स्टार प्लस के शो दीया और बाती हम में जल्द ही संध्या बिंदिनी अपनी जिंदगी की नयी शुरुआत करने जा रही हैं. उसने जो सपना देखा था. आइएस आॅफिसर बनने का. वह सपना अब पूरा होने जा रहा है. संध्या ने अपना यहां तक का सफर किया. वह आसान नहीं था. वह शुरू से ही पढ़ लिख कर अपने माता पिता का नाम रोशन करना चाहती थी. लेकिन हालात ने उसकी शादी एक हलवाई से करा दी. लेकिन अब वह सपना पूरा होने जा रहे है. दीया और बाती ने स्टार प्लस पर लगभग 2 से ढाई साल पूरे कर लिये हैं. लेकिन वर्तमान में एकमात्र धारावाहिक है, जिसने अपना मकसद, अपनी सोच नहीं बदली है. इन दिनों इसक ेनये प्रोमोज आ रहे हैं, जिसमें संध्या ट्रेनिंग के लिए तैयारी कर रही है. इस शो में हमेशा संध्या की बुद्धिमता को दिखाया जाता रहा है. स्पष्ट है कि इस शो के निर्माताओं ने इस बात का ध्यान रखा है कि अन्य शोज की तरह इसमें भटकाव न आये. जिस तरह से संध्या ने अपने परिवार वालों का दिल जीता है. और फिर गुस्सैल भाभो को भी संध्या ने प्यार से मनाया. दरअसल, संध्या उन तमाम लड़कियों की सही तसवीर इस शो के माध्यम से प्रस्तुत कर रही है, जो चाहती हैं कि शादी के बाद भी अपना करियर संवारें. लेकिन उन्हें मौके नहीं मिल पाते हैं. इस शो ने एक अच्छा संदेश दिया है कि शादी के बाद भी कई लड़कियां घर की सुख सुविधाओं को देख कर, या कई कारणों से अपने सपने को खो बैठती हैं. लेकिन संध्या का वह सपना आज भी बरकरार है और इसे पूरा भी करने जा रही हैं. साथ ही भाभो जैसी सास भी संध्या के दिल को देख कर पिघलती है. वर्तमान में यह छोटे परदे का एकमात्र शो है, जो छोटे परदे का सही इस्तेमाल कर रहा है और दर्शकों तक एक अच्छा संदेश पहुंचा रहा है. दरअसल, वाकई यह शो दीया और बाती की तरह प्रकाश फैला रहा है.
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20140217
ज्योत जलाती दीया बाती
स्टार प्लस के शो दीया और बाती हम में जल्द ही संध्या बिंदिनी अपनी जिंदगी की नयी शुरुआत करने जा रही हैं. उसने जो सपना देखा था. आइएस आॅफिसर बनने का. वह सपना अब पूरा होने जा रहा है. संध्या ने अपना यहां तक का सफर किया. वह आसान नहीं था. वह शुरू से ही पढ़ लिख कर अपने माता पिता का नाम रोशन करना चाहती थी. लेकिन हालात ने उसकी शादी एक हलवाई से करा दी. लेकिन अब वह सपना पूरा होने जा रहे है. दीया और बाती ने स्टार प्लस पर लगभग 2 से ढाई साल पूरे कर लिये हैं. लेकिन वर्तमान में एकमात्र धारावाहिक है, जिसने अपना मकसद, अपनी सोच नहीं बदली है. इन दिनों इसक ेनये प्रोमोज आ रहे हैं, जिसमें संध्या ट्रेनिंग के लिए तैयारी कर रही है. इस शो में हमेशा संध्या की बुद्धिमता को दिखाया जाता रहा है. स्पष्ट है कि इस शो के निर्माताओं ने इस बात का ध्यान रखा है कि अन्य शोज की तरह इसमें भटकाव न आये. जिस तरह से संध्या ने अपने परिवार वालों का दिल जीता है. और फिर गुस्सैल भाभो को भी संध्या ने प्यार से मनाया. दरअसल, संध्या उन तमाम लड़कियों की सही तसवीर इस शो के माध्यम से प्रस्तुत कर रही है, जो चाहती हैं कि शादी के बाद भी अपना करियर संवारें. लेकिन उन्हें मौके नहीं मिल पाते हैं. इस शो ने एक अच्छा संदेश दिया है कि शादी के बाद भी कई लड़कियां घर की सुख सुविधाओं को देख कर, या कई कारणों से अपने सपने को खो बैठती हैं. लेकिन संध्या का वह सपना आज भी बरकरार है और इसे पूरा भी करने जा रही हैं. साथ ही भाभो जैसी सास भी संध्या के दिल को देख कर पिघलती है. वर्तमान में यह छोटे परदे का एकमात्र शो है, जो छोटे परदे का सही इस्तेमाल कर रहा है और दर्शकों तक एक अच्छा संदेश पहुंचा रहा है. दरअसल, वाकई यह शो दीया और बाती की तरह प्रकाश फैला रहा है.
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