20110207

हमें अपने वाद्य यंत्रों को सहेजना होगा ः सलीम


चकदे इंडिया, रब ने बना दी जोड़ी, फैशन व कई सुपरहिट फिल्मों के गीतों को अपने धुनों से सजाने में कामयाब सलीम मचर्ेंट इन दिनों इंडियन आयडल में जज की भूमिका में नजर आ रहे हैं. सलीम विश्व स्तर पर भी कई बार परफॉरमेंस दे चुके हैं. उनका मानना है कि हमें अपने संगीत को सहेजना होगा. पेश है इंडियन आयडल के सेट पर विश्व स्तर पर भारतीय संगीत के परिदृश्य उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश

युवा संगीतकार के रूप में आप स्थापित हो चुके हैं

बस दुआ है. हमारी मेहनत है मेरा यहां हम कहने का मतलब सलीम मचर्ेंट यानी मैं अकेला नहीं बल्कि सलीम-सुलेमान. यानी हम दोनों. हम दोनों लगातार मेहनत कर रहे हैं. हमें अपने काम से प्यार है. और मैं मानता हूं कि जो इंसान अपने काम की कद्र करता है व मेहनत करता है. सफल होता है.

आपने अब तक कई हिट गीतों का संगीत दिया है. आपका सबसे पसंदीदा गीत कौन सा है?

रब ने बना दी जोड़ी के गीत मुझे बेहद अच्छे लगते हैं.

कुछ खास वजह.

हां , इस गीत की कंपोजिंग के दौरान हमेन बेहद मस्ती की थी. यही एक ऐसा गीत ता. जब शाहरुख खान भी रिकॉर्डिंग के वक्त स्टूडियो में मौजूद थे. अब जहां किंग खान होंगे वहां मस्ती तो होनी ही है. हमें पता भी नहीं चला, उन्होंने उस दिन हमारी बहुत खिंचाई की थी.

पहली बार आप किसी शो में जज की भूमिका में नजर आ रहे हैं .

हां, मैं इंडियन आयडल का फैन तबसे हूं जब इसका पहला सीजन शुरू हुआ था. जब मेरे पास यह ऑफर आया तो मैंने तुरंत हां कर दी.

ऑडिशन के दौरान सबसे ज्यादा मजा कहां आया.

अदभुत. आश्चर्यजनक. भारत में वाकई

प्रतिभाओं की कमी नहीं है. एक से एक गायक व प्रतिभाओंवाले प्रतिभागी आये थे. इंडियन आयडल ने अभिजीत सावंत जैसे आयडल का चुनाव किया था. अब देखें इस बार देश की आवाज कौन बनता है.

विश्व स्तर व भारतीय संगीत में आपको क्या विभिन्नताएं लगती हैं?

मुझे लगता है कि संगीत को किसी देश से बांध कर नहीं रख सकते. हां, यह जरूर है कि वहां संगीत को लेकर पैशन है. वे हमेशा कुछ नया करने की सोचते हैं. वे ओरिजनल करते हैं. इसलिए लोग उन्हें फॉलो करते हैं. लेकिन हमारे यहां परेशानी यह है कि हम नकल अधिक करते हैं. वहां के लोगों ने भारतीय संीगत को अपनाना शुरू कर दिया है और हम अपनी ही संस्कृति संगीत को इज्जत नहीं दे रहे हैं. चाहे जो भी हमें यह भूलना ही नहीं चाहिए कि हमारा संगीत हमारा है. क्लासिक चीजें कभी बदल या पुरानी नहीं हो सकतीं. लेकिन हम नकल की वजह से अपनी संस्कृति को हीन दृष्टि से देखने लगे हैं. वहां के संगीतकार यहां के वाद्ययंत्रों को अपना पेटेंट बनाने में लगे हुए हैं. ऐसे कई लोग हैं जो भारत आकर यहां के यंत्रों को सीखने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि वे इसकी महत्ता को समझ रहे हैं. हम नहीं.

तो संगीत की संस्कृति को बर्बाद करने के लिए रियलिटी शो जिम्मेदार नहीं.

बिल्कुल नहीं. मैं नहीं मानता. आप ही बताइए, क्या कभी भी किसी भी रियलिटी शो में ऐसा कोई प्रतिभागी आया है, जो सिर्फ हिप हॉप जैसे गीत गाता हो. नहीं. बकायदा सारे प्रतिभागी लगन व मेहनत के साथ क्लासिक संगीत में खुद को पारंगत करने की कोशिश में जुटे रहते हैं. और मुझे लगता है कि उनकी प्रतिभा को सामने लाने के लिए रियलिटी शो बेहतरीन जरिया है.

लेकिन अधिकतर प्रतिभागी गुम से हो जाते हैं.

रियलिटी शो सिर्फ माध्यम हो सकता है. वह सिर्फ जरिया बनता है. बाकी मेहनत अपने हाथों में होती है. आप खुद को कितना तराश पाते हैं. यह उस पर निर्भर करता है.

संगीतकार की जोड़ियों को लेकर हमेशा यह बातें बनती हैं कि जल्द ही ये जोड़ियां टूट जाती हैं?

मेरा मानना है कि मेरी पहचान सलीम सुलेमान के रूप में है. मैं किसी को फॉलो नहीं करना चाहता. हम दोनों हमेशा हम होकर ही काम करेंगे. वैसे भी संगीत में जब भी अहम जगह ले लेता है, वह इंसान से दूर होती जाती है.मैं बस ऐसा ही मानता हूं. हमारी जोड़ी आगे बेहतरीन काम करे हम इस पर सोचना अधिक पसंद करते हैं न कि अफवाहों पर

अनुप्रिया अनंत

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