20140218

वास्तविक सुपरस्टार

हाल ही में खबर आयी कि रजनीकांत किसी मंदिर में दर्शन करने के लिए गये थे. तो यूं ही मंदिर के बरामदे में आकर बैठ गये. उन्होंने शॉल ओढ़ रखी थी. सो, वहां एक बुढ़ी औरत आयी और उन्हें 10 रुपये थमा कर जाने लगी. रजनीकांत के बॉडीगार्ड ने जब उस महिला को कुछ कहना चाहा तो रजनीकांत ने उनके हाथ पकड़ लिये और कहा कि यह भगवान का तरीका है, मुझे समझाने का कि मैं न भूलूं कि मैं कौन हूं. रजनीकांत भारत के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं. इस बात से सभी वाकिफ हैं. लेकिन रजनीकांत आज भी आम लोगों की तरह ही अपने जीवन का निर्वाह करते हैं. किसी सुपरस्टार का किसी मंदिर के बरामदे में जाकर बैठना और वह भी आम आदमी की तरह दर्शाता है कि वह आज भी जमीन से जुड़े हैं. यह किसी सुपरस्टार के लिए निंदा की ही बात होती कि उन्हें कोई पहचान नहीं पा रहा और उन्हें भगवान की तरह पूजनेवाले लोग ही उन्हें भिखारी समझ ले रहे हैं. लेकिन रजनीकांत दरअसल, सुपरस्टार हैं, जो जानते हैं कि उनकी हकीकत क्या है. किसी हिंदी सिनेमा के सेलिब्रिटी से ऐसे व्यवहार की उम्मीद करना संभव ही नहीं. चूंकि बॉलीवुड में सेलिब्रिटिज और फैन के बीच एक ऐसी खाई है, जो कभी भर नहीं सकती. यहां हर सेलिब्रिटिज इस तरह अपनी छवि प्रस्तुत करना चाहता है कि वह लोगों की नजर में झूठी तारीफ बटोर सके. लेकिन वह कभी वास्तविक रूप में नजर नहीं आता. हिंदी सिनेमा के सेलिब्रिटी अपनी छवि, अपने रंगरूप, लुक और हर बातों को लेकर इतने सजग होते हैं कि वे हमेशा बनावटी ही नजर आना पसंद करते हैं और अब यही उनकी नीयत भी बन चुकी है. हालांकि दक्षिण सिनेमा में भी जो आचार विचार रजनीकांत ने कायम रखा है. वह हर किसी के वश की बात नहीं. दरअसल, फिल्मों में ही नहीं वास्तविक जिंदगी में ही असली सुपरहीरो रजनीकांत ही हैं.

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