दीपिका पादुकोण मानती हैं कि एक दौर में जब वे फिल्मों को लेकर खास गंभीर नहीं थीं. उस वक्त उन्हें इम्तियाज अली ने रास्ता दिखाया था और यही वजह है कि वे इम्तियाज से आज भी बेहद करीब हैं और उनके कहने पर वह कोई भी फिल्म करने को तैयार हो जायेंगी. यह इम्तियाज का ही आइडिया था कि दीपिका पादुकोण को वेरोनिका जैसी फिल्म में काम करने का मौका मिला और वही से उनकी नयी जिंदगी की शुरुआत हुई थी. कुछ इसी तरह इम्तियाज ने रणबीर कपूर की जिंदगी में भी उन्हें सबसे अहम फिल्म दी. रॉकस्टार. रणबीर इसी वजह से इम्तियाज अली को सर कह कर ही संबोधित करते हैं. अनुराग कश्यप ने भी अपनी छत्रछाया में कई लोगों के करियर पर प्रकाश डाला है. उनकी पारखी नजर ने ही नवाजुद्दीन सिद्दिकी को उनके करियर का अहम रोल दिया और फैजल का किरदार निभा कर वह बिल्कुल मुख्यधारा की फिल्मों का हिस्सा बन गये. रणवीर सिंह संजय लीला भंसाली को अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा मानते हैं अब. वे मानते हैं कि एक एक्टर को एक अच्छे निर्देशक की जरूरत है. अगर अच्छे निर्देशक मिले और वह संजय के रूप में मिले तो वह हमेशा नयी चीजें सीखने की कोशिश करता है. संजय लीला भंसाली के साथ रह कर उन्होंने अभिनय को गंभीरता से देखना शुरू किया. सूरज बड़जात्या सलमान के बेहद करीबी हैं. सलमान सूरज की काफी इज्जत करते हैं और वे मानते हैं कि सूरज ने उन्हें एक अच्छा इंसान बनना सिखाया है. एक एक्टर के लिए अच्छा इंसान बनना और उनकी फिल्मों से अच्छे इंसान बनने की बातें सीखना भी एक अलग तरह का गुर है. जिसमें सूरज माहिर हैं. दरअसल, यह हकीकत है कि कुछ निर्देशकों ने अपनी छत्रछाया में सिर्फ फिल्में नहीं,बल्कि अच्छे कलाकार बनाये हैं.यश चोपड़ा के सानिध्य में ही शाहरुख शाहरुख बने.
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20151126
निर्देशक व कलाकार
दीपिका पादुकोण मानती हैं कि एक दौर में जब वे फिल्मों को लेकर खास गंभीर नहीं थीं. उस वक्त उन्हें इम्तियाज अली ने रास्ता दिखाया था और यही वजह है कि वे इम्तियाज से आज भी बेहद करीब हैं और उनके कहने पर वह कोई भी फिल्म करने को तैयार हो जायेंगी. यह इम्तियाज का ही आइडिया था कि दीपिका पादुकोण को वेरोनिका जैसी फिल्म में काम करने का मौका मिला और वही से उनकी नयी जिंदगी की शुरुआत हुई थी. कुछ इसी तरह इम्तियाज ने रणबीर कपूर की जिंदगी में भी उन्हें सबसे अहम फिल्म दी. रॉकस्टार. रणबीर इसी वजह से इम्तियाज अली को सर कह कर ही संबोधित करते हैं. अनुराग कश्यप ने भी अपनी छत्रछाया में कई लोगों के करियर पर प्रकाश डाला है. उनकी पारखी नजर ने ही नवाजुद्दीन सिद्दिकी को उनके करियर का अहम रोल दिया और फैजल का किरदार निभा कर वह बिल्कुल मुख्यधारा की फिल्मों का हिस्सा बन गये. रणवीर सिंह संजय लीला भंसाली को अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा मानते हैं अब. वे मानते हैं कि एक एक्टर को एक अच्छे निर्देशक की जरूरत है. अगर अच्छे निर्देशक मिले और वह संजय के रूप में मिले तो वह हमेशा नयी चीजें सीखने की कोशिश करता है. संजय लीला भंसाली के साथ रह कर उन्होंने अभिनय को गंभीरता से देखना शुरू किया. सूरज बड़जात्या सलमान के बेहद करीबी हैं. सलमान सूरज की काफी इज्जत करते हैं और वे मानते हैं कि सूरज ने उन्हें एक अच्छा इंसान बनना सिखाया है. एक एक्टर के लिए अच्छा इंसान बनना और उनकी फिल्मों से अच्छे इंसान बनने की बातें सीखना भी एक अलग तरह का गुर है. जिसमें सूरज माहिर हैं. दरअसल, यह हकीकत है कि कुछ निर्देशकों ने अपनी छत्रछाया में सिर्फ फिल्में नहीं,बल्कि अच्छे कलाकार बनाये हैं.यश चोपड़ा के सानिध्य में ही शाहरुख शाहरुख बने.
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