20110913

सिर्फ आपके लिए खास



हिंदी सिनेमा में प्रायः कई बार हुआ है कि किसी खास अभिनेता और अभिनेत्री के किरदार या उन्हें केंद्रित करते हुए फिल्में बनाई जाती रही हैं. जहां वे ही मुख्य किरदार में एकल किरदार के रूप में बाकी सभी अन्य किरदार पर हावी नजर आते

हैं.

इस हफ्ते बुङ्ढा होगा तेरा बाप रिलीज हो रही है. फिल्म में अमिताभ बच्चन कई अरसे बाद फिर से एंग्री यंगमैन का किरदार निभा रहे हैं. फिल्म में उन्होंने विजय नाम का किरदार निभाया है. इस नाम से वह पहले भी कई फिल्मों में काम कर चुके हैं. अमिताभ ने अपनी बातचीत में कहा कि पुरी ने यह फिल्म खासतौर से अमिताभ को ध्यान में रख कर लिखी है. चूंकि वह उनके बहुत बड़े फैन हैं. अमिताभ को भी पूरी उम्मीद नजर आयी कि वे इस फिल्म में फिर से खुद की नयी छवि प्रदान करेंगे. यही वजह है कि फिल्म के साथ साथ ही फिल्म के पोस्टर्स में भी सिर्फ अमिताभ नजर रहे हैं. दरअसल, हिंदी सिनेमा में प्रायः कई बार हुआ है कि किसी खास अभिनेता और अभिनेत्री के किरदार या उन्हें केंद्रित करते हुए फिल्में बनाई जाती रही हैं. जहां वे ही मुख्य किरदार में एकल किरदार के रूप में नजर आते हैं. बाकी सभी कलाकार सिर्फ प्रोप्स के रूप में इस्तेमाल किये जाते हैं. इससे पहले भी राम गोपाल वर्मा ने फिल्म मस्त बनाई थी. लोगों का मानना है कि वह श्रीदेवी के फैन रहे हैं और उन्होंने उन्हीं को ध्यान में रखते हुए फिल्में बनाई थी. हिंदी सिनेमा में दरअसल, ऐसी कई फिल्में बनती रही हैं. ऐसी फिल्में करने में किरदारों को खास रूप से मजा भी इसलिए आता है, क्योंकि उन्हें अधिक दृश्य मिलते हैं और खुद के अभिनय को साबित करने का भी भरपूर मौका मिलता है. सिर्फ अभिनय. बल्कि उन्हें अपने शारीरिक क्षमता, अपने नये लुक मेकओवर को भी दर्शाने का मौका मिलता है. ऐसी फिल्में देखने के बाद प्रायः लोग यही कहते हैं कि यह फिल्म विशेषकर सिर्फ उनके लिए ही बनाई गयी थी.

बुङ्ढा होगा तेरा बाप

यूं तो बुङ्ढा होगा तेरा बाप में कई अन्य कलाकारों की भी उपस्थिति है. लेकिन पूरी फिल्म में एकल राज सिर्फ अमिताभ बच्चन का ही नजर आयेगा. फिल्म में हेमा मालिनी, रवीना टंडन और सोनल चौहान भी हैं. लेकिन अमिताभ हर तरह से फिल्म में सभी पर हावी नजर आयेंगे. निदर्ेशक ने उन्हीं को ध्यान में रख कर कहानी कही भी है. इस फिल्म में अमिताभ फिर से अलग अवतार में नजर आयेंगे.

दबंग

फिल्म दबंग पिछले साल की सबसे सफल फिल्म रही है. फिल्म में सोनाक्षी, अरबाज खान व सोनू सूद भी थे. लेकिन यह फिल्म चुलबुल पांडे की थी. पूरी फिल्म में सिर्फ और सिर्फ सलमान ही छाये रहे. यही वजह थी कि पोस्टर्स में व दबंग के प्रोमोशन में भी हर जगह वही नजर आये.

गजनी

आमिर खान की फिल्म गजनी में फिल्म का नाम तो फिल्म के खलनायक पर रखा गया था. लेकिन पूरी फिल्म खासतौर से आमिर खान को ध्यान में रख कर ही बनायी गयी थी. यही वजह थी कि इस फिल्म के लिए आमिर ने पहली बार 6 एब्स बनाया था. जिसकी वजह से वह काफी लोकप्रिय भी रहे.

सात खून माफ

सात खून माफ में प्रियंका सात पतियों की हत्या करती है. वह अलग अलग रूपों में सभी से मिलती है. इस फिल्म का मुख्य केंद्र भी प्रियंका ही रहती है.

गोविंदा की फिल्में

गोविंदा की लगभग फिल्में उन्हें केंद्रित करके ही बनाई जाती थी. फिर चाहे वह हीरो नंबर 1 हो, राजा बाबू हो, राजा हो या फिर आंटी नंबर 1. उनकी तो शर्त भी यही होती थी कि फिल्म का नाम उनके किरदार के नाम पर ही होना चाहिए.

हीरोइन

मधुर भंडारकर की फिल्म हीरोइन अगर बनती तो इस पूरी फिल्म में सिर्फ और सिर्फ कैमरे के सामने ऐश्वर्य ही होतीं. बाकी किसी भी किरदार को इसमें उभरने का मौका नहीं मिलता.यही वजह थी कि कोई भी अभिनेत्री इस फिल्म में सह अभिनेत्री का किरदार निभाने के लिए तैयार नहीं थी.

भेजा फ्राय2

भेजा फ्राय 2 में भी सिर्फ विनय पाठक का किरदार भारत भूषण ही लाइमलाइट में है. इनके अलावा किसी भी किरदार पर कुछ इस तरह काम नहीं किया गया है कि लोगों का ध्यान उन पर जा पाये.

सिंह इज किंग

फिल्म सिंह इज किंग में पूरी कहानी में सिर्फ अक्षय कुमार पर ही बात की गयी है.

शाहरुख की फिल्में

शाहरुख की फिल्म डॉन भी कुछ इसी आधार पर बनाई गयी फिल्म है.

सुपरहीरो

रितिक रोशन की फिल्म कृष और शाहरुख की रा.वन भी इसी श्रेणी की फिल्में हैं

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