20150905

भारत में पाकिस्तानी फिल्म

पाकिस्तान सेंसर बोर्ड ने बजरंगी भाईजान को पाकिस्तान में रिलीज की इजाजत दे दी और यही नहीं सेंसर बोर्ड के ही एक सदस्य ने सोशल मीडिया पर यह बात जाहिर की कि बॉलीवुड में पाकिस्तान और भारत के मुद्दे को लेकर सकारात्मक सोच के साथ लंबे अरसे के बाद कोई फिल्म आयी है. सलमान खान ने भी वहां की बोर्ड को शुक्रिया कहा है. और उन्होंने टिष्ट्वटर पर अपील की है कि दोनों देश के राजनेता इस फिल्म को देखें. बेशक बजरंगी भाईजान दोनों देशों की नेकी को दर्शाती फिल्म है. लेकिन यह अफसोसजनक है कि बजरंगी को पाकिस्तान में रिलीज होने की अनुमति मिल जाती है. लेकिन अपने ही देश में अगर कोई पाकिस्तान की फिल्म रिलीज हो रही है तो इस पर विवाद मचते हैं. हाल ही में पाकिस्तानी फिल्म बिन रोये को मुंबई में रिलीज से रोका गया. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा विवाद खड़े जाने पर इसके प्रेस शो भी नहीं हुए. इससे स्पष्ट है कि हम अब भी फिल्मों व संस्कृति की दुनिया को खुली आंखों से नहीं देख रहे. हम अब भी खुले हाथों से दोनों मुल्कों को स्वीकारने में यकीन नहीं कर रहे. जिंदगी चैनल के माध्यम से पाकिस्तानी धारावाहिकों ने भारतीय दर्शकों के दिल में जगह बना ली है और वे उन्हें अब अपना रहे हैं. फिर आम दर्शकों को परेशानी नहीं तो अन्य को क्यों है. बजरंगी भाईजान जैसी फिल्में ऐसी ही सोच को दरकिनार कर दो मुल्कों की गलतफहमियों को संजीदगी से दूर करने की कोशिश कर रही है. खास बात यह है कि इस बार सलमान खान ने हाथ बढ़ाया है, जिनका एक बड़ा दर्शक वर्ग है, जो उन्हें सिर्फ एक अभिनेता के रूप में नहीं देखता, बल्कि उन्हें आदर्श भी मानता है. सो, सलमान का ऐसी फिल्म में शामिल होना एक बड़े दर्शक वर्ग पर असर कर सकता है. लेकिन यह एकतरफा प्यार कब तक बरकरार रहेगा. हमें प्यार के बदले प्यार ही देना होगा.

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