो के कांसेप्ट के बारे में थोड़ी जानकारी दें?
दरअसल इस शो के माध्यम से उन लोगों को दर्शकों के सामने लाना है. जो नेगेटिविटी में भी पोजिटिविटी न सिर्फ तलाशने की कोशिश करते हैं, बल्कि उसे लोगों से बांटते भी हैं. दूसरों को खुश करने में उन्हें खुशी मिलती है और ऐसे ही कुछ लोगों का चेहरा हम सामने लाना चाहते हैं. मुझे आइडिया बहुत अधिक पसंद आया. और मैंने महसूस किया कि उन्हें एक प्लैटफॉर्म मिलेगा कि वह दुनिया के सामने आ सकें. इससे कोशिश है कि वे लोग जिन्हें अवसर नहीं मिले हैं, जिनके अच्छे कामों को लोगों ने नोटिस ही नहीं किया है. उन्हें जश्न मनाने के लिए एक मंच दिया जाये. तो अगर इन सबको एकत्रित कर किसी की खुशी का हिस्सा बनने के लिए मैं 1 प्रतिशत भी सहयोग कर पाया तो यह मेरे लिए काफी गर्व की बात होगी.
जिंदगी को लेकर आपका क्या फलसफा रहा है?
मेरी तो बस यही कोशिश होती है कि मुझे जो भी काम दिया जाये. मंै उसे पूरी तन्मयता से करूं. लोगों को शिकायत करने का मौका न दूं. हर दिन मंै नये नये लोगों से कुछ न कुछ सीखता हूं और मेरे लिए सीखने का ही नाम जिंदगी है.
अगर हम पूछें कि आज की रात है जिंदगी...आपकी व्यक्तिगत जिंदगी में यह लम्हा कौन सा है तो आप क्या कहेंगे?
मैं चाहूंगा कि मैं किसी एक दिन को जश्न की रात में न समेटूं. मुझे हर दिन प्रतिदिन लोगों से इंस्पायर होने का, उनसे अच्छी अच्छी चीजें सीखने का मौका मिले. मैं किसी दिन को बांध नहीं सकता और खुशियों और जश्न को भी कोई बांध नहीं सकता. मेरा ऐसा मानना है. हर कोई चाहेगा कि उनकी जिंदगी में हमेशा जश्न की रात रहे.
आपकी अपनी व्यक्तिगत जिंदगी में भी कुछ लोग ऐसे होंगे जो आपके आस पास नकारात्मकता लाने की कोशिश करते होंगे तो अपने आस पास की नकारात्मकता को खत्म करने के लिए आप क्या करते हैं?
मुझे लगता है कि नकारात्मकता को आप सिर्फ काम से खत्म कर सकते हैं. आप निरंतर काम करें तो आपके दिमाग में ऐसी कोई उल जूलूल बातें आयेंगी ही नहीं. मैं किसी ने लड़ने भीड़ने में यकीन नहीं करता. मैं सिर्फ अपना काम करता हूं. लोग क्या कहते. इसकी परवाह नहीं करता. हां, मुझे मेरे काम को लेकर मिलने वाले रिव्यूज जानना पसंद है. मेरे काम की जब तारीफ हो तब भी और कमियां निकाली जाये तब भी. मैं कभी किसी साइट पर जाकर किसी भी व्यक्ति को ब्लॉक नहीं करता. मुझे लगता है कि अगर वे मेरे बारे में कमियां निकाल रहा है. मतलब वाकई कोई कमी होगी तभी वह व्यक्ति ऐसा कर रहा है. तो मैं मीडिया की बातों को आम लोगों की बातों को ध्यान से सुनता हूं और उन्हें आजमा कर खुद में सुधार लाने की कोशिश करता हूं. यही लोग मेरे लिए ऊर्जा का स्रोत भी हैं.
73 बसंत पार करने के बावजूद आप कभी थके नहीं नजर आते. आपके लिए ऊर्जा स्रोत क्या है?
(मुस्कुराते हुए) ऐसा आप लोगों को लगता है. लेकिन हकीकत यह है कि मुझे तो काम बहुत मुश्किल से मिलता है. बस काम मिलता रहे और मैं अपनी कसौटियों पर ही खरा उतर जाऊं.मेरे लिए वही बहुत है.
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