20110913

ख्वाबों के परिंदे...



तीन दोस्त हैं. तीनों मस्तीखोर हैं. इसलिए तय करते हैं कि चाहे जो हो जिंदगी में वह सबकुछ करेंगे जिसे हमने पहले न किया हो. ताकि दोबारा जिंदगी न भी मिले तो किसी बात का अफसोस न हो. तो निकल पड़े हैंं

दिल चाहता है कि तरह ही फिर से तीन दोस्ती की कहानी जिंदगी न मिलेगी दोबारा में देखने को मिलेगी. लेकिन एक नयी कहानी और नये जोश के साथ.

फिल्म जिंदगी न मिलेगी दोबारा के ट्रेलर दिल चाहता है से बहुत मेल खाते हैं. कहीं इसकी वजह यह तो नहीं कि जोया का दिल चाहता है से खास लगाव रहा.

फरहान ः नहीं, मैं नहीं मानता कि दोनों फिल्मों में कोई भी समानता है. चूंकि उसमें भी तीन दोस्त थे और इसमें भी तो आप ऐसा अनुमान लगा रही होंगी. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है.

रितिक ः क्या वाकई. मुझे नहीं लगता कि दोनों फिल्मों के प्रोमो में भी कोई समानता है. निस्संदेह मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक है दिल चाहता है. लेकिन जिंदगी दोबारा की उससे तुलना बेईमानी होगी. फिल्म देखें. आप खुद इस बात पर सहमति जतायेंगी.

अभय ः मेरे लिए बिल्कुल नया अनुभव है. यह. पहली बार इस तरह की फिल्म में काम कर रहा हूं. दिल चाहता है देखी है. लेकिन यह रोड टि्रप अलग होगी.

फिल्म में आप तीनों ने ही बहुत सारे स्टंट किये हैं.

फरहान ः हां, शायद जिंदगी में पहली और आखिरी बार...हाहाहा. बहुत मजा आया. खासतौर से आसमानवाले स्टंट बहुत मुश्किल थे.

रितिक ः मुश्किल थे...सिर्फ फरहान. मुझे लगता है बहुत ज्यादा खौफनाक थे. मैं अच्छा डांस कर सकता हूं. अच्छे अभिनय करने की कोशिश करता हूं. लेकिन आसमान ने सिर्फ हवाई जहाज में ही उड़ सकता हूं. यूं खुले आसमान में उड़ना. बेहद डरावना था यह रोमांच

अभय ः अपनी बात कहूं तो मैं इन मामलों में बिल्कुल डरपोक हूं. पता नहीं कहां से जोया को मुझमें कोई बहादूर नजर आया और उन्होंने मुझसे काम करवा लिया. वरना मैं...

फिल्म में आपलोगों ने गीत भी गाया है.

रितिक ः हां, एक बार फिर से अपनी बेसुरी आवाज में गाने की कोशिश की है. लेकिन फिर भी मुझे बेहद खुशी हो रही है कि दर्शक मेरी आवाज को पसंद कर रहे हैं. सच कहूं तो शुरुआती दौर से ही मेरी आवाज में परेशानी थी. मैंने उस पर बहुत काम किया है तो अब जब कोई मेरी आवाज की तारीफ करता है तो मैं बेहद खुश हो जाता हूं.

फरहान ः मैं तो गाता रहा हूं. और यह मेरा शौक भी है. इसलिए जब जोया ने मुझसे कहा तो मैंने हामी भर दी.

अभय ः ये दोनों तो गायक थे. लेकिन जोया को पता नहीं लगता है उसने कसम खा रखी थी कि वह इस फिल्म में वह सारे काम करवायेंगी जो मैंने पहले नहीं किया. पहले आसमान में उड़वा दिया. फिर गीत गाने को कहा. मैंने हिम्मत करके गा दिया. अब बाकी तो दर्शक ही जाने.

कट्रीना के साथ केमेस्ट्री कैसी रही.

रितिक ः हम तीनों में केवल अभय शादीशुदा नहीं, आप यह सवाल उनसे पूछे. वैसे भी वह सेट पर कट्रीना का बहुत ख्याल रखते थे. लेकिन कट्रीना के बारे में एक बात कहना चाहूंगा कि वह बहुत मेहनती लड़की हैं. वे अपने संवादों पर बहुत काम करती हैं.

फरहान ः कट्रीना बेहतरीन अदाकारा हैं और बहुत नाजूक हैं. सौम्य हैं. वे शरारती बिल्कुल नहीं और हमने सेट पर उन्हें बहुत तंग किया.

अभय ः वाह, आपलोगों ने मुझे कुंवारा कह कर फंसा दिया. वैसे सच कहूं तो मैं भी अधिक खुराफाती नहीं इसलिए मैं उनका सेट पर बहुत ख्याल रखता था. ये दोनों जब भी उन्हें परेशान करते. वह मेरे पास चली आती थीं. फिर मैं इनकी खबर लेता था.

फरहान-रितिक साथ में ः ओ रियली ( हाहाहा)

स्पेन का सफर ही क्यों चुना

फरहान ः स्पेन खूबसूरत शहर है.

रितिक ः इस सवाल का जवाब मेरे ख्याल से जोया दे पायेंगी

अभय ः क्योंकि मुझे लगता है ( कुछ देर सोच कर) अगर भारत में टमाटरों की इतनी बर्बादी करते तो आमलोग हम पर टमाटर चला कर मारते.

टमाटर की बात निकली है तो उस होली के बारे में भी बतायें. काफी चर्चा रही इसकी.

फरहान ः इसका सबसे अच्छा अनुभव तो अभय का रहा, जिसके शरीर पर टमाटर के रस यूं चिपक गये थे कि उन्हें काफी दिन लगे, लेकिन टमाटर ने उनका साथ नहीं छोड़ा.

रितिक ः यह कुछ ऐसा था, जैसे हम किसी कॉस्मेटिक या फ्रूट कॉस्मेटिक के विज्ञापन की शूटिंग कर रहे हों. हमने बहुत मस्ती की. अलग रहा एक्सपीरियंस.

ेअभय ः हां, बस मैंने इसमें पूरे कपड़े पहन रखे हैं, चूंकि मुझे सख्त हिदायत थी कि मैं दर्शकों को अपने टीशर्ट उतारकर डराऊं न. चूंकि मेरे पास रितिक की तरह शानदार बॉडी तो है नहीं ( हंसते हुए) है न रितिक...

रोड टि्रप पर पहले भी फिल्में बन चुकी हैं.

फरहान ः हां, हमने भी कई देखी है. लेकिन आप किसी फिल्म को किसी फिल्म से नहीं जोड़ सकते. हर निदर्ेशक अपनी कहानी अपने तरीके से दिखाने की कोशिश करता है.

रितिक ः लेकिन यह रोड टि्रप अलग होगी.

अभय ः मुझे तो लगता है कि सड़कों पर भाग भाग कर फिल्में करना ही मेरी किस्मत में है. मैं तो अपनी पहली फिल्म में ही भाग जाता हूं और सड़क पर आकर गाने गाता हूं.

अगर आप तीनों को कभी कोई कहे कि जिंदगी दोबारा नहीं मिलेगी. जो चाहे मांग लो. तो वह कौन सी चीज आप मांगना चाहेंगे या करना चाहेंगे.

फरहान ः वे सारी जगह घूमना चाहूंगा, जो नहीं घूमी है.

रितिक ः आसमान से छलांग लगाना चाहूंगा. लेकिन चाहूंगा कि हाथ पांव न टूटे.

अभय ः मैं रितिक को आसमान में छलांग लगाते नीचे से बस देखना चाहूंगा( हंसते हुए)

जोया के साथ रितिक और फरहान ने पहले भी काम किया है. आप अपना अनुभव शेयर करें और अभय पहली बार आप मल्टी स्टारर फिल्म में काम कर रहे हैं. इस पर आपकी प्रतिक्रिया.

रितिक ः जोया की सबसे खास बात यह है कि उसका विजन बिल्कुल स्पष्ट है. उसे पता है कि उसे क्या दिखाना है क्या नहीं. क्या हटाना है. क्या नहीं.

फरहान ः कमाल की लेखिका है वह. और जब लेखक अच्छा हो तो निश्चित तौर पर फिल्म अच्छी बनती है.

अभय ः जोया की बदौलत मैंने गुनगुना सीख लिया है. खुश हूं कि उसके साथ काम करके. मैं जब उसे पोस्ट प्रोडक्शन का काम बारीकि से करते हुए देखता हूं और देखता हूं कि वह कितनी शिद्दत से अपना काम कर रही है तो मुझे बहुत खुशी होती है. रही बात मल्टी स्टाटर फिल्मों की तो मैं नहीं मानता कि ऐसी फिल्में करने में कोई हर्ज है. आप देखेंगे कि हर किरदार की अपनी अहमियत होती है. किसी की किसी से तुलना नहीं और न ही एक दूसरे पर हावी होने का डर रहता है.

आप तीनों एक दूसरे के बारे में एक एक सीक्रेट बताएं जो आपको सेट पर जानने को मिली.

रितिक ःसेंसड बातें नहीं बताऊंगा, लेकिन इतना पता चला कि फरहान को हर दिन नहाना पसंद नहीं. अभय को गंदगी से नफरत है.

फरहान ः रितिक अपने मोबाइल के बिना एक दिन भी नहीं रह सकता. यह अलग बात है कि वह किसी का फोन नहीं उठाता. अभय के बारे में यही कहूंगा कि वह बहुत सामाजिक हैं.

अभय ः रितिक, अपने संवाद को लेकर बहुत सहज हैं और फरहान अपने चेहरे के भाव को लेकर.

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