20110206

उदयपुर ः राजस्थान का कश्मीरदेखो

अगर आपको प्राचीन गुफाओं व महलों में समय बिताना अच्छा लगता है. पारंपरिक वेशभूषा व खान-पान में दिलचस्पी हो. साथ ही लोक-संगीत से खास लगाव है तो इन छुट्टियों में उदयपुर की सैर पर जरूर जाएं. खासतौर से परिवार के साथ छुट्टियां एंजॉय करने के लिए यह एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. शहर की कई चीजें आपको आकर्षित करेंगी.

राजस्थान का नाम आते ही आपके दिमाग में रेगिस्तान, चिलचिलाती धूप व गर्म प्रदेश कुछ ऐसा ही ख्याल आ जाता होगा. है न. पर, अगर हम आपको एक ऐसी जगह ले चलें, जहां आप रेगिस्तान के बालू नहीं, बल्कि ठंडी-ठंडी हवाओं का आनंद मिलेगा. साथ ही आप लुत्फ उठा सकेंगे राजा-महाराजाओं की शान समझी जानेवाली विरासत का. बात हो रही है राजस्थान के कश्मीर कहे जानेवाले शहर उदयपुर की. उदयपुर को राजस्थान का सबसे ठंडा शहर माना जाता है. लगभग गर्मियों की छुट्टी में राजस्थान में रहनेवाले लोग यही घूमने आते हैं. भारत में ऐसे कई पर्यटन स्थल हैं, जो अपने प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मुख्य रूप से जाने जाते हैं. उदयपुर भी उनमें से एक है, मगर यहां प्रकृति के साथ-साथ यहां के लोगों ने भी इसकी खूबसूरती बरकरार रखने में भूमिका निभाई है. यहां अब भी राजा-महाराजाओं की शानओशौकत माने जानेवाले किले व महलों की शोभा बरकरार है. प्रकृति की तरफ से शहर को कई खूबसूरत झील तोहफे के रूप में मिले हैं. यही वजह है कि लोग इसे सिटी ऑफ लेक्स के नाम से जानते हैं. शहर की खासियत यह भी है कि यहां के छोटे से लेकर बड़े मकानों तक का स्वरूप प्राचीन महलों या किलों की तर्ज पर ही बना नजर आयेगा.
इंटरेस्टिंग फैक्ट
एनडीटीवी इमेजिन के शो राखी का स्वयंवर व हाल ही में शुरू होनेवाले शो राहुल दुल्हनिया ले जायेगा का आयोजन यही के फतेहगढ़ पैलेस में किया गया था. सिटी पैलेस में अभिषेक के शो बिंगो नाइट की भी शूटिंग हाल में पूरू हुई.
शायद ही ऐसा कोई शहर हो, जहां के हर होटल के नाम के साथ पैलेस शब्द जुड़ा हो. पर सिटी ऑफ पैलेस के लिए जाना जानेवाले इस शहर के लगभग हर होटल के अंत में पैलेस जुड़ा हुआ है. चाहे वह होटल छोटे हों या बड़े वह पैलेस ही है.
प्रमुख होटल ः होटल हील टॉप पैलेस, सरोवर पैलेस, कुंबा पैलेस, ओबरॉय पैलेस,फतेहगढ़ पैलेस, रानीनिवास पैलेस,लेक पैलेस, पन्ना विलास पैलेस.



सिटी ऑफ राइजिंग
सिटी ऑफ लेक की उपाधि से नवाजे गये इस शहर और भी कई उपाधियां मिली हैं. इन दिनों इसे सिटी ऑफ राइजिंग भी कहा जाने लगा है. क्योंकि काफी समय से रहनेवाले यहां के लोगों ने बताया कि सुबह-सुबह आप यहां सूर्योदय के खूबसूरत नजारे देखने का आनंद उठा सकते हैं.
घूमना न भूलें
शहर में कई ऐसे खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं, जिन्हें बिना देखे आपका टूर सफल नहीं कहलायेगा. उदयपुर घूमने के लिए आपके पास कम से कम चार दिनों का समय होना चाहिए. तभी आप सही तरीके से पूरे शहर का आनंद उठा पायेंगे.
पिछौला झील
शुरुआत शहर के प्रसिध्द झीलों से की जा सकती है. पिछोला झील के दोनों द्वीपों पर बने महल अब पैलेस होटल के रूप में तब्दील हो चुके हैं. पर होटल ने अब भी महल की प्राचीन खूबसूरती को बरकरार रखा है. दूसरा महल अब जग मंदिर के रूप में नजर आयेगा. दीवारों पर राजस्थानी शिल्पकला का बेहतरीन अंदाज आपको हर स्थान पर देखने को मिलेगा.
सिटी पैलेस
शहर का दिल कहा जानेवाला सिटी पैलेस उदयपुर का सबसे प्राचीन व भव्य महल है. अब यह एक टूरिस्ट स्पॉट बन चुका है. आप यहां टूरिस्ट बस, अपनी गाड़ी या ऑटो से भी आ सकते हैं. सिटी पैलेस में अभी हाल में नये होटल शुरू किये गये हैं, जिससे पर्यटन व्यवसाय को काफी मुनाफा हो रहा है. यहां के म्यूजियम में आप प्राचीन हथियार, आभूषण, सिक्के व सांस्कृतिक धरोहरों को देख सकते हैं. किसी भी तरीके के कैमरे ले जाने के लिए आप 200 रुपये देने पड़ेंगे. 200 रुपये देकर आप यहां किसी भी स्थान पर अपनी तसवीरें खिंचवा सकते हैं.
लेक पैलेस
सिटी पैलेस घूमने के बाद ही आप लेक पैलेस घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं. झील के बीचोंबीच सफेद रंग का यह महल बेहद आकर्षक दिखता है. शाम के वक्त यहां राजस्थान के लोक संगीत की महफिल सजती है. साथ ही आप यहां पारंपरिक भोजन का भी आनंद उठा सकते हैं. सिटी पैलेस घूमने के बाद लेक पैलेस घूमने के लिए फिर से आपको 325 रुपये की टिकट लेनी होगी. हालांकि, एकबारगी आपको यहां घूमना महंगा लग सकता है. पर जब आप लेक पैलेस के अंदर जायेंगे तो आपकी इच्छा वहां से लौटने की बिल्कुल नहीं होगी. राजस्थानी वेशभूषा में सजे दरबान आपका स्वागत करेंगे. वहां की अनोखी साज-सज्जा देख कर आप खुद को किसी राजा से कम नहीं समझेंगे. और हां, यहां आने के बाद झील में बोटिंग का आनंद लेना बिल्कुल न भूलें. खासतौर से जब आपकी नयी शादी हुई हो. एक बार वहां के आसपास के नजारे बोट में बैठ कर जरूर देखें. इन दिनों यहां अभिषेक बच्चन के शो बिंगो नाइट की शूटिंग चल रही है.
इसके अलावा अगर आप गुजरात, राजस्थान व महाराष्ट्र के पारंपरिक घरों को देखना चाहते हैं तो शिल्पग्राम भी एक अच्छा स्थान है. उदयपुर के दक्षिण में मानसून पैलेस नाम से विख्यात सज्जनगढ़ भी अपने आप ऐतिहासिक महत्व रखता है. मुख्य रूप से यहीं गीत-संगीत का मौहाल जमता है. शाम में उदयपुर के सारे महल रोशनी से जगमगा उठते हैं. अगर आप यहां आकर बगीचे घूमना चाहते हैं तो झीलों के बीचों-बीच बोट के आकार का एक बगीचा है. इसके अलावा सहेलियों की बाड़ी व मोती नगरी भी दार्शनिक स्थल हैं.
नाथद्वारा में पूरी होती सारी मनोकामना
श्री विष्णु के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में उदयपुर के नाथद्वारा मंदिर का भी नाम उल्लेखनीय हैं. उदयपुर शहर से लगभग 57 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. आप यहां बस से जा सकते हैं. नाथद्वारा दर्शन करने का सबसे उपयुक्त समय सुबह है. ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान श्रीकृष्ण को भजन गाकर जगाया जाता है. फिर, उनका स्नान किया जाता है. और भगवान कृष्ण स्वयं स्नान करते हैं. वहां बाल्टी में पानी रख दिया जाता है. और धीरे-धीरे वह पानी कम होता जाता है. रात्रि में भगवान की प्रतिमा के पास भोग रखा जाता है. सुबह में वह थाली बिल्कुल खाली हो जाती है. ऐसा लगता है कि किसी ने उसे खाया हो. लोगों की मान्यता है कि यहां भगवान कृष्ण स्वयं आते हैं. इस मंदिर में कैमरा ले जाने की अनुमति नहीं है.इसे तिरुपति के बालाजी का ही एक स्वरूप माना जाता है. यहां भक्तों की हर मुराद पूरी होती है. पास में ही वनमामाली व मीरा का मंदिर है. यहां आसपास गणगौर बाग, विट्ठलनाथ मंदिर, कछुआ बाग जैसे स्थानों को देखने का लुत्फ उठा सकते हैं.
मुंह मीठा कीजिए
उदयपुर जाकर अगर आप किसी होटल में चाइनिज या साउथ इंडियन ऑर्डर करते हैं तो यह आपकी बेवकूफी होगी. यहां आकर गट्टे की सब्जी व दाल बाटी का स्वाद चखना न भूलें. बेहद रिजनेब्ल प्राइस में आपको राजस्थानी थाली का आनंद उठाने का मौका मिल सकता है. अगर आप चाहें तो. यहां बेसन को ही गट्टे की सब्जी कहते हैं. दाल मखनी के साथ सत्तू की लिट्टी को ही यहां बाटी कहते हैं. इसके अलावा राजस्थान के घरेलू मिठाइयों का स्वाद चखना भी न भूलें. गाजर का हलवा, बालूशाही, पनीर की खिचड़ी, घेवर, मखनीचूर, बेसन के लड्डू यहां की खास मिठाइयां हैं. और अगर आप नमकीन खाने के शौकीन हैं तो दही-पानीपुरी व पापड़ी, नमकीन समौसे व मिक्सर के पैकेट खरीदना न भूलें. यहां अगर आपको सड़क के किनारे इमली के ठेले दिखें तो एक बार चटकारा जरूर लें. यहां की इमली में एक अलग तरीके का स्वाद होता है, जिसे शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है.
कुछ शॉपिंग हो जाये
उदयपुर में पारंपरिक चीजों का अच्छा बाजार है. यहां की स्थानीय चीजें भी आपके ड्राइंगरूम की खूबसूरती बढ़ा सकते हैं. शीशे के वर्क किये गये स्कर्ट्स, पर्स, झालर, शो पीस, कुतर्े आपको सस्ते दामों में मिल सकते हैं. बशतर्े की आप इसे मुख्य माकर्ेट से खरीदें. सिटी पैलेस से 2 किलोमीटर पर स्थित हाथमोला माकर्ेट में इन चीजों की आपको कई वेराइटियां मिल जायेंगी. अगर आप वुड ज्वेलरी पहनने की शौकीन हैं तो आपके लिए यह खूबसूरत शॉपिंग मॉल साबित हो सकता है. अपने दोस्तों को यहां की क्रस्ड पेपर की बनी डायरियां भी गिफ्ट के रूप दे सकते हैं.
ऐसी गलती न करना
उदयपुर जाते वक्त अपने बैग में स्लिपर व फ्लैट चप्पल जरूर रखें. हाइ हिल्स ले जाने की भूल न करें, क्योंकि यहां के होटल भी ऊंचाइयों पर ही बने हैं. और ऐसे कई स्थान हैं, जहां हो सकता है कि आपकी गाड़ियां भी न पहुंच पायें. ऐसे में हिल्स पहन कर पहाड़ों पर चलने में परेशानी हो सकती है. यहां की गली-चौराहों से परफ्यूम खरीदने की भूल न करें. आपको यहां हर स्थानों पर लोग स्कूटर पर घूम घूम कर परफ्यूम बेचते नजर आयेंगे. वे इसका प्रचार राजस्थानी परफ्यूम के रूप में करते हैं. मगर उनके झांसे में बिल्कुल न आयें. सिटी पैलेस या दार्शनिक स्थानों के माकर्ेट में चीजों के दाम आसमान छूते मिलेंगे. वहां से खरीदारी की बजाय मुख्य माकर्ेट जाएं. रात में भी शहर का नजारा अदभुत होता है. अपने कैमरे में फ्लैश लेंस लगा कर रखें. रात में भी घूमने का मौका न छोड़ें. महल या गुफाओं को घूमने के लिए सुबह का समय उपयुक्त होगा. अपने साथ गर्म कपड़ें जरूर ले जाएं.े

घूमने के लिए उपयुक्त समय ः साल में कभी भी, गर्मियों की छुट्टियां सबसे उपयुक्त. फरवरी से नवंबर तक
बजट ः दो रात पांच सदस्य 20 हजार रुपये
रेल सेवा ः
रांची से ः रांची से उदयपुर के लिए डायरेक्ट रेल सेवा नहीं. आप रांची से (रांची-गरीबनवाज एक्सप्रेस) से वाया जयपुर उदयपुर आ सकते हैं. रांची से यह ट्रेन केवल गुरुवार को चलती है. रांची से दिल्ली के लिए कई ट्रेनें हैं, आप चाहें तो रांची से दिल्ली, दिल्ली से उदयपुर की यात्रा भी कर सकते हैं.
पटना से ः हफ्ते में प्रत्येक गुरुवार अन्नया एक्सप्रेस से आप उदयपुर की यात्रा कर सकते हैं
कोलकाता से ः सियालदा से आनेवाली अन्नया एक्सप्रेस से आप कोलकाता से उदयपुर तक की सैर कर सकते हैं.

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