्नसुजोय घोष ने हाल ही में एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया. अहिल्या. और उसे यूटयूब पर ही रिलीज किया. खास बात यह है कि इस फिल्म को यूटयूब पर ही इतने दर्शक मिले, कि अगर वह फिल्म शायद थियेटर में रिलीज होती तो एक कामयाब फिल्म होती. यह महज 14 मिनट की फिल्म है और एक थ्रिलर फिल्म है. 14 मिनट में ही सुजोय कई बातें कह जाते हैं. सुजोय थ्रिलर गढ़ने में माहिर रहे हैं. उन्होंने फिल्म कहानी से यह बात साबित भी की है. फिल्म कहानी में विद्या कहानी गढ़ती चली जाती हैं. और हम सब उसका विश्वास करते चले जाते हैं. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म दृश्यम में भी अजय देवगन के किरदार विजय लगातार कहानी गढ़ रहे होते हैं. दर्शक उन्हें जानते भी हैं. िफर भी रोमांच बना रहता है. यह थ्रिलर की खासियत है कि आप किस तरह और कितने रोमांचक तरीके से कहानी गढ़ रहे होते हैं और वह झूठ होते हुए भी कितनी विश्वसनीय लगती है और दर्शक उस भ्रम में आगे बढ़ते जाते हैं. दृश्यम के अंतिम दृश्य चौंकाने वाले हैं और यही फिल्म को खास बना देती है. सुजोय भी लंबे अरसे से एक और थ्रिलर फिल्म निर्माण के लिए प्रयासरत हैं. उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में हमें कुछ नयी कहानियां देखने को मिले. सुजोय की तरह अन्य निर्देशक भी शॉर्ट फिल्में बनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. दीपिका पादुकोण ने शॉर्ट फिल्म में काम किया है. राधिका आप्टे ने 14 मिनट की फिल्म में चौंकाया है और अब तापसी पन्नू भी शॉर्ट फिल्म कर रही हैं. तिग्मांशु धूलिया के साथ. यकीनन ऐसे निर्देशकों का फिर से शॉर्ट फिल्मों की तरफ रुझान दर्शा रहा है कि शॉर्ट फिल्में फिर से नये आयाम गढ़ेगी और इससे छोटे फिल्मकारों को भी काफी हिम्मत मिलेगी, जो लगातार शॉर्ट फिल्मों को बढ़ावा दे रहे हैं. यकीनन शॉर्ट फिल्मों को एक बेहतर प्लेटफॉर्म मिलने की संभावना है.
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20150905
शॉर्ट फिल्म व फिल्मकार
्नसुजोय घोष ने हाल ही में एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया. अहिल्या. और उसे यूटयूब पर ही रिलीज किया. खास बात यह है कि इस फिल्म को यूटयूब पर ही इतने दर्शक मिले, कि अगर वह फिल्म शायद थियेटर में रिलीज होती तो एक कामयाब फिल्म होती. यह महज 14 मिनट की फिल्म है और एक थ्रिलर फिल्म है. 14 मिनट में ही सुजोय कई बातें कह जाते हैं. सुजोय थ्रिलर गढ़ने में माहिर रहे हैं. उन्होंने फिल्म कहानी से यह बात साबित भी की है. फिल्म कहानी में विद्या कहानी गढ़ती चली जाती हैं. और हम सब उसका विश्वास करते चले जाते हैं. हाल ही में रिलीज हुई फिल्म दृश्यम में भी अजय देवगन के किरदार विजय लगातार कहानी गढ़ रहे होते हैं. दर्शक उन्हें जानते भी हैं. िफर भी रोमांच बना रहता है. यह थ्रिलर की खासियत है कि आप किस तरह और कितने रोमांचक तरीके से कहानी गढ़ रहे होते हैं और वह झूठ होते हुए भी कितनी विश्वसनीय लगती है और दर्शक उस भ्रम में आगे बढ़ते जाते हैं. दृश्यम के अंतिम दृश्य चौंकाने वाले हैं और यही फिल्म को खास बना देती है. सुजोय भी लंबे अरसे से एक और थ्रिलर फिल्म निर्माण के लिए प्रयासरत हैं. उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में हमें कुछ नयी कहानियां देखने को मिले. सुजोय की तरह अन्य निर्देशक भी शॉर्ट फिल्में बनाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. दीपिका पादुकोण ने शॉर्ट फिल्म में काम किया है. राधिका आप्टे ने 14 मिनट की फिल्म में चौंकाया है और अब तापसी पन्नू भी शॉर्ट फिल्म कर रही हैं. तिग्मांशु धूलिया के साथ. यकीनन ऐसे निर्देशकों का फिर से शॉर्ट फिल्मों की तरफ रुझान दर्शा रहा है कि शॉर्ट फिल्में फिर से नये आयाम गढ़ेगी और इससे छोटे फिल्मकारों को भी काफी हिम्मत मिलेगी, जो लगातार शॉर्ट फिल्मों को बढ़ावा दे रहे हैं. यकीनन शॉर्ट फिल्मों को एक बेहतर प्लेटफॉर्म मिलने की संभावना है.
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