गहना का किरदार निभा रही नेहा मर्दा वास्तविक जिंदगी में जल्द ही शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं. खास बात यह है कि टेलीविजन इंडस्ट्री स्थापित हो जाने के बावजूद आम कलाकारों की तरह उन्होंने अपने जीवनसाथी की तलाश इस इंडस्ट्री से ताल्लुक रखनेवाले व्यक्ति से नहीं की है. पेश है अनुप्रिया अनंत से बातचीत के मुख्य अंश
घर में किसी की जुर्रत नहीं कि वह दादी सा के सामने अपनी जुबान खोले. लेकिन इसके बावजूद बालिका वधू में गहना ने हर बार अपनी बात रखी है. हमेशा उसने महत्वपूर्ण कदम उठाया है. बालिका वधू में निस्संदेह आनंदी मुख्य किरदार निभा रही हैं. लेकिन गहना के बिना यह कहानी पूरी नहीं होती. गहना का किरदार निभा रहीं नेहा मर्दा जल्द ही नयी जिंदगी की शुरुआत करने जा रही हैं. हाल ही में उन्होंने सगाई की है. अपने व्यक्तिगत जीवन व प्रोफेशनल जिंदगी के बारे में उन्होंने अपने अनुभव व तैयारियों के बारे में बातचीत की
सबकी रजामंदी और मेरी पसंद
मैं जब इस इंडस्ट्री में आयी थी, उसी वक्त यह तय कर लिया था कि मैं अपने जीवनसाथी की तलाश यहां नहीं करूंगी. चूंकि मैं इस जिंदगी को बहुत नजदीक से जानती हूं. मेरा मानना है कि अभिनय की दुनिया कठिनाओं से भरी है. इसमें हमेशा उतार चढ़ाव आते रहते हैं. और शादी के बाद मैं स्थिर जिंदगी जीना चाहती हूं. लेकिन यह भी तय था कि मेरे माता पिता कभी भी मुझ पर अपनी सोच को थोपना नहीं चाहते थे. इसलिए जब मेरी शादी की बात हुई तो उन्होंने मुझसे पूछा
दोनों हैं बिल्कुल अलग
मेरे माता पिता को आयुष्मान अग्रवाल( नेहा के होनेवाले पति) बेहद पसंद थे. वह टेक्सटाइल इंडस्ट्री में हैं. यही वजह थी कि मां पापा उन्हें लेकर मुंबई आये. हम दोनों पहले दिन सिर्फ पांच मिनट के लिए एक दूसरे से मिले. मजे की बात यह है कि आयुष्मान को कभी भी किसी अभिनेत्री से शादी नहीं करनी थी और मुझे किसी पटनावाले थे. आयुष्मान पटना के रहनेवाले हैं. चूंकि मैं शुरुआती दौर से कोलकाता में रही. फिर मुंबई में काम करना शुरू किया तो मुझे लगा कि मैं कैसे सामांजस्य बिठा पाऊंगी. आयुष्मान मुझसे मिले. तो उन्होंने मिलने के बाद अपने परिवार से कहा कि मिल तो आया. लेकिन पता नहीं अभिनेत्री है. वह मुझसे मिल रही थी या एक्टिंग कर रही थी. मुझे भी लगा कि क्या सोच है इनकी. लेकिन इसके बाद हम कुछ दिनों तक लगातार मिले. एक दूसरे के साथ वक्त बिताया. दोनों को समझा हमने और फिर हमने हां कह दी. और अगले साल हम शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं.
थोड़ा ब्रेक लूंगी
यह सच है कि मेरे ससुरालवाले लोग बहुत अच्छे हैं. खासतौर से मेरी सासु मां दादी सा की तरह बिल्कुल बंदिशें लगातीं. उन्होंने मुझे अभी से ही पूरी छूट दे रखी है कि मैं शादी के बाद भी काम जारी रखूं. लेकिन मैं खुद यह चाहती हूं कि मैं शादी के बाद थोड़ा ब्रेक चाहती हूं. यह जरूरी है. मैं अधिक वक्त बिताना चाहती हूं उनके साथ. यही वजह है कि मैं काम से ब्रेक लूंगी. लेकिन फिर वापसी करूंगी. मुझे खुशी इस बात की है कि मुझे जिस तरह घर में छूट मिली है. उसी तरह मेरे ससुरालवालों का भी पूरा सपोर्ट मिल रहा है. मैं लकी मानती हूं खुद को.
गहना की तरह हो गयी हूं अब
सच यह है कि जब से मैंने गहना का किरदार निभाया. मैं बदल गयी हूं. अब जिस तरह गहना स्ट्रांग कदम उठाती है. सही बातों की तरफदारी करती है. गलत हो रहा हो. तो चुप नहीं बैठती. कुछ इसी तरह मैं वास्तविक जिंदगी में भी ऐसा करने की कोशिश करती हूं.
ऑन स्क्रीन
मैं मानती हूं कि बालिका वधू के वर्तमान ट्रैक को लोग पसंद नहीं कर रहे, चूंकि आनंदी के साथ गलत हो रहा है. लेकिन किसी को सीख देने के लिए जरूरी है कि आप उसे गलती का एहसास दिलायें. बालिका वधू में फिलहाल हम वहीं करने की कोशिश कर रहे हैं.
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