हाल ही में दीपिका पादुकोण करन जौहर के शो पर आयी थी. उनके साथ प्रियंका चोपड़ा भी थीं. करन ने प्रियंका और दीपिका दोनों से यह सवाल किया कि जब वे अपने पुराने प्रेमी से मिलती हैं या रूबरू होती हैं तो उन्हें कैसा लगता है. इस पर दीपिका ने कहा कि वे इसे लेकर बेहद सहज हैं और प्रियंका का भी यही जवाब था. दीपिका और प्रियंका दोनों ही कामयाब अभिनेत्रियां हैं और दोनों ने अपनी पहचान अपने स्तर से बनायी है. दोनों बाहर से आयी हैं. उनका फिल्मी दुनिया से कोई ताल्लुकात नहीं रहे हैं. दोनों ने अपनी पहचान स्थापित की. दोनों को वक्त लगा लेकिन दोनों ने मुकाम हासिल कर लिये. जहां एक तरफ दीपिका ने इस साल सफलता के झंडे गाड़े. वही प्रियंका ने भी अपने स्तर पर अंतरराष्टÑीय पहचान भी बनायी. इससे स्पष्ट है कि ये दोनों ही अभिनेत्रियां कितनी स्वतंत्र मिजाज की हैं. दीपिका भी रणबीर को देख कर आंखें नहीं फेरतीं और प्रियंका भी शाहिद कपूर के साथ पार्टी में शिरकत करती हैं. दरअसल, अब दौर बिल्कुल बदल चुका है. अब मुंबई से बाहरी शहरों से आयी लड़कियों में आत्मविश्वास अधिक नजर आता है. अब वे देवदास की पारो की तरह रोना नहीं चाहतीं. वे अब बिंदास हो चुकी हैं. उन्हें पता है कि उन्हें आग ेकरियर में क्या करना है. वे अपने करियर के साथ कोई समझौता नहीं कर रहीं. दीपिका और प्रियंका दोनों ने ही प्रेम संबंधों में सफलता हासिल नहीं की है. लेकिन इस बात की सिकन उनके चेहरे पर नजर नहीं आती. और यह बहुत अच्छी बात है कि अब लड़कियों को प्रेम संबंध की वजह से आत्महत्याएं करने की नौबत नहीं आ रही हैं. ये दो सफल नायिकाएं इस बात का सबूत है कि प्यार ही सबकुछ नहीं दुनिया में. प्यार से भी जरूरी कई काम है. ..प्यार सबकुछ नहीं आदमी के लिए. खुद को इस भीड़ में बनाये रखने के लिए यह मजबूती जरूरी भी है.
My Blog List
20140218
प्यार से भी जरूरी कई काम है
हाल ही में दीपिका पादुकोण करन जौहर के शो पर आयी थी. उनके साथ प्रियंका चोपड़ा भी थीं. करन ने प्रियंका और दीपिका दोनों से यह सवाल किया कि जब वे अपने पुराने प्रेमी से मिलती हैं या रूबरू होती हैं तो उन्हें कैसा लगता है. इस पर दीपिका ने कहा कि वे इसे लेकर बेहद सहज हैं और प्रियंका का भी यही जवाब था. दीपिका और प्रियंका दोनों ही कामयाब अभिनेत्रियां हैं और दोनों ने अपनी पहचान अपने स्तर से बनायी है. दोनों बाहर से आयी हैं. उनका फिल्मी दुनिया से कोई ताल्लुकात नहीं रहे हैं. दोनों ने अपनी पहचान स्थापित की. दोनों को वक्त लगा लेकिन दोनों ने मुकाम हासिल कर लिये. जहां एक तरफ दीपिका ने इस साल सफलता के झंडे गाड़े. वही प्रियंका ने भी अपने स्तर पर अंतरराष्टÑीय पहचान भी बनायी. इससे स्पष्ट है कि ये दोनों ही अभिनेत्रियां कितनी स्वतंत्र मिजाज की हैं. दीपिका भी रणबीर को देख कर आंखें नहीं फेरतीं और प्रियंका भी शाहिद कपूर के साथ पार्टी में शिरकत करती हैं. दरअसल, अब दौर बिल्कुल बदल चुका है. अब मुंबई से बाहरी शहरों से आयी लड़कियों में आत्मविश्वास अधिक नजर आता है. अब वे देवदास की पारो की तरह रोना नहीं चाहतीं. वे अब बिंदास हो चुकी हैं. उन्हें पता है कि उन्हें आग ेकरियर में क्या करना है. वे अपने करियर के साथ कोई समझौता नहीं कर रहीं. दीपिका और प्रियंका दोनों ने ही प्रेम संबंधों में सफलता हासिल नहीं की है. लेकिन इस बात की सिकन उनके चेहरे पर नजर नहीं आती. और यह बहुत अच्छी बात है कि अब लड़कियों को प्रेम संबंध की वजह से आत्महत्याएं करने की नौबत नहीं आ रही हैं. ये दो सफल नायिकाएं इस बात का सबूत है कि प्यार ही सबकुछ नहीं दुनिया में. प्यार से भी जरूरी कई काम है. ..प्यार सबकुछ नहीं आदमी के लिए. खुद को इस भीड़ में बनाये रखने के लिए यह मजबूती जरूरी भी है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment