20110207

तो इसी बात पे दे ताली (जीजाजी)

होली में बेचारे जीजाजी बहुत चहक रहे थे कि इस बार अपनी प्यारी सी साली के साथ होली खेलने का आयेगा मजा. भई पहली बार जो हुई है शादी. पर क्या होता होली के दिन आइए देखे.

तो इसी बात पे दे ताली
लाखों नखरें उठानेवाली
बीवी नहीं हो वो मेरी
वो मेरी आधी घरवाली
तो इसी बात पे दे ताली

अब साली के रहते हुए
कैसे जाये होली खाली-खाली
अपने नाजुक हाथों से पिला दे
ठंडई की दो मीठी प्याली
तो इसी बात पे ते ताली

नाटी हो या मोटी हो
फिर चाहे वह हो काली
आखिर है वो मेरी साली
रंगों की बाल्टी मैंने उस पर दे डाली
तो इसी बात पे दे ताली

मस्ती में हम गा रहे थे
पुए-पकौड़े खा रहे थे.
तभी पीछे से किसी ने पकड़ा
एक थप्पड़ गाल पर जकड़ा
पहले थोड़ा होश थमाया
फिर मामला समझ में आया

साली समझ कर जिस पर थी बाल्टी डाली
वो साली नहीं थी वो थी मेरी पड़ोसवाली
होली के शुभ अवसर
सुननी पड़ी हजारों गाली
पहुंचाती हूं तुझे कोतवाली
उसने मुझे धमकी दे डाली
तो इसी बात पे दे ताली

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