इम्तियाज अली ने फिल्म हाइवे में आलिया भट्ट को मुख्य किरदार के रूप में कास्ट किया है. आलिया भट्ट महेश भट्ट की बेटी हैं और वह मुंबई में ही पली बढ़ी हैं. निश्चित तौर पर वे मुंबई की लड़की रही हैं और उन्होंने ऐशो आराम से अपनी जिंदगी जी है. लेकिन इम्तियाज की इस फिल्म के माध्यम से आलिया को देश के ऐसे हिस्सों में जाने और देखने समझने का मौका मिला है, जहां वे शायद ही घूमने गयी हों, और शायद ही उन्होंने उन स्थानों को कभी देखा हो. चूंकि मुंबई की लड़कियां खासतौर से फिल्मी दुनिया की लड़की को स्टारबक्स की कॉफी व उनके फ्लेवर और स्वीटजरलैंड के ब्रांड के नाम भले ही याद हों. लेकिन उन्हें किसी भारत के कोने में स्थित किसी शहर का नाम शायद ही याद होगा. इस फिल्म के प्रोमोज को ध्यान से देखें तो वाकई ऐसा लगता है कि आलिया को जैसे एक नयी जिंदगी मिल गयी है और वह उसे खुल कर जी लेना चाहती हैं. वे फिल्म में अभिनय करती नजर नहीं आ रहीं, बल्कि उसे जी रही हैं. ऐसा महसूस होरहा है. दरअसल, आलिया की यह पहली फिल्म होनी चाहिए थी. चंूकि इस फिल्म में उन्हें खुद को निखारने और अपने अभिनय के कई रूप दिखाने के ज्यादा मौके मिल रहे हैं. ऐसा नजर आ रहा है कि यह कली खिल रही है. इम्तियाज अली की पारखी नजर की दाद देनी चाहिए जो उन्होंने एक जूहू गर्ल को ऐसा किरदार सौंपा है और आलिया उसे परिपक्वता से निभाती नजर भी आ रही हैं.स्पष्ट है कि आलिया जो कि फिल्म स्टूडेंट आॅफ द ईयर में बेहद चार्मी और अरबन दुनिया की लड़की का ही किरदार निभा रही थी. इस फिल्म से उनका नया रूप लोगों के सामने आयेगा और लोग इसे देख कर दंग हो जायेंगे. स्पष्ट है कि यह कली अब खिल कर मुस्कुराने और अपने पंख फैलाने के लिए तैयार है. उम्मीद है यह कली खुशबू भी फैलायेगी.
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20140218
खिल चुकी है कली
इम्तियाज अली ने फिल्म हाइवे में आलिया भट्ट को मुख्य किरदार के रूप में कास्ट किया है. आलिया भट्ट महेश भट्ट की बेटी हैं और वह मुंबई में ही पली बढ़ी हैं. निश्चित तौर पर वे मुंबई की लड़की रही हैं और उन्होंने ऐशो आराम से अपनी जिंदगी जी है. लेकिन इम्तियाज की इस फिल्म के माध्यम से आलिया को देश के ऐसे हिस्सों में जाने और देखने समझने का मौका मिला है, जहां वे शायद ही घूमने गयी हों, और शायद ही उन्होंने उन स्थानों को कभी देखा हो. चूंकि मुंबई की लड़कियां खासतौर से फिल्मी दुनिया की लड़की को स्टारबक्स की कॉफी व उनके फ्लेवर और स्वीटजरलैंड के ब्रांड के नाम भले ही याद हों. लेकिन उन्हें किसी भारत के कोने में स्थित किसी शहर का नाम शायद ही याद होगा. इस फिल्म के प्रोमोज को ध्यान से देखें तो वाकई ऐसा लगता है कि आलिया को जैसे एक नयी जिंदगी मिल गयी है और वह उसे खुल कर जी लेना चाहती हैं. वे फिल्म में अभिनय करती नजर नहीं आ रहीं, बल्कि उसे जी रही हैं. ऐसा महसूस होरहा है. दरअसल, आलिया की यह पहली फिल्म होनी चाहिए थी. चंूकि इस फिल्म में उन्हें खुद को निखारने और अपने अभिनय के कई रूप दिखाने के ज्यादा मौके मिल रहे हैं. ऐसा नजर आ रहा है कि यह कली खिल रही है. इम्तियाज अली की पारखी नजर की दाद देनी चाहिए जो उन्होंने एक जूहू गर्ल को ऐसा किरदार सौंपा है और आलिया उसे परिपक्वता से निभाती नजर भी आ रही हैं.स्पष्ट है कि आलिया जो कि फिल्म स्टूडेंट आॅफ द ईयर में बेहद चार्मी और अरबन दुनिया की लड़की का ही किरदार निभा रही थी. इस फिल्म से उनका नया रूप लोगों के सामने आयेगा और लोग इसे देख कर दंग हो जायेंगे. स्पष्ट है कि यह कली अब खिल कर मुस्कुराने और अपने पंख फैलाने के लिए तैयार है. उम्मीद है यह कली खुशबू भी फैलायेगी.
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