20110207

तो फिर माही कैसे बनती



माही वे अपने बिंदास अंदाज के कारण ही माही यानी पुष्टि युवाओं की फेवरिट कैरेक्टर हो गयी हैं. सीरियल की तरह ही रियलिटी में भी वे अपने मोटापे को बाधक नहीं मानती. वे जैसी हैं बेहद खुश हैं और कॉफिडेंट भी. वे जिम पर पैसे बबार्द करने की बजाय होटल में नये डिश ट्राइ करना अधिक पसंद करती हैं. उनका मानना है कि अगर दुबली होती तो माही जैसे दिलचस्प किरदार उन्हें कैसे मिलता. वे अपने मोटापे का एंजॉय करती हैं.

जब आपको कोई मोटी कहते हैं तो क्या आपका बुरा नहीं लगता.
नहीं. मैं तो खुश होती हूं. यह मेरी कमजोरी नहीं. अगर मैं दुबली हो तो मुझे माही जैसा किरदार निभाने का मौका कैसे मिलता. हमें तो बकायदा वेट बढ़ाने के पैसे मिलते हैं निर्देशक से.ताकि हम कैरेक्टर में फिट बैठ सकूं.
जहां इन दिनों लड़कियां साइज जीरो के पीछे पागल हैं, ऐसे में ओवर वेट
आप अपनी पुरानी हीरोइनों को देखिए. मीना कुमारी से लेकर मधुबाला सभी खूबसूरत थी. पर वे पूरी तरह दुबली नहीं थी. फिर भी एक अलग चार्म था उनका. साइज जीरो मेरे बस की बात नहीं. दूसरी बात मुझे नहीं लगता कि इंडिया में लोग साइज जीरो पसंद करते होंगे.
पर क्या कभी परिवार से आपको वेट लूज करने के लिए किसी ने नहीं कहा.
दरअसल, मेरे परिवार में लगभग सभी दुबले पतले लोग हैं. मेरे भाई ब्रजेश कितना दुबला है. हां, मुझे कई बार सुनना पड़ता है. मम्मी ज्यादा परेशान होती है अब शादी कैसे होगी.
कभी जिम जाने की नहीं सोची.
जब भी जिम के बारे में सोचती हूं या कभी ट्राइ भी करती हूं तो मुझे लगता है कि मैं और मोटी होती जा रही हूं. जिम जाने से अच्छा है कोई नया डिश ट्राइ करूंगी.
तो क्या आप बचपन से मोटी थी
हां, शायद मम्मी मुझे ज्यादा प्यार करती थी और भाई का खाना भी मुझे ही खिला दिया करती थी. शायद इसलिए.जस्ट जोकिंग. नहीं. हाइ स्कूल के बाद मेरा वेट ज्यादा बढ़ने लगा. पर धीरे-धीरे जब टेलीविजन से जुड़ाव हुआ तो यहां मेरे मोटापे की वजह से ही मुझे ऑफर मिलने लगे. तो फिर मुझे लगा कि जब मुझे काम मिल ही रहा है तो फिर क्यों पतली हों. मैं पॉपुलर तो ही रही थी. एक राज की बात बताऊं. हमारे लिए इस इंडस्ट्री में स्ट्रगल कम है, क्योंकि आज कल हर लड़की तो लीड रोल करना चाहती है. खुद को बिल्कुल स्लिम ट्रीम रखना चाहती है. ऐसे में जब कुछ हमारे जैसे किरदार गढ़े जाते हैं तो वेल हमें काम मिल ही जाता है.
आपकी कोई ऐसी दोस्त जो अपकी तरह ही सोचती हो.
हां, सिर्फ सोचती नहीं. दिखती भी है. शिखा तलसानिया. जिसने अभी हाल में वेकअप शिड में ज्यादा खानेवाली लड़की का किरदार निभाया. हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं. शायद मोटे-मोटे भाई-भाई. शिखा टिकू तलसानिया की बेटी हैं.
आप दोनों का प्यार का नाम
गप्पू-गबदू बुलाते हैं लोग हमें प्यार से. कभी बेबी एलिफेंट. ज्यादातर रोड या रेस्टोरेंट में हमें ऐसी बातें सुननी पड़ती है. बट वी एंजॉयड.
बचपन का कोई यादगार पल
हां, जब मुंबई में बाढ़ आयी थी. हमलोग भींग-भींग कर गा रहे थे बाबा बाबा ब्लैक शिप.

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