परिणीति चोपड़ा इन सवालों से पूरी तरह से खींझ जाती हैं जब उन्हें कहा जाता है कि वे अपनी बड़ी बहन प्रियंका चोपड़ा की वजह से फिल्मों में आने का मौका मिला या फिर यह कि वे अपनी बहन से प्रेरित हैं. वे इन बातों का साफ साफ खंडन करती हैं. अभिषेक बच्चन हमेशा अपना दुख जाहिर करते रहे हैं कि उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं कि उनकी तूलना हमेशा उनके पिता से की जाये. भले ही सभी कलाकार की इच्छा हो कि वे अमिताभ बच्चन की तरह अभिनय करें, लेकिन अभिषेक नहीं चाहते कि उनकी तूलना उनके पिता से हो. परिणीति ने कुछ महीनों पहले घोषणा की थी कि वे सिंगिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती हैं. तो उस वक्त भी उनकी तूलना प्रियंका से की गयी और लोगों ने कहा है कि वे बहन की देखा देखी करती हैं. दरअसल, यह हकीकत है कि फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं हर क्षेत्र में अगर आपसे पहले आपकी परिवार के किसी सदस्य ने एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया हो तो दूसरी पीढ़ी के लिए उस मुकाम तक पहुंचना कठिन हो जाता है. कठिन इस संदर्भ में कि लोग उन्हें उस मुकाम तक पहुंचने का मौका ही नहीं देते. वे कितनी भी कोशिश कर लें. उन्हें तुलनाओं से छुटकारा नहीं मिलता. चूंकि एक वक्त के बाद बेटे को भी अपने पिता की छांव में हवा लेना रास नहीं आता. उसे वह तुलना किसी ताने से कम नहीं लगती. हर व्यक्ति चाहता है कि वह अपनी पहचान से आगे बढ़े. अपनी खुद की पहचान बना पाये.दरअसल, हमारी यह मानसिकता है कि हम इस बात को स्वीकार ही नहीं पाते कि कोई व्यक्ति खुद की अपनी पहचान जिसे हम अंगरेजी के शब्द में इंडिविजुअल कहते हैं बनने की प्रयास कर सकता. परिवार के हर सदस्य में एक ही गुण हो सकते हैं. और वे उसे निखार भी सकता है. उसे इसका हक है. लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में खासतौर से उन्हें पूरी तरह निखरने के मौके नहीं मिले
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