20140218

फिल्में और व्यवसायी

कुछ दिनों पहले अनुराग कश्यप ने इस बात का विरोध किया है कि फिल्मों में एंटी स्मोकिंग डिस्क्लेमर की जरूरत नहीं. अनुराग कश्यप ने बांबे हाइ कोर्ट में इसे लेकर केस भी दर्ज किया, जिसमें उन्होंने साफतौर पर कहा कि वे इस बात के लिए कतई तैयार नहीं कि फिल्म में हर सीन में वह सिगरेट इज इनजुरियस टू हेल्थ का टैगलाइन लगायें. इसे लेकर बहसबाजी चल ही रही थी कि एक और नयी खबर यह आ रही कि अब फिल्मों में जो भी अभिनेता मोटरबाइक पर स्टंट करते नजर आयेंगे. उन्हें अब हेलमेट पहन कर फिल्मों में नजर आना होगा. सीबीएफसी के नये मुख्य अधिकारी ने इस बात की घोषणा की है. चूंकि उनका मानना है कि युवा पीढ़ी के प्रति फिल्मकारों को भी अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए. दरअसल, फिल्मों की अपनी शैली होती है. यह सच है कि सिनेमा समाज का आईना है. लेकिन फिल्मों की अपनी शैली में अगर हर बार इस तरह की बाधाएं प्रस्तुत की जाती रही तो निश्चित तौर पर फिल्मकारों को परेशानियों से जूझना होगा. हां, अब लगभग हर फिल्म में स्टंट के सीन के पहले कई तरह के डिस्कलेमर दिखाये जाते हैं और वह उचित भी है. लेकिन जरूरत से ज्यादा दिखाई गयी सावधानियां और चेतावनी भी दरअसल, लोगों को और अधिक  लोगों को उकासने के लिए काफी होते हैं. चूंकि यह बिल्कुल सामान्य सी बात है कि अगर किसी को गड्ढे में गिरने से बचाना है तो उन्हें एक बार गिरने दें. फिर वे खुद सचेत हो जायेंगे. अगर वाकई सीबीएफसी को भी यही महसूस होता है कि उन्हें 

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