20150905

जिंदगी व बकेट लिस्ट

शाहरुख खान ने हाल ही में टिष्ट्वटर पर अपनी बकेट लिस्ट डाली है. बकेट लिस्ट एक ऐसी सूची होती है, जिसमें आप अपनी जिंदगी की कुछ ऐसी हसरतों को पूरा करने की सूची तैयार करते हैं, जिसमें आप चाहते हैं कि मरने से पहले वे सारे काम आप पूरे कर लें. एक बेहतरीन अंगरेजी फिल्म बकेट लिस्ट इस विषय पर बन चुकी है. इस फिल्म में दो मरीज एक ही कमरे में भर्ती होते हैं. उनमें से एक उस होटल का मालिक है, लेकिन वह बीमार है, इसलिए वहां है. दूसरा जिंदादिल इंसान है. और दुनिया को सकारात्मक तरीक े से जीता है. दोनों आपस में अच्छे दोस्त बनते हैं और तय करते हैं कि वे मरने से पहले उन सारी इच्छाओं को पूरा करेंगे. कई इच्छाओं को पूरा करने में वे कामयाब भी हो जाते हैं. लेकिन अंतिम इच्छा पूरी करने से पहले ही उनमें से एक की मौत हो जाती है. लेकिन वह अधूरी इच्छा दूसरा पार्टनर पूरी करता है. इस फिल्म में दो किरदारों के जरिये दुनिया के नजरिये को बेहतरीन तरीके से दर्शाया गया है. जिन्हें जिंदगी में दार्शनिक बातें अच्छी लगती होंगी. उन्हें यह फिल्म बेहद पसंद आयेगी. बहरहाल, शाहरुख की इच्छा है कि वे कई सालों से अपनी किताब पर काम कर रहे हैं. और अब तक वह पूरी नहीं हुई है. वे चाहते हैं.वे जल्द से जल्द इसे पूरी कर लें. जाहिर है शाहरुख की बकेट लिस्ट किसी देश का भ्रमण नहीं होगा. चूंकि सितारा हैसियत रखते हुए उन्होंने विश्व के हर कोनों की सैर की है. एक कहावत है. जितनी चादर हो. उतना ही पैर फैलाएं. बकेट लिस्ट तय करते वक्त भी यही हकीकत सामने आती है कि बकेट (जिसका हिंदी में अर्थ बाल्टी है... ) उतना ही पानी भरो, जितने में बाल्टी ओवर फ्लो न हो जाये. लेकिन बकेट लिस्ट बनाते वक्त व्यक्ति ओवर फ्लो हो जाने ही देना चाहता. चूंकि चाहतों की तो सीमा नहीं होती और न ही उन्हें पूरा करने की उम्मीदों की.

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