20110207

रियलिटी शो विजेता बनने के लिए न सीखें संगीतः सुखविंदर सिंह



बेहतरीन गायक के साथ-साथ बेहतरीन परफॉरमर भी हैं सुखविंदर

रियलिटी शो में जज बनने में कोई दिलचस्पी नहींः सुखविंदर

अनुप्रिया अनंत

मैंने हमेशा गौर किया है जब भी मंच पर प्रतिभागियों के परफॉरमेंस की बात होती है. वह नर्वस हो जाते हैं और नर्वसनेस के कारण व बेहतरीन परफॉरम नहीं कर पाते. दिल से गा नहीं पाते. उनके अंदर प्रतियोगिता जीतने का इतना प्रेशर होता है कि वह गाने की सबसे अहम चीज ही भूल जाते हैं. वह है मुस्कुराना. जब हम हंसते हैं, मुस्कुराते हैं और खुश होते हैं उसे ही तो संगीत कहते हैं न. फिर इन दिनों नये युवा गायक संगीत की सबसे प्राथमिक व महत्वपूर्ण चीज भूल जाते हैं खुश होकर गाना. यह बहुत जरूरी है और मैं चाहता हूं कि नये गायक इस गुर को समझें. दरअसल, इन दिनों रियलिटी शो की चकाचौंध में इस कदर युवा डूबते जा रहे हैं कि उन्हें संगीत से कम और प्रतियोगिता जीतने में ज्यादा रुचि हो गयी है, क्योंकि इससे उन्हें लोकप्रियता मिलती है. जबकि अगर आपको संगीत की दुनिया में लंबी पारी खेलनी है तो आपको खुद को साधना होगा. पूरी ईमानदारी से मेहनत करनी होगी. संगीत को जीना पड़ेगा. संगीत को बोझ की तरह साथ में लेकर नहीं चला जा सकता. स्लमडॉग करोड़पति में जय हो गीत गा कर विश्व में गायक के रूप में खुद को स्थापित करनेवाले सुखविंदर सिंह का युवा पीढ़ी के गायकों के प्रति कुछ ऐसा ही नजरिया है. उनका मानना है कि रियलिटी शो जरूर बनने चाहिए लेकिन वोटिंग का आधार एसएमएस नहीं होना चाहिए. अपनी यूनिक आवाज में गानेवाले सुखविंदर सामान्य बातचीत के क्रम में भी बेहद धीमी आवाज में बात करते हैं. पूछने पर उनका कहना है कि अधिक तेज आवाज में बात करने से मेरी आवाज फट सकती है और फिर मैं गाऊंगा कैसे. गौरतलब है कि आइपीएल सीजन-3 में कलर्स रॉकस्टार में सुखविंदर कैलाश खेर व हर्द कौर के साथ आइपीएल रॉकस्टार की खोज करेंगे. 12 प्रतिभागी आइपीएल के मैदान में शानदार परफॉरम करेंगे. 13 मार्च से इस शो का प्रसारण कलर्स टेलीविजन पर किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में सुखविंदर की गिनती बेहतरीन गायक के अलावा बेहतरीन परफॉर्मर के रूप में भी होती है. अपनी लाउड मॉडयूलेशन आवाज व अपने परफॉरमेंस से वे लाखों करोड़ों की संख्या में भी वे ऑडियंस को बांधने में हमेशा कामयाब होते हैं. निजी तौर पर सुखविंदर को किसी रियलिटी शो के जज की भूमिका निभाने में खास दिलचस्पी नहीं, क्योंकि उनका मानना है कि एसएमएस से सही प्रतिभा की खोज नहीं हो पाती.

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