20151126

क्राउंड फंडिंग और सिनेमा

फिल्में बनाने का जज्बा और जुनून रखने वाले कई क्रियेटिव लोगों को उस वक्त काफी निराशा होती है, जब वे पूरे जोश के साथ अपनी कहानी लेकर किसी कॉरपोरेट कंपनी के पास जाते हैं और कॉरपोरेट कंपनी उन्हें हां कहने के लिए तैयार तो हो जाती है. लेकिन उनकी अपनी शर्तें होती हैं और उन शर्तों के बगैर वह फिल्म में निवेश करने के लिए तैयार नहीं होती. ऐसे में छोटे और नये फिल्म मेकर ज्यादातर हताश हो जाते हैं और अपनी सारी उम्मीदों को बक् शे में बंद कर देते हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में क्राउड फंडिंग जैसे माध्यम ने कुछ लोगों को बड़े मौके दिये हैं. हां, मगर फिर भी इस माध्यम से भी फंड एकत्रित करने में काफी परेशानियां आती रही हैं. ऐसे में केटो. ओआरजी ने एक नयी शुरुआत की है. इस एनजीओ की मदद से क्राउड फंडिग के विकल्प उपलब्ध कराये जा रहे हैं. यह एनजीओ फिल्म मेकर्स को ही नहीं, कई क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी अपना करियर बनाने की प्रेरणा दे रहा है. इससे अभिनेता कुणाल कपूर जुड़े हैं और हाल ही में एक  फिल्मोत्सव के दौरान उन्होंने इस पर विस्तार से चर्चा की है. इस एनजीओ के माध्यम से आप अपनी फिल्म बना सकते हैं और लोगों को पहुंचा सकते हैं. यह एनजीओ आपको फंड नहीं बल्कि फंडिंग का प्लैटफॉर्म देती है, जिससे आप क्राउड फंडिंग कर अपनी फिल्म बना सकते हैं. दरअसल, वर्तमान दौर में ऐसे कई नये फिल्ममेकरों ने इसी माध्यम को चुन कर फिल्मों का निर्माण किया है. कई लोग जो इस विधा को समझ नहीं पाते. वे इसे भीख या दान समझने लगते हैं. लेकिन इस एनजीओ के माध्यम से कई सपने साकार हो सकते हैं. कुणाल कपूर एक लोकप्रिय सितारा होने के नाते एक अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं और इस लिहाज से यह एक सराहनीय प्रयास है. ऐसे प्रयास नयी उम्मीदें जगाती हैं. 

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