स्टार प्लस के शो मेरे अंगने में शिवम का किरदार निभा रहे करम राजपाल इस बात से खुश हैं कि उनके किरदार को काफी लोकप्रियता मिल रही है.
मेरे अंगने शो को काफी लोकप्रियता मिल रही है. आपकी क्या राय है, क्या बातें हैं जो शो से लोगों को जोड़ रही हैं?
मुझे लगता है कि आधुनिक समय में यह एक रुढ़िवादी नजरिये की कहानी है. यह एक कांसेप्ट आधारित शो है जो एक परिवार में तानाशाही विचारधारा और लोकतांत्रिक विचारधारा के टकराव पर आधारित है. यह श्रीवास्तव परिवार की कहानी है, जिसमें परिवार की मुखिया शांतिदेवी का राज चलता है. वह परिवार का फैसला लेती है. मुझे लगता है कि कई लोग इस कहानी से खुद को कनेक्ट कर पाते हैं. चूंकि अब भी ऐसे कई घर हैं. जहां ऐसी औरतें होती हैं. लेकिन उन्हें पाठ कैसे पढ़ाया जा सकता है. यह भी इस शो में आगे दिखाया जायेगा और इसलिए लोग शो को पसंद कर रहे हैं.
यह शो आपको अन्य सास बहू वाले फैमिली ड्रामा से कितना अलग लगता है?
मेरे अंगने में मूल रूप से एक ऐसे परिवार की कहानी है, जो अपनी जिंदगी में कुछ बदलावों को स्वीकार करता है. यह सास बहू की लड़ाई नहीं हैं, बल्कि यह कुछ विश्वासों और विचारधाराओं की लड़ाई है. हम एक परिवार में मौजूद दोनों तरह के विचारों और उन्हें बरतने के तरीकों को दिखाना चाहते हैं.
आप एक अच्छे कूक हैं और हमने सुना सेट पर आप खुद अपना खाना बनाना भी पसंद करते हैं?
मैं अक्सर सेट पर कुकिंग कर लेता हूं. वहां सेट पर हमारा किचन बहुत अच्छा है. मैं हफ्ते में 4 से 5 दिन सेट पर कुक करता हूं. दरअसल, मेरे कास्ट और क्रू के लोगों को मेरे हाथ का खाना इतना पसंद है कि मैं लगभग सबके लिए कुकिंग कर लेता हूं. मुझे कुकिंग की प्रतिभा मेरी मां से मिली है. वह कमाल का खाना पकाती है. दूसरी वजह ये है कि हम पंजाबी हैं. तो अच्छा खाना पकाना हमारे खून में ही है.
हमने सुना आपको क्रिकेट खेलना भी काफी पसंद है?
मेरे पिता ने मुझे अभिनय की दुनिया में आने के लिए प्रेरित किया. वरना मैं क्रिकेटर बन सकता था. मैंने अब तक हमेशा यही सुना है कि हर किसी के पिता अभिनय की दुनिया में आने से रोकते हैं. लेकिन मेरे पिताजी ने हमेशा मुझे प्रेरित किया. हालांकि उन्हें मेरा क्रिकेट खेलना नापसंद था. ऐसा नहीं था. लेकिन उनकी इच्छा थी कि मैं अभिनय में कोशिश करूं. मैंने कोशिश की और यह काम कर गया.मैंने इसके बाद अपनी अभिनय क्षमता को ही और दुरुस्त करने में मेहनत की और इसी में आगे बढ़ने का फैसला किया. और मैं बेहद खुश हूं कि मैं यह कर पाया.
क्या करम और शिवम के किरदार में कोई समानता है?
काफी हद तक़ . मेरा किरदार और मैं असल जिंदगी में लगभग एक जैसे हैं. मैं भी कम और जरूरी बातें करना ही पसंद करता हूं. मैं अपने काम की जिम्मेदारी लेता हूं और जो मुझे सही लगता है मैं वही करता हूं.
No comments:
Post a Comment