20110901

आ गया है देखो बॉडीगार्ड

वे हमेशा सेलिब्रिटिज से घिरे रहते हैं. सेलिब्रिटिज पर होते लगातार क्लिक-क्लिक यानी तसवीरों के हर फ्रेम में वे उनके साथ ही दिखाई देते. लेकिन फिर भी उन्हें सुर्खियों में आने का कोई शौक नहीं. उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके काम की कोई चर्चा करे या करे.चकाचौंध की दुनिया में अपना सबसे अधिक वक्त व्यतीत करने के बावजूद उन्हें चकाचौंध का कोई लश नहीं. उनके लिए तो बस कर्म ही पूजा है. फिर चाहे कितनी भी परेशानियां क्यों आये, वे तैनात रहते हैं. हर जगह, हर परिस्थिति में. वे सितारों की दुनिया के हर राज जानते हैं. लेकिन कभी अपने मालिक के साथ गद्दारी नहीं करते. बॉलीवुड के बॉडीगार्ड सिर्फ अपने काम बल्कि अपनी ईमानदारी के लिए विख्यात हैं. सलमान खान की आगामी फिल्म बॉडीगार्ड के बहाने सेलब्रिटिज के संकटमोचक सुरक्षा कवज बने बॉडीगार्ड की जिंदगी पर उर्मिला कोरी व अनुप्रिया अनंत ने प्रकाश डालने की कोशिश की.

मैं सलमान भाई पर कभी भी किताब नहीं लिखूंगा , मैं उन पर किताब लिखूं यह ख्याल तक मेरे जेहन में नहीं आया क्योंकि मैं कभी उनका विश्वास नहीं तोड़ सकता. यह कहना है सलमान के बाडीगार्ड शेरा का. सलमान की जिंदगी से बाडीगार्ड शेरा का कितना जुड़ाव है इस बात से सलमान भी इंकार नहीं करते हैं, अगर ऐसा नहीं होता तो वे बाडीगार्ड के फर्स्टलुक के दौरान अपने अंदाज में यह नहीं कहते कि शेरा चाहे तो मेरी उतार सकता है. सलमान का यह बयान अपने आप में सितारों की जिंदगी में बाडीगार्ड की अहमियत कितनी होती है. इसको उजागर कर देता है. बॉडीगार्ड सिर्फ सितारों की जिंदगी के ही नहीं बल्कि उनकी सीक्रेट के भी बॉडीगार्ड होते हैं. लेकिन इसके बावजूद कोई ऐसा व्यक्ति नहीं जो उनसे कुछ भी उगलवा लें. चूंकि वे अपने मालिकों के वफादार होते हैं. वे अपनी ईमानदारी से ही सबका दिल जीतते हैं. फिर भले ही उन्हें इसके लिए कठोर रुख क्यों अपनाना पड़े. उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि लोग उन्हें कुछ भी कहे. लेकिन वे अपने मालिक को ठेस पहुंचने नहीं देते. फिर चाहे इसके लिए उन्हें अपने परिवार की जिंदगी को कम ही समय क्यों देना पड़े. वे हमेशा हर स्थिति में डटे रहते हैं. खुश रहते हैं. चूंकि उनके लिए उनका काम ही पूजा है.यही वजह है कि उनकी वफादारी उन्हें सितारों का चहेता बना देते हैं.

सितारों के चहेते बॉडीगार्ड

- सलमान खान शेरा को अपने भाई की तरह मानते हैं. सलमान ने अपनी फिल्म बाडीगार्ड का सिर्फ फर्स्ट लुक शेरा के हाथों लांच करवाया था बल्कि फिल्म के टाइटल ट्रैक पर उन्होंने शेरा को अपने साथ परफार्म भी करवाया है. सिर्फ यही नहीं सलमान ने फिल्म बाडीगार्ड में शेरा की ही यूनिफार्म भी पहनी है. गौरतलब है कि कई सिक्युरिटी कंपनियों ने अपनी यूनिफार्म पहनने के लिए सलमान को कांटेक्ट भी किया था. यूनिफार्म प्रमोट करने के लिए बकायदा सात करोड़ रुपये तक देने को तैयार थे लेकिन सलमान ने शेरा की ही यूनिफार्म पहनी.

-सलमान खान की तरह शाहरुख खान भी अपनी बाडीगार्ड यसीन को अपने परिवार का हिस्सा मानते हैं. यसीन कई सालों से शाहरुख के साथ उनके बंगले मन्नत में ही रहते थे लेकिन जब यसीन ने शादी की और अपनी पत्नी के साथ मन्नत में रहने में असहज महसूस करने लगे तो शाहरुख ने उन्हें शादी के तोहफे के तौर पर फ्लैट ग्रिफ्ट में दे दिया. वो भी मन्न्त के पास. शाहरुख नहीं चाहते थे कि उनका वफादार बाडीगार्ड उनसे ज्यादा दूर रहे. गौरतलब है कि यसीन शाहरुख को सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुरक्षा पहुंचाने के लिए जाते हैं.

-दरियादिली के मामले में शाहरुख सलमान से ज्यादा पीछे सुनील शेट्टी भी नहीं है. अपने बाडीगार्ड विकास वर्मा जो मूल रुप से बिहार के हैं. बिहार में जब बाढ़ आयी थी तब सुनील शेट्टी ने उनकी ही नहीं उनके पूरे गांव की मदद की थी.

-अक्षय कुमार के बाडीगार्ड तेले ने भी यह बात स्वीकारी है कि अक्षय एक बेहतरीन इंसान हैं उन्होंने हमेशा ही उनकी मदद की है. फिर चाहे परिस्थितियां कैसी भी क्यों हो.

शेरा चाहे तो मेरे सारे राज खोल सकता है

बाडीगार्ड से जुड़ी जो सबसे महत्वपूर्ण बात जो होती है. वह विश्वास है. मैं शेरा के साथ अपने परिवार से ज्यादा समय बिताता हूं. मैं कौन हूं इससे ज्यादा वह यह भी जानता है कि मैं कैसा इंसान हूं. शेरा मुझे मालिक कहता है और बाडीगार्ड में मैंने भी अपने बास को मालिक ही कहा है. एक बाडीगार्ड की अपनी परेशानियां भी होती हैं. मुझे याद है कि एक बार मुझे गार्ड करते हुए शेरा ने एक पुलिस वाले को पीछे धकेल दिया था. वह मुझसे आटोग्राफ लेने आया था लेकिन भीड़ इतनी थी कि शेरा को उन्हें भी पीछे हटाना पड़ा था. कोई हताहत नहीं हुआ था लेकिन उस पुलिसकर्मी ने इस बात को मान- सम्मान से जोड़ दिया था. काफी मशक्कत के बाद ही यह मामला शांत हो पाया था सलमान खान

बाडीगार्ड का टशन

हाल ही में बाडीगार्ड के कानपुर प्रमोशन से जब सलमान लौट रहे थे. रास्ते में मौजूद अन्ना के कुछ समर्थकों ने सलमान खान को देख लिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए टोपी देने जा रहे थे लेकिन सलमान के बाडीगार्डस ने उन्हें धक्का देकर पीछे धकेल दिया और मारा भी. गौरतलब है कि पुलिस में शिकायत भी दर्ज हुई.

- फिल्म लागा चुनरी में दाग की वाराणसी में हुई शूटिंग के दौरान जब वहां के पत्रकारों ने रानी से बात करने की कोशिश की थी तब उनके बाडीगार्ड ने उनलोगों के साथ बदसलूकी की थी.

- एक एवार्ड फंक्शन के दौरान रेखा के बाडीगार्ड ने उनके साथ बदतमीजी करने की कोशिश तक की थी. यह खबर भी चर्चा में आयी थी.

- इंटरनेशनल पाप स्टार रिक्की मार्टिन के भारत दौर के वक्त उन्हें अच्छी खासी परेशानी का सामना अपने बाड़ीगार्ड की वजह से उस वक्त करना पड़ गया था जब उनके बाडीगार्ड ने गलत जगह पर हेलिकाप्टर उतरवा दिया था.

- हालीवुड स्टार एंजोलिना जोली को भी भारत दौर के वक्त बाडीगार्ड की ही वजह से एक अजीब सी परेशानी से गुजरना पड़ा था. दरअसल मुंबई के स्कूल में जब एंजोलिना शूटिंग कर रही थी तब वहां मौजूद भीड़ को देखते हुए उनके ब्रिटिश बाडीगार्ड ने संयम खो दिया. उन्होंने सिर्फ वहां मौजूद भीड़ से अभद्र व्यवहार किया बल्कि उनसे मारपीट भी की. जिसके बाद मुंबई पुलिस ने एंजोलिना के तीनों बाडीगार्ड को हिरासत में ले लिया.

इंसानियत, ईमानदारी और वफादारी ः विकास वर्मा

विकास वर्मा, सीइओ, फाउंडर जी7 सेक्योरिटीज

बिहार के मधुबनी जिले से संबध्द रखनेवाले विकास वर्मा जब पहली बार मुंबई आये थे. उस वक्त उन्होंने यह सोच कर शुरुआत नहीं की थी, कि वे कभी सेक्योरिटी गार्ड की इतनी बड़ी कंपनी स्थापित कर पायेंगे. कभी गांव में लोगों को परेशानियों से बचानेवाले व जंग हंटिंग का शौक रखनेवाले विकास ने एक नयी शुरुआत की.विकास वर्मा उस दौर में भारत में सेक्योरिटीगार्ड का कंसेप्ट ही नहीं आया था. विकास आये और उन्होंने शुरुआत की. मेहनत, लगन और ऊर्जावान व्यक्तित्व वाले विकास वर्मा ने अपनी बुध्दिमता से एक मुकाम हासिल किया. वायरलेस लेकर शुरुआत करनेवाले विकास बताते हैं कि कैसे उन्होंने वॉरनस ब्रदर्स को जब यह सुविधा प्रदान की. तो उन लोगों ने भारत के बॉडीगार्ड की ईमानदारी, जोखिम उठाने का उनका साहस देख कर इतने खुश हुए कि आगे भी उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई प्रोजेक्ट्स दिये गये. और यहां के लोगों ने उन्होंने अब तक हॉलीवुड के कई सितारों, अंतरराष्ट्रीय स्तर की जानी मानी शख्सियत व भारत की जानी मानी शख्सियत को सेक्योरिटी गार्ड की सुविधा उपलब्ध कराई है. इनमें स्टिवन सेगल, रिकी पांटिंग, बिल क्लींटन, एंजिला जोली, रतन टाटा जैसी शख्सियत शामिल है. क्रिकेट सितारों में कुमार संगाकारा, मुरलीधरन व कई भारतीय क्रिकेट्र्स का नाम भी शामिल है. इसके अलावा फिल्मी सितारों में अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, करीना कपूर, सुनील शेट्ठी, विवेक ओबरॉय प्रमुख हैं. विकास बताते हैं कि किसी भी शख्सियत को बॉडीगार्ड की सुविधा दिलाना मतलब उनकी जान की हिफाजत करना हमारा फर्ज हो जाता है. बकौल विकास बॉडीगार्ड की जिम्मेदारी अहम जिम्मेदारी होती है. खासतौर से जब फिल्मी कलाकारों की बात हो तो. क्योंकि उनकी फैन फॉलोइंग बहुत ज्यादा होती है. ऐसे में हर बॉडीगार्ड को भीड़ नियंत्रित करने की तरकीब आनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि वह बॉडीगार्ड किस तरह खुद के दिमाग से काम करे, न कि बल दिखाये. भीड़ कई बार अनियंत्रित हो जाती है. उसे काबू में करना बिना किसी और को नुकसान पहुंचाये. यह बड़ी जिम्मेदारी होती है. यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी बुध्दिमता से क्या कमाल दिखा पाते हैं. जरूरी नहीं कि आप बलवान हों. लेकिन आपका शरीर लचीला होना चाहिए. बॉडीगार्ड को हमेशा कानूनी जानकारी और उनके नियमों के अनुसार ही चलना पड़ता है. उनकी एक गलती बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है. इसलिए उनका यह लक्ष्य कि उन्हें अपने शख्सियत को सही सलामत जगह पर पहुंचाना है. बहुत जरूरी है. दूसरी बात यह भी है कि बॉडीगार्ड के साथ उनके क्लाइंट का व्यवहार कैसा है. अगर वह उनके साथ बुरी तरह व्यवहार करते हैं तो कभी वह बांडिंग नहीं हो पाती. वही दूसरी तरफ क्लाइंट आदर दे, प्यार दे तो बॉडीगार्ड अपनी जान की कीमत लगाने को भी तैयार होता है. अगर किसी योग्यता की बात करें तो एक बॉडीगार्ड को मार्शल आर्ट, कराटे जरूर आना चाहिए. साथ ही अपनी जान को जोखिम में डालने का जज्बा भी होना चाहिए. महिला सेलिब्रिटिज की सुरक्षा का खास ख्याल रखना पड़ता है. ऐसे में हम कई बार महिला बॉडीगार्ड को तैयार करते हैं. वह प्रायः पहले सर्किल में होती हैं और कैजुअल ड्रेस में होती हैं. अपनी जान की फिक्र किये बगैर वे कई बार चोट खाते हैं. चोटिल हो जाते हैं. लेकिन वे लगातार डटे रहते हैं. एक बॉडीगार्ड की शुरुआत आय 30 हजार होती है. बॉडीर्गाड्स को प्राय ःएजुकेशनल ट्रेनिंग दी जाती है. साथ ही उन्हें यह भी सिखाया जाता है कि वे अपने मालिक से किस तरह ईमानदार रहें.वफादारी करें. मुश्किलों में उन्हें छोड़ कर खुद भाग न निकले.सेलिब्रिटिज को बॉडीगार्ड सुविधा देने में सबसे खास ध्यान डांस शोज या अवार्ड फंक्शन के दौरान देना होता है. चूंकि उस वक्त भीड़ अनियंत्रित हो जाती है. बम धमाके या किसी तरह का हादसा होने का डर बना रहता है. इस वक्त बॉडीगार्ड को पारखी नजर रख कर तैनात होना होता है. अक्सर लोग यह सोचते हैं कि बॉडीगार्ड खुंखार होते. अच्छे इंसान नहीं होते. दरअसल, उनका कठोर होना उनका काम होता है. उन्हें ऐसा करना पड़ता है. वरना, वह बेहद नेक दिल इंसान होते हैं. वे 12 12 घंटे के शिफ्ट में काम करते हैं. अपने जान की परवाह किये बगैर हमेशा जूझते हैंं और सबको खुश रखने के साथ अपने परिवार का भी ख्याल रखते हैं. यही वजह है कि जरूरत पड़ने पर कई बार शख्सियत भी हमारी मदद के लिए खड़े रहते हैं. जैसे सुनील शेट्ठी ने बिहार में बाढ़ के दौरान बिहार के लिए कई बोट्स भेजे थे व कई रूपों में मदद की थी. यह इंसानियत व आपसी बांडिंग ही होती है कि किसी बॉडीगार्ड की वफादारी, और उनका समपर्ण देख कर वे भी उनकी मदद करते हैं. हम बॉडीगार्ड को ट्रेनिंग के दौरान इस बात को भी जरूर समझाते हैं कि सेलिब्रिटिज के साथ वे फैन की तरह बर्ताव न करें. किसी के कहने पर ऑटोग्राफ न मांगे या कभी भावुक होकर अपने काम से न भटकें. मुझे खुशी है कि सालों की मेहनत रंग लायी है और हमारी कंपनी द्वारा इस मकसद को पूरा किया जा रहा है.

No comments:

Post a Comment